धनबाद IIT-ISM में फंसे हैं 39 विदेशी विद्यार्थी, वतन वापसी के लिए हैं परेशान
भारत में जारी लॉकडाउन की वजह से ये लोग अपने घर नहीं जा पा रहे हैं. बताया जाता है कि आईआईटी-आइएसएम धनबाद में अफगानिस्तान के अलावा सूडान, घाना, तंजानिया समेत कई देशों के 39 छात्र-छात्राएं फंसे हैं. बीटेक और एमटेक की पढ़ाई कर रहे इनके साथी लॉकडाउन शुरू होते ही अपने-अपने घर चले गये.
रांची : देश के अलग-अलग कोने में फंसे लोगों को उनके घर पहुंचाने की तैयारी चल रही है, तो भारत के शिक्षण संस्थानों में फंसे विदेशी नागरिकों को उनके देश भेजने की भी तैयारी चल रही है. झारखंड के धनबाद जिला में स्थित आइआइटी-आइएसएम (IIT-ISM) में कोरोना संकट के बीच 39 विद्यार्थी फंसे हुए हैं, जो अपने घर जाना चाहते हैं.
भारत में जारी लॉकडाउन की वजह से ये लोग अपने घर नहीं जा पा रहे हैं. बताया जाता है कि आईआईटी-आइएसएम धनबाद में अफगानिस्तान के अलावा सूडान, घाना, तंजानिया समेत कई देशों के 39 छात्र-छात्राएं फंसे हैं. बीटेक और एमटेक की पढ़ाई कर रहे इनके साथी लॉकडाउन शुरू होते ही अपने-अपने घर चले गये. लेकिन, इन लोगों के लिए समय रहते निकल पाना मुमकिन नहीं हुआ. सो सभी फंस गये.
इन विदेशी छात्र-छात्राओं की मुश्किलों को देखते हुए इन सभी को उनके वतन भेजने के इंतजाम किये जा रहे हैं. इसके लिए प्रशासन विद्यार्थियों के देश के अधिकारियों के साथ संबंधित दूतावासों के जरिये बातचीत कर रहा है. हालांकि, हॉस्टल में रह रहे छात्र-छात्राओं का कहना है कि इन्हें यहां कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन मुश्किल वक्त में वे अपने परिवार के साथ रहना चाहते हैं.
मूल रूप से अफगानिस्तान की रहने वाली जोहरा यहना जल्द से जल्द अपने वतन जान चाहती है. उसने बताया कि जब भारत में लॉकडाउन घोषित हुआ, तो इस मुल्क के विभिन्न राज्यों से यहां पढ़ाई करने आये स्टूडेंट्स अपने-अपने घर चले गये. विदेशों से आये लोग अपने घर नहीं जा पाये. जोहरा ने कहा कि वैसे हमें यहां कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन मुश्किल वक्त में हम अपने परिवार के साथ रहना चाहते हैं. अपने वतन जाना चाहते हैं.
जोहरा की तरह बाकी 38 स्टूडेंट्स भी अपने-अपने देश जाना चाहते हैं. जोहरा की तरह सबको अपने माता-पिता, भाई-बहन और रिश्तेदारों की याद आती है. इसलिए अब घर जाना जरूरी हो गया है. अफगानिस्तान की छात्रा जोहरा ने बताया कि अफगानिस्तान एयरलाइंस ने देश में फंसे छात्रों को उनके वतन ले जाने के इंतजाम किये हैं. जल्द ही दिल्ली से एक प्लेन अफगानिस्तान के लिए उड़ान भरेगी.
विद्यार्थियों का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से क्लासेस सस्पेंड हैं. इसलिए यहां रहने का कोई बहुत ज्यादा फायदा भी नहीं है. सो बेहतर होगा कि हमलोग अपने घर वालों के साथ ही रहें. इस वक्त हमारा घर चले जाना ही अच्छा रहेगा.
आइआइटी-आइएसएम के एक प्रोफेसर ने बताया कि इस सिलसिले में अफगानिस्तान के दूतावास से बातचीत हुई है. एक-दो दिन में दिल्ली से छात्रों को लेकर विमान अफगानिस्तान के लिए उड़ान भरेगा. इन विदेशी छात्र-छात्राओं का कोर्स लगभग पूरा हो चुका है. यहां से कुछ छात्र ट्रेनिंग के लिए विदेश गये हुए हैं, वे वहीं फंस गये हैं. उन्हें वापस लाने के लिए वहां के दूतावास से बातचीत चल रही है.