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13 August 1942: खगड़िया के लोगों ने शहीद वीर सपूत धन्ना माधव की शहादत को किया याद

13 August 1942: खगड़िया से राजकिशोर : देश की आजादी के लिए मर मिटनेवाले सपूतों में शहीद धन्ना और माधव का भी नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित है. धन्ना, माधव की शहादत इतिहास के पन्नों में दर्ज है. साल 1942 में राष्ट्रपिता महात्मा गाधी ने जब 'अंग्रेजों भारत छोड़ो' का नारा दिया, तो संपूर्ण देश के लोग आंदोलित हो उठे. आजादी की लहर मानसी भी पहुंची. गली-मोहल्ले में 'अंग्रेजों भारत छोड़ो' का नारा गूंज उठा. उस समय मानसी के अधिकारी विश्रामालय में अंग्रेज लोगों का निवास स्थान हुआ करता था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 13, 2020 1:15 PM

खगड़िया से राजकिशोर सिंह : देश की आजादी के लिए मर मिटनेवाले सपूतों में शहीद धन्ना और माधव का भी नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित है. धन्ना, माधव की शहादत इतिहास के पन्नों में दर्ज है. साल 1942 में राष्ट्रपिता महात्मा गाधी ने जब ‘अंग्रेजों भारत छोड़ो’ का नारा दिया, तो संपूर्ण देश के लोग आंदोलित हो उठे. आजादी की लहर मानसी भी पहुंची. गली-मोहल्ले में ‘अंग्रेजों भारत छोड़ो’ का नारा गूंज उठा. उस समय मानसी के अधिकारी विश्रामालय में अंग्रेज लोगों का निवास स्थान हुआ करता था.

मानसी में 13 अगस्त, 1942 को देशभक्तों की टोली हाथों में तिरंगा लिए सरकारी भवन पर झंडा फहराने के लिए कूच किया. उस टोली में धन्ना और माधव भी शामिल थे. देशभक्तों की टोली जब मानसी रेलवे स्टेशन के पास पहुंची, तो धन्ना और माधव हाथों में तिरंगा लेकर आगे बढ़ चले.

अंग्रेजों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन दोनों सपूतों के पांव नहीं रुके. बौखलाये अंग्रेजों ने धन्ना और माधव के सीने को गोलियों से छलनी कर दिया. बताते चलें कि दोनों शहीद प्रखंड की खुटिया पंचायत स्थित घरारी गाव के धन्ना व पश्चिमी ठाठा पंचायत स्थित बख्तियारपुर गांव के माधव अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे.

13 अगस्त को प्रत्येक वर्ष शहीद स्थल पर स्थानीय लोग पुष्प अर्पित कर धन्ना-माधव को श्रद्धांजलि देते हैं. लेकिन, दुख की बात यह है कि शहीद स्थल आज भी उपेक्षा का शिकार है. कई लोगों ने शहीद स्मारक बनाने को लेकर पुरजोर कोशिश की, लेकिन रेलवे विभाग की दखलंदाजी के कारण शहीद स्थल पर स्मारक निर्माण कार्य आज भी आधा-अधूरा है. समाजसेवी विभीषण कुमार कहते हैं कि शहीद स्थल पर प्रतिमा निर्माण को लेकर स्थानीय सांसद को भी लिखा गया, लेकिन कोई पहल नहीं हुई.

सोनपुर मंडल के डीआरएम से भी एक शिष्टमंडल ने मुलाकात कर इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया. लेकिन, परिणाम ढाक का तीन पात ही निकला. इधर, मानसी प्रखंड प्रमुख बलवीर चांद ने कहा कि पंचायत समिति की बैठक में इस मुद्दे को उठाया जायेगा. युवा शक्ति के प्रखंड अध्यक्ष अभय कुमार गुड्डू ने मानसी में शहीद धन्ना, माधव के नाम पर तोरणद्वार बनाने की मांग की है.

Posted By : Kaushal Kishor

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