कोलकाता : बंगाल में आठ चरणों में हो रहे विधानसभा चुनाव के छठे चरण का मतदान चल रहा है और सातवें चरण के लिए 26 अप्रैल को वोटिंग होगी. इस चरण में 284 उम्मीदवार चुनाव के मैदान में हैं. इनमें से 26 फीसदी यानी 73 ऐसे उम्मीदर हैं, जिन्होंने खुद बताया है कि उन पर अपराध के दाग लगे हैं.
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और द वेस्ट बंगाल इलेक्शन वॉच ने 5 जिलों (मालदा, मुर्शिदाबाद, पश्चिमी बर्दवान, दक्षिण दिनाजपुर और कोलकाता दक्षिण) की 36 विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ रहे 284 उम्मीदवारों द्वारा दायर हलफनामा का अध्ययन कर यह रिपोर्ट पेश की है.
इस रिपोर्ट में एडीआर ने खुलासा किया है कि सातवें चरण में 26 प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. कुल उम्मीदवारों में से 73 (26 प्रतिशत) के खिलाफ आपराधिक मामले और 60 (21 प्रतिशत) के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
इन उम्मीदवारों ने खुद बताया है कि इनके खिलाफ पांच साल या उससे अधिक सजा वाले अपराध, गैर जमानती अपराध, चुनाव से संबंधित अपराध, सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने संबंधित अपराध, हत्या, हत्या की कोशिश, हमला, अपहरण, बलात्कार से संबंधित अपराध सहित महिलाओं के खिलाफ अपराध शामिल हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, आपराधिक मामले में भाजपा के 36 में 19 (53 प्रतिशत), तृणमूल के 36 में से 19 (53 प्रतिशत), माकपा के 13 में से 9 (69 प्रतिशत) के खिलाफ और कांग्रेस के 19 में से 9 (47 प्रतिशत) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.
गंभीर आपराधिक मामलों की बात करें, तो भाजपा के 36 में 16 (44 प्रतिशत), तृणमूल के 36 में से 14 (39 प्रतिशत), माकपा के 13 में से 7 (54 प्रतिशत) और कांग्रेस के 19 में से 7 (37 प्रतिशत) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.
महिलाओं के खिलाफ अपराध के आरोपी 18 उम्मीदवार, जबकि हत्या संबंधित मामले घोषित करनेवाले उम्मीदवारों की संख्या तीन है. हत्या की कोशिश के मामले 14 उम्मीदवारों पर चल रहे हैं. कुल उम्मीदवारों में 65 (23 प्रतिशत) उम्मीदवार करोड़पति हैं. उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 1.22 करोड़ रुपये है.
Posted By : Mithilesh Jha