Makar Sankranti 2021: 15 लाख से अधिक श्रद्धालु गंगासागर पहुंचे, 51 लाख ने कपिल मुनि आश्रम का किया दर्शन
Makar Sankranti 2021: मकर संक्रांति के अवसर पर कपिल मुनि के दर्शन के लिए 15 लाख 5 हजार श्रद्धालु गंगासागर पहुंचे हैं. इस दौरान करीब 5 लाख श्रद्धालुओं ने गुरुवार को ई-स्नान व गंगासागर संगम में डुबकी लगायी. ये बातें पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ मंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस के नेता सुब्रत मुखर्जी ने कहीं.
गंगासागर से नम्रता पांडेय : मकर संक्रांति के अवसर पर कपिल मुनि के दर्शन के लिए 15 लाख 5 हजार श्रद्धालु गंगासागर पहुंचे हैं. इस दौरान करीब 5 लाख श्रद्धालुओं ने गुरुवार को ई-स्नान व गंगासागर संगम में डुबकी लगायी. ये बातें पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ मंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस के नेता सुब्रत मुखर्जी ने कहीं.
संवाददाताओं से बातचीत में श्री मुखर्जी ने कहा कि 55 काउंटर पर 63,000 लोगों ने गंगासागर में डुबकी लगायी है, जबकि अन्य श्रद्धालुओं ने ई-स्नान में हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि आउटराम घाट से लेकर गंगासागर तक लगाये गये 250 एलईडी टीवी के माध्यम से 51 लाख से ज्यादा लोगों ने पुण्य स्नान का ई-दर्शन किया है.
इस दौरान 10 लाख से ज्यादा लोगों का मेडिकल टेस्ट किया गया है. 36,600 लोगों का रैपिड एंटीजेन टेस्ट किया गया, जिसमें 8 लोगों में माइल्ड कोविड के लक्षण मिले. लेकिन, गंगासागर मेला के दौरान कोई भी कोरोना पॉजिटिव नहीं मिला. मेले के दौरान 11,245 खोये हुए परिजनों को उनके परिवारों से मिलाया गया.
Also Read: Makar Sankranti 2021: कोरोना काल में मकर संक्रांति पर हजारों श्रद्धालुओं ने गंगासागर में किया पुण्य स्नान 6.60 करोड़ रुपये बिजली पर खर्च : शोभन चट्टोपाध्यायपश्चिम बंगाल के बिजली मंत्री शोभन चट्टोपाध्याय ने कहा कि इस वर्ष मेला के दौरान व्यवस्था में किसी भी प्रकार की कटौती नहीं करने के बावजूद पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष काफी कम खर्च आया है. कहा कि पिछले वर्ष 7.47 करोड़ रुपये मेला में बिजली की आपूर्ति पर खर्च हुआ था.
उन्होंने बताया कि इस वर्ष 6 करोड़ 60 लाख 5 हजार रुपये ही बिजली की व्यवस्था पर खर्च आया. उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे सागरद्वीप में विकास हो रहा है, प्रशासन की व्यवस्था संबंधित समस्याएं भी कम हो रही हैं. उन्होंने कहा कि इस वर्ष 16 जनवरी के बाद से धीरे-धीरे मेला में बिलजी की सप्लाई कम की जायेगी.
बिजली मंत्री ने कहा कि प्रशासन ने यह निर्णय मेला में पहुंचने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या को देखते हुए ही लिया है. हर बार की तरह 18 जनवरी तक ही मेला संचालित होगा.
Posted By : Mithilesh Jha