नक्सली बंदी के दूसरे दिन लोहरदगा में नहीं चली लंबी दूरी की गाड़ियां, बाजार व सरकारी ऑफिस में दिखी चहल-पहल
Jharkhand Naxal News: नक्सली बंदी के दूसरे दिन लोहरदगा में भी लंबी दूरी की गाड़ियां नहीं चली. यात्री एवं व्यावसायिक वाहनों के नहीं चलने से करोड़ों के नुकसान होने की बात बतायी जा रही है. हालांकि, बाजार व सरकारी ऑफिस में चहल-पहल पहले की ही तरह देखी गयी.
Jharkhand Naxal News (लोहरदगा) : नक्सलियों के तीन दिवसीय बंदी के दूसरे दिन लोहरदगा जिला में इसका आंशिक प्रभाव देखा गया. बंदी को लेकर जहां पुलिस मुस्तैद नजर आयी. वहीं बाजारों के अलावा सरकारी व गैर सरकारी कार्यालय खुले रहे. शहर में आम दिनों की तरह चहल-पहल रही. हालांकि, तीन दिवसीय बंद के कारण लंबी दूरी के वाहनों का परिचालन नहीं हुआ.
नक्सली बंद को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. संवेदनशील स्थानों में पुलिस बलों की तैनाती की गयी है. यात्री ट्रेन सामान्य रूप से चली, लेकिन अन्य दिनों की तरह इसमें यात्रियों की भारी भीड़ नहीं देखी गयी. वहीं, लंबी दूरी के वाहनों का परिचालन नहीं होने से शादी- विवाह के इस मौके पर लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
इस संबंध में लोगों का कहना है कि अभी लग्न का सीजन है. ऐसे में 3 दिनों तक बंदी का आह्वान करना लोगों के लिए हितकर नहीं है. लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. लोहरदगा जिला के शहरी इलाकों के अलावे सेन्हा प्रखंड, कुडूर, भंडरा, कैरो, किस्को व पेशरार प्रखंड में भी बंदी का कोई खासा प्रभाव नहीं नजर आया.
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बाजार व दुकान आम दिनों की तरह खुले रहे. बैंक, डाकघर, सरकारी कार्यालय में सामान्य रूप से कामकाज होता रहा. नक्सली बंदी को लेकर बॉक्साइट खनन एवं परिवहन ठप रहने से भारी नुकसान हो रहा है. वहीं, यात्री वाहनों एवं व्यावसायिक वाहनों के नहीं चलने से भी करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है. बंदी को लेकर लोग सतर्कता बरत रहे हैं. निजी वाहनों से भी लोग दूर जाने में हिचकिचा रहे हैं. बंदी से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है.
Posted By: Samir Ranjan.