Jharkhand: कारोबारियों को धमकी-भरा मैसेज भेजने के आरोप में खूंटी से पति-पत्नी समेत तीन PLFI नक्सली अरेस्ट
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार तीनों लोग उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के सक्रिय सदस्य हैं. इन लोगों के नाम पर रांची एवं खूंटी सहित अन्य जिलों में दर्जनभर मामले दर्ज हैं. चौपारण के व्यवसायियों के नाम किये गये पत्रचार में इन तीनों लोगों की संलिप्ता है.
चौपारण, अजय ठाकुर. हजारीबाग जिले के चौपारण में पत्रकार एवं व्यवसायियों के व्हाट्सएप पर धमकी-भरा मैसेज भेजने के आरोप में पुलिस ने खूंटी जिले से पति-पत्नी सहित तीन पीएलएफआई नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार उग्रवादियों में छोटी टोपनो (पति बीजू मुंडा), बीजू मुंडा (पिता जगरनाथ मुंडा) एवं प्रभुदान कुंडलना खूंटी शामिल हैं. रांची व खूंटी में इनके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं. डीएसपी नाजीर अख्तर ने पत्रकारों को ये जानकारी दी.
महिला नक्सली के नाम से है मोबाइल नंबर
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार तीनों लोग उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के सक्रिय सदस्य हैं. इन लोगों के नाम पर रांची एवं खूंटी सहित अन्य जिलों में दर्जनभर मामले दर्ज हैं. चौपारण के व्यवसायियों के नाम किये गये पत्रचार में इन तीनों लोगों की संलिप्ता है. ये बातें शनिवार को डीएसपी नाजीर अख्तर ने पत्रकारों से कहीं. जिस मोबाइल नम्बर से कारोबारियों के व्हाट्सएप पर मैसेज आया है. वह नम्बर गिरफ्तार छोटी टोपनो (पति बीजू मुंडा साकिन सांगोर, थाना कर्रा, जिला खूंटी) के नाम से है. फिलहाल उस नम्बर का प्रयोग संगठन से ही जुड़ा कोई और कर रहा है. गिरफ्तार बीजू मुंडा पूर्व में नक्सली कांड में जेल जा चुका है. पांच साल तक जेल की हवा खाने के बाद एक माह पूर्व जेल से निकला है. डीएसपी ने बताया कि छोटी टोपनो अपने नाम से सिम कार्ड लेकर पति मुंडा के द्वारा पीएलएफआई के हेड राजेश गोप तक भेजवाती थी. गिरफ्तार लोगों के पास से इंडेल कंपनी का स्क्रीन टच मोबाइल बरामद हुआ है. पुलिस बरामद मोबाइल को खंगाल रही है.
जांच में जुटी थी पुलिस
घटना के बाद चौपारण में पत्रकारों एवं कारोबारियों में भय का महौल है. पहली घटना 29 दिसंबर की संध्या शशि शेखर की मोबाइल दुकान के शटर पर अंधाधुंध फायरिंग की गयी थी. इस मामले का उद्भेदन हुआ था कि 16 जनवरी की शाम चौपारण के पत्रकार शंकर यादव सहित पांच कारोबारियों के मोबाइल पर पीएलएफआई उग्रवादी संगठन के नाम से धमकी-भरा मैसेज आया था. उसके बाद से पुलिस अनुसंधान में जुट गयी थी.
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