‘आकांक्षा’ के जरिये सरकारी स्कूलों के बच्चों के सपनों को भी मिलेगी उड़ान
हजारीबाग जिले के सरकारी स्कूल में अध्ययनरत विद्यार्थियों को भी मेडिकल, इंजीनियरिंग एवं क्लैट परीक्षा की तैयारी में मदद मिलेगी. गरीब, असहाय एवं निर्धन परिवार के विद्यार्थी भी अपने सपने पूरा करने की उड़ान भरेंगे.
हजारीबाग, आरिफ. हजारीबाग जिले के सरकारी स्कूल में अध्ययनरत विद्यार्थियों को भी मेडिकल, इंजीनियरिंग एवं क्लैट परीक्षा की तैयारी में मदद मिलेगी. गरीब, असहाय एवं निर्धन परिवार के विद्यार्थी भी अपने सपने पूरा करने की उड़ान भरेंगे. जी हां, आकांक्षा (मेडिकल, इंजीनियरिंग, क्लैट) 2023 प्रवेश परीक्षा में हजारीबाग जिले से 1875 विद्यार्थियों ने भाग लिया है. राज्य स्तर सफल होने वाले विद्यार्थियों को झारखंड सरकार अपने खर्च पर मेडिकल इंजीनियरिंग एवं क्लैट की तैयारी कराएगी. मेडिकल इंजीनियरिंग एवं क्लैट के लिए राज्य पर 50-50 मिलाकर कुल 150 सीटें निर्धारित की गई है. परीक्षा में दसवीं के विद्यार्थीयों ने भाग लिया है. वार्षिक मैट्रिक परीक्षा संपन्न के तुरंत बाद दो अप्रैल को विद्यार्थियों ने आकांक्षा प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए हैं.
656 विद्यार्थी परीक्षा से अनुपस्थित रहे
आकांक्षा प्रवेश परीक्षा के लिए जिले में कुल 2531 विद्यार्थियों ने फॉर्म भरे थे. इसमें 1875 विद्यार्थी प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए. 656 विद्यार्थी परीक्षा से अनुपस्थित रहे हैं. मेडिकल प्रवेश परीक्षा में 1261 विद्यार्थियों में 896 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए. 365 विद्यार्थी परीक्षा से अनुपस्थित रहे हैं. इंजीनियरिंग में 1009 में 803 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए. 206 विद्यार्थी परीक्षा से अनुपस्थित रहे हैं. वहीं, क्लैट प्रवेश परीक्षा में 261 विद्यार्थियों में 176 विद्यार्थी प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए. 85 विद्यार्थी परीक्षा से अनुपस्थित रहे हैं.
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सात केंद्र पर हुई परीक्षा
शहर के राजकीय प्लस टू जिला स्कूल, राजकीय बालिका प्लस टू उच्च विद्यालय, हिंदू प्लस टू उच्च विद्यालय, केबी उच्च विद्यालय, श्री कृष्ण आरक्षी बाल विद्यालय, संत रॉबर्ट उच्च विद्यालय, संत कोलंबस कॉलेजिएट स्कूल एवं आन्नद उच्च विद्यालय को परीक्षा केंद्र बनाया गया था. डीईओ उपेंद्र नारायण ने बताया कि सभी सात परीक्षा केंद्रों पर आकांक्षा प्रवेश परीक्षा को सफलतापूर्वक संपन्न कराकर सरकार को रिपोर्ट भेजा गया है. वार्षिक मैट्रिक रिजल्ट के आसपास आकांक्षा का भी रिजल्ट आने की उम्मीद है. इसमें सफल सरकारी स्कूल में अध्ययनरत निर्धन, गरीब एवं असहाय विद्यार्थी भी सफलता पूर्वक मेडिकल इंजीनियरिंग कलेक्ट की तैयारी को आसानी से पूरा कर सकेंगे.