दार्शनिक ज्ञान के लिए अयोध्या गया था 25 लाख का इनामी प्रद्युम्न, बीएसएफ छोड़ बदला लेने के लिए बन गया था नक्सली
पुलिस को दिये स्वीकारोक्ति बयान में उसने बताया कि वह वर्ष 2020 में गिरीडीह से भाग कर दार्शनिक ज्ञान के लिए अयोध्या गया था. वहां कुछ दिन रहने के बाद वह हरिद्वार चला गया था. उसने पटना के बीएन कॉलेज से स्नातक किया है. बीएसएफ में दोरागा के लिए हुआ था चयनित.
Ranchi News: प्रतिबंधित संगठन भाकपा माओवादी के मगध जोन का सैक सदस्य व 25 लाख का इनामी ठाकुर प्रद्युम्न शर्मा उर्फ कुंदन शर्मा उर्फ साकेत (48) को हजारीबाग पुलिस ने चौरापण से तीन दिन पहले गिरफ्तार किया है. पुलिस को दिये स्वीकारोक्ति बयान में उसने बताया कि वह वर्ष 2020 में गिरीडीह से भाग कर दार्शनिक ज्ञान के लिए अयोध्या गया था. वहां कुछ दिन रहने के बाद वह हरिद्वार चला गया था. उसने पटना के बीएन कॉलेज से स्नातक किया है. बीएसएफ में दोरागा के पद पर चयनित होने के बाद हजारीबाग के मेरू कैंप में चार माह तक ट्रेनिंग ली थी.
प्रद्युम्न ने पुलिस को बताया कि जून 2020 में गिरिडीह के सदगांवा थाना क्षेत्र के महायक जंगल में अपने अंगरक्षक कुंदन चौरसिया, श्याम मांझी, बली मांझी, मनीष मांझी व संजय के साथ कैंप कर रहा था. इसी दौरान पुलिस ने उनलोगों पर फायरिंग शुरू कर दी थी. उन लोगों ने भी जवाबी फायरिंग की थी. इस दौरान उसके दस्ता के एक सदस्य की मौत हो गयी थी. वह किसी तरह बचकर भाग निकला था.
उसने बताया कि मौत को करीब से देखने के बाद वह दार्शनिक ज्ञान के लिए अयोध्या चला गया था. कुछ समय तक अयोध्या में रहने के बाद वह हरिद्वार चला गया. फिर वह अमरोहा चला गया. इस दौरान पता चला कि माओवादी संगठन का जनाधार लगातार घट रहा है. इसलिए पार्टी में फिर से जान फूंकने वह अमरोहा से सतगांवा के लिए रवाना हो गया था. इसी दौरान हजारीबाग पुलिस ने उसे चौपारण में गिरफ्तार कर लिया.
जमीन विवाद में बीएसएफ की नौकरी छोड़ चला गया था गांव: बीएसएफ में ट्रेनिंग के दौरान उसके घर पर फायरिंग करते हुए ज्वाला सिंह नामक व्यक्ति ने आग लगा दी थी. इसमें उसके घर के तीन लोग घायल हुए थे. इसके बाद वह बीएसएफ के मेरू कैंप से भागकर अपने घर बिहार के जहानाबाद जिले के हुलासगंज थाना अंतर्गत रुस्तमपुर चला गया था. फिर बदला लेने के लिए नक्सली संगठन में शामिल हो गया था.