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Hapur News: रुपयों के विवाद में 3 दोस्तों ने की हत्या, शव के 50 टुकड़े कर उसे टोल प्लाजा के पास किया दफन

युवक थाना हाफिजपुर क्षेत्र के कुराना गांव का रहने वाला था. सोमवार की शाम को पुलिस ने शव के टुकड़ों को तलाशने के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. इस मामले में फिलहाल पुलिस ने दो हत्यारोपितों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, एक अन्य हत्यारोपी फरार है.

Hapur News: रुपयों का विवाद ऐसा गहराया कि तीन दोस्तों ने मिलकर एक युवक की निर्मम हत्या कर दी. शव को छुपाने के लिए उसके 50 टुकड़े कर दिए. युवक थाना हाफिजपुर क्षेत्र के कुराना गांव का रहने वाला था. सोमवार की शाम को पुलिस ने शव के टुकड़ों को तलाशने के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. इस मामले में फिलहाल पुलिस ने दो हत्यारोपितों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, एक अन्य हत्यारोपी फरार है.

18 मार्च की शाम को हुआ था लापता

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गांव कुराना निवासी इमरान ने बताया कि पिता मुहम्मद युनूस और माता राहत बेगम की मौत हो गई थी. वह भाई इरफान (35), सरफराज, बहन फरहा और असमा के साथ रहते थे. इरफान कुराना टोल प्लाजा पर वाहनों पर फास्ट टैग लगाने का काम करता था. टोल प्लाजा के पास गांव निवासी रागिब ढाबा और माजिद चाय की दुकान चलाते हैं. वहीं, जनपद बुलंदशहर के थाना गुलावठी क्षेत्र के भमड़ी निवासी आकिब ढाबा पर काम करता है. इन तीनों से इरफान की दोस्ती थी.

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कॉल डिटेल ने खोले सारे राज

इमरान के मुताबिक, इरफान के काम में रागिब पार्टनर था. 18 मार्च की रात इरफान संदिग्ध हालात में घर से लापता हो गया था. काफी तलाश करने के बाद भी जब इरफान का कुछ पता नहीं चला तो परिजनों ने इस संबंध में थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. पुलिस ने इरफान के अपहरण का केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की. पुलिस ने बताया कि इरफान के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल से पता चला कि जिस रात इरफान गायब हुआ था, उस रात वह रागिब, माजिद और आकिब के साथ था. कॉल डिटेल से यह भी पता चला कि इरफान की आखिरी लोकेशन उसके ऑफिस की थी.

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20 लाख रुपए के लिए हुई हत्या

इसके बाद पुलिस ने ऑफिस पहुंचकर जांच की. जांच में ऑफिस की दीवार पर खून के कुछ धब्बे मिले. पूछताछ के लिए जब पुलिस ने रागिब और माजिद को हिरासत में लिया तो उन्होंने जुर्म कुबूल कर लिया. रागिब ने बताया कि फास्ट टैग का काम देखने वाले इरफान पर उसके करीब 20 लाख रुपये उधार थे. धुलेंडी की रात सभी ने इरफान के ऑफिस में शराब पी. इस दौरान रुपये के लेनदेन को लेकर उसकी इरफान से हाथापाई हो गई. मामला बढ़ने पर उसने आकिब और माजिद के साथ मिलकर इमरान की हत्या कर दी. पुलिस अब आकिब की तलाश में दबिश दे रही है. वहीं, परिजन अब तक इस बात को समझ नहीं पा रहे हैं कि रुपयों के लिए इतनी निर्मम हत्या करने की क्या जरूरत थी?

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