West Bengal, Elephants: कोलकाता : उत्तर बंगाल में 5 साल में 25 हाथियों की मौत के बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में हाथियों को बिजली की चपेट में आने से बचाने के लिए बहु विभागीय स्तर पर प्रकोष्ठ बनाने का निर्णय किया है. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.
अधिकारियों ने बताया कि उत्तर बंगाल में बिजली और वन विभाग के अधिकारियों की एक बैठक में यह निर्णय किया गया. उन्होंने बताया कि इस प्रकोष्ठ में वन निदेशालय, पश्चिम बंगाल राज्य बिजली वितरण कंपनी लिमिटेड, जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी और स्थानीय पंचायत के सदस्य होंगे.
मुख्य वन्यजीव वार्डन वीके यादव ने बताया कि यह प्रकोष्ठ हाथियों को बिजली की चपेट में आने से बचाने के लिए रणनीतियां तैयार करने का काम करेगा. अवैध बिजली बाड़ों को रोकने के लिए निगरानी करने जैसे कदम उठाये जायेंगे.
उन्होंने बताया कि बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि हाइ टेंशन वाले तारों की ऊंचाई बढ़ायी जायेगी और हाथियों के रास्ते के निकट स्थित बिजली के खंभों को कंटीले तारों से ढका जायेगा.
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि चाय बागान प्रबंधन भले ही अवैध बिजली बाड़ों को लगाने को प्रोत्साहित नहीं कर रहा हो, लेकिन इन बागानों के श्रमिक कॉलोनियों में इस तरह के कई बाड़े हैं, जिनसे हाथियों को करंट लगता है.
वन विभाग हाथी के गलियारों से लगे ऐसे चाय बागानों की भी पहचान करेगा. वन विभाग के अनुसार, बिजली की चपेट में आने से पिछले पांच साल में उत्तरी बंगाल में 25 हाथियों की मौत हुई है. उनमें से 9 की मौत इस साल हुई है.
Posted By : Mithilesh Jha