Coronavirus Pandemic: झारखंड की एक और मस्जिद के पास से 15 धर्म प्रचारकों को पुलिस ने किया क्वारेंटाइन
15 muslim cleriks caught in koderma district of jharkhand amid coronavirus fear कोडरमा : झारखंड की राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी और तमाड़ प्रखंड के ररगांव की एक मस्जिद से 35 मौलवियों की गिरफ्तारी के बाद अब कोडरमा से पुलिस ने 15 धर्म प्रचारकों को क्वारेंटाइन कर दिया है. इन्हें जलवाबाद स्थित एक मस्जिद के पास से पकड़ा गया. ये लोग कोडरमा में धर्म प्रचार के लिए आये थे.
कोडरमा : झारखंड की राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी और तमाड़ प्रखंड के ररगांव की एक मस्जिद से 35 मौलवियों की गिरफ्तारी के बाद अब कोडरमा से पुलिस ने 15 धर्म प्रचारकों को क्वारेंटाइन कर दिया है. इन्हें जलवाबाद स्थित एक मस्जिद के पास से पकड़ा गया. ये लोग कोडरमा में धर्म प्रचार के लिए आये थे.
देश की राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलिगी जमात के मरकज में सैकड़ों मुस्लिम स्कॉलरों के मिलने और उनमें से कई के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि के बाद पूरे देश में इस जानलेवा वायरस के फैलने की आशंका से हड़कंप मच गया है. सभी राज्य सरकारों ने प्रशासन से पूरी सख्ती के साथ लॉकडाउन का पालन करने के निर्देश दिये हैं.
कोडरमा प्रशासन भी इसको लेकर पूरी सख्ती बरत रहा है. कोडरमा में धर्म प्रचार के लिए आये 15 लोगों को बुधवार (1 अप्रैल, 2020) को जलवाबाद से पकड़ा गया. इन सभी को जांच के बाद क्वारेंटाइन सेंटर में भेजे जाने की तैयारी है. सभी लोग जलवाबाद स्थित मस्जिद के पास से दूसरी जगह जाने की तैयारी में थे.
ये लोग किसी और मस्जिद में जा पाते, इसके पहले ही पुलिस प्रशासन की टीम ने सभी को पकड़ लिया और जांच के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. जानकारी के अनुसार, इन सभी लोगों को पुलिस की टीम कुछ दिन पूर्व ही पूछताछ के लिए थाना लायी थी, पर स्थानीय लोगों ने इन्हें जान-पहचान का बताकर छुड़ा लिया था.
लॉकडाउन के बीच इन लोगों के असनाबाद मस्जिद में छुपे होने की जानकारी पुलिस को मिली थी. इसके आधार पर पुलिस छापामारी की तैयारी कर रही थी, पर ये लोग यहां से निकल कर जलवाबाद पहुंच गये. निजामुद्दीन स्थित मरकज का मामला सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन पूरी सख्ती से लॉकडाउन का पालन करवा रहा है.
मौके पर जांच के लिए एसडीओ विजय वर्मा, एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद, थाना प्रभारी द्वारका राम व अन्य पहुंच चुके थे. एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि सभी लोग कोलकाता से 13 मार्च, 2020 को धर्म प्रचार के लिए कोडरमा आये थे. इसके बाद से इन लोगों के यहीं रहने की जानकारी मिली थी. फिलहाल सभी को जांच के बाद क्वारेंटाइन सेंटर भेजा रहा है.