धनबाद नगर निगम क्षेत्र में 33.10 करोड़ की लागत से 26 हजार स्ट्रीट लाइटें लगायी गयीं. चार कंपनी इइएसएल, सूर्या, तिरुपति व तुलस्यान को सात साल तक फ्री में स्ट्रीट लाइट का मेंटेनेंस करना है, पर ऐसा हो नहीं रहा है. शहर के अधिकांश मुहल्ले अंधेरे में हैं. कुछ मुहल्ले में एक-दो लाइट ही जलती है. नीलांचल कॉलोनी, वनस्थली कॉलोनी, सुगियाडीह, बरमसिया फ्लाइओवर में लगभग स्ट्रीट लाइट बुझी हुई है. विनोद नगर के कई इलाकों में दिन में भी स्ट्रीट लाइट जलती रहती है. नगर निगम का दावा है कि जो भी शिकायतकर्ता टोल फ्री नंबर 18001803580 पर शिकायत करता है, 48 से 72 घंटे में उसका निष्पादन कर दिया जाता है. निगम के शिकायत पोर्टल पर मात्र 170 मामले पेंडिंग हैं.
बरमसिया व श्रीनगर में लग रही 38 लाख की 80 स्ट्रीट लाइट
बरमसिया व श्रीनगर धनसार में 40-40 नयी स्ट्रीट लाइट लगायी जा रही हैं. पोल इंस्टॉलेशन का काम चल रहा है. बरमसिया में 40 स्ट्रीट लाइट पर 19 लाख व श्रीनगर धनसार में 40 स्ट्रीट लाइट पर 19 लाख खर्च किया जा रहा है. कंपनी को सात साल तक मेंटेनेंस भी करना है.
इंटीग्रेटेड सड़कों पर तीन साल से बुझी हैं 1110 स्ट्रीट लाइटें
तीन साल से इंटीग्रेटेड सड़कों की 1110 स्ट्रीट लाइटें बुझी हुई हैं. कई मुहल्लों में स्ट्रीट लाइट लगी है, लेकिन मात्र कनेक्शन के कारण नहीं जल रही. 156 करोड़ के प्राक्कलन घोटाला मामले में एसीबी जांच के कारण कई मुहल्लों की यही स्थिति है. सुगियाडीह में स्ट्रीट लाइट लगी है, लेकिन बिजली कनेक्शन नहीं होने के कारण पूरा मुहल्ला अंधेरे में है. कुसुम विहार, सीएमपीएफओ कॉलोनी, को-ऑपरेटिव कॉलोनी, विनोद नगर, मोदीडीह, गुहीबांध आदि कई जगहों की यही स्थिति है.
जानें किस कंपनी ने कितनी राशि से लगायी है स्ट्रीट लाइट
इएसएसएल कंपनी ने 20 करोड़ की लागत से 14804, सूर्या कंपनी ने 9.60 करोड़ की लागत से 1320, तिरुपति इंटरप्राइजेज ने कतरास मोड़ से सिंदरी तक लगभग 300 (लागत लगभग 1.5 करोड़) व तुलस्यान इंटरप्राइजेज ने बैंक मोड़ से पुटकी तक लगभग 300 स्ट्रीट लाइट (लागत लगभग 1.5 करोड़) लगायी है.