बरेली में भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ 3 आपत्ति दाखिल, निर्दलीय प्रत्याशी ने चला दांव , जानें फिर क्या हुआ…
नगर निगम बरेली की मेयर (महापौर) सीट से भाजपा प्रत्याशी और निवर्तमान मेयर उमेश गौतम के खिलाफ मंगलवार को 3 आपत्तियां दाखिल की गई हैं. इससे भाजपा में हड़कंप मच गया है.हालांकि, उमेश गौतम ने तीनों आपत्तियां खारिज करने की मांग की है. मेयर सीट के लिए 15 दावेदारों ने 21 नामांकन पत्र दाखिल किए हैं.
बरेली : भाजपा ने नगर निगम बरेली की मेयर (महापौर) सीट से निवर्तमान मेयर उमेश गौतम को प्रत्याशी बनाया है. सोमवार को नामांकन दाखिल किया था. मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच चल रही थी. इसी दौरान दो बार के पूर्व मेयर एवं निर्दलीय प्रत्याशी डॉ.आईएस तोमर के प्रस्तावक पूर्व पार्षद मनीष शर्मा ने कलेक्ट्रेट में एसडीएम सदर की कोर्ट में रिटर्निंग ऑफिसर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व संतोष बहादुर सिंह के सामने 3 आपत्ति दाखिल कर दी.
भाजपा प्रत्याशी पर 1.39 करोड़ का टैक्स बकाया
मनीष शर्मा ने का कहना है कि क्लेरा स्वैन मिशन हॉस्पिटल पर नगर निगम का 1,39,52,915 (1.39 करोड़) रूपये का टैक्स बकाया है. यह हॉस्पिटल एमसीआई (मैथोडिस्ट चर्च ऑफ इंडिया) से लेकर उमेश गौतम संचालन करते हैं. वह हॉस्पिटल के निदेशक हैं. उनको नगर निगम ने नोड्यूज किस आधार पर दिया है. इसकी जांच होनी चाहिए. नगर निगम का बकायेदार होने के कारण उमेश गौतम का नामांकन पत्र खारिज करने की मांग की गई. दूसरी आपत्ति में कहा गया है कि क्लेरा स्वैन हॉस्पिटल (मिशन) के खिलाफ दो आरसी तहसील सदर में लंबित हैं. इस अस्पताल का संचालन उमेश गौतम करते हैं. इसलिए संचालक होने की वजह से उनका नामांकन पत्र खारिज होना चाहिए.
नगर निगम की जमीन पर इनवर्टिस यूनिवर्सिटी बनाने का आरोप
इसके साथ ही बरेली- शाहजहांपुर रोड स्थित नगर निगम के सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट की सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा किया है.उन्होंने जमीन के गाटा संख्या के साथ शिकायत की.नगर निगम की जमीन पर इनवर्टिस यूनिवर्सिटी बनाने का आरोप लगाया.भाजपा प्रत्याशी पर नगर निगम की जमीन पर अवैध कब्जे का आरोप लगाया. उन्हे नगर निगम के आधार पर यह गलत है.इसके बाद भी एनओसी दी गई है. इन तीनों आपत्ति के बाद भाजपा खेमे में हलचल है.भाजपाई आपत्ति खारिज कराने की कोशिश में जुटे हैं. बताया जाता है कि उमेश गौतम खुद भी रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) के पास पहुंचे. यह आपत्तियां दोपहर 3:00 बजे तक दाखिल की गई थी. इसके बाद आपत्तियों के निस्तारण का काम शुरू हो गया है.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद