गढ़वा के रंका में 4 विद्यालय भवन अधूरा, पर निकाल ली पूरी राशि, दोषियों के खिलाफ FIR का निर्देश
गढ़वा के रंका में चार विद्यालय भवनों का निर्माण अधूरा होने के बावजूद पूरी राशि निकाले जाने का मामला सामने आया है. इन विद्यालयों में न तो दीवार पर प्लस्टर हुए और न ही दरवाजे और खिड़की लगे हैं. इस मामले में जूनियर इंजीनियर ने आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है.
Jharkhand News: गढ़वा जिला अंतर्गत रंका प्रखंड के चार प्राथमिक विद्यालय के प्रधान शिक्षा मित्रों एवं अध्यक्षों पर विद्यालय भवन निर्माण कार्य का पूरी राशि निकालकर भवन पूर्ण नहीं करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज होगी. इनमें रबदा गांव के जमुनघाट उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय के प्रधान शिक्षामित्र सह सचिव उमेश राम, अध्यक्ष कमलेश कुमार, कर्री उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय की प्रधान शिक्षा मित्र सह सचिव गोपाल सिंह, अध्यक्ष प्रेम शंकर राम, बांदु खरवारी टोला के नव प्राथमिक विद्यालय के प्रधान शिक्षा मित्र सह सचिव अरुण कुमार सिंह, अध्यक्ष हीरा सिंह, भंवरी गांव के तिसिया उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय के प्रधान शिक्षा मित्र सह सचिव हरिहर कोरवा, अध्यक्ष लखन कोरवा शामिल हैं.
23 लाख 50 हजार 775 रुपये गबन का आरोप
उक्त लोगों पर झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद रांची के पत्रांक 1536, दिनांक 29 जून 2022 के आलोक में दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है. उक्त सभी प्रधान शिक्षा मित्रों एवं अध्यक्षों पर 23 लाख 50 हजार 775 रुपये गबन करने का आरोप है.
विद्यालय भवन अधूरा, पर निकाल ली राशि
मालूम हो कि वर्ष 2011-12 में जमुनघाट उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय के नये भवन निर्माण कार्य के लिए कुल 10 लाख 69 हजार 729 रुपये स्वीकृत हुआ था. इसमें मात्र 7 लाख 85 हजार 61 रुपये का कार्य हुआ है. इतनी ही राशि कनीय अभियंता द्वारा मापी पुस्तिका में संधारित की गई है. जबकि पूरी राशि 10,69,729 रुपए निकाली गई है. विद्यालय भवन पूर्ण नहीं हुआ है, वह अबतक अधूरा है. विद्यालय भवन में न ही फर्श बना है और न ही दरवाजा, खिड़की लगी है. सिर्फ रंग रोगन कार्य कर पूरी राशि निकाली गई है. रिपोर्ट के अनुसार इसमें 3, 61,168 रुपये का गबन हुआ है.
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विद्यालय भवन में दरवाजा- खिड़की नदारद
वहीं, कर्री हरिजन टोला उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय में भी वर्ष 2011-12 में नये भवन निर्माण कार्य के लिए 11 लाख, 17 हजार, 748 रुपए स्वीकृत हुआ था. जिसमें मात्र 2,53,977 रुपये का कार्य हुआ है. इसमें भी पूरी राशि निकाली गई है. यहां भी 8,63,771 रुपए का गबन हुआ है. जबकि, विद्यालय भवन अधूरा रह गया है. विद्यालय भवन में न ही प्लास्टर हुआ है और न ही दरवाजा, खिड़की लगा है. वहीं, बांदु खरवारी टोला नव प्राथमिक विद्यालय के नए भवन निर्माण कार्य के लिए वर्ष 2011-12 में कुल 7,02,716 रुपए स्वीकृत हुआ था. इसमें विद्यालय भवन बनाए बिना पूरी राशि 7,02,716 रुपए निकाल ली गई. इसके कारण नया विद्यालय भवन नहीं बना. मजबूरन पुराने विद्यालय भवन में ही स्कूल संचालित होता है. जबकि पुराना विद्यालय भवन जर्जर अवस्था में है. वह कभी भी ध्वस्त हो सकता है.
भवन नहीं होने से पठन-पाठन पुराने भवन में संचालित
उसी प्रकार, भंवरी गांव के तिसिया उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय के नये भवन निर्माण कार्य के लिए वर्ष 2011-12 में कुल 7,04,940 रुपये स्वीकृत हुआ था. इसमें मात्र 2,81,824 रुपये का जूनियर इंजीनियर द्वारा कार्य संधारित किया गया है और पूरी राशि निकाली गई. जबकि भवन अधूरा रह गया है. इसमें 4,23,120 रुपये का गबन हुआ है. उक्त सभी विद्यालयों में विद्यालय भवन नहीं बनने से पठन-पाठन का कार्य पुराने भवन में संचालित हो रहा है.
सभी लोगों पर प्राथमिकी दर्ज होगी : जूनियर इंजीनियर
जूनियर इंजीनियर दिलीप उपाध्याय ने कहा कि विद्यालय भवन निर्माण कार्य की राशि प्रधान शिक्षा मित्र सह सचिव एवं अध्यक्ष के संयुक्त खाता में निर्गत होता है. इसलिए प्रधान शिक्षा मित्र सह सचिव एवं अध्यक्ष ने संयुक्त हस्ताक्षर कर सभी राशि निकाल ली गई है और विद्यालय भवन पूर्ण नहीं किया. उक्त सभी लोगों पर झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद रांची के द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया है. उक्त लोगों को एक महीने के अंदर शेष राशि वापस करने का निर्देश दिया गया था. लेकिन, उक्त प्रधान शिक्षा मित्रों द्वारा राशि वापस नहीं किया गया है. इसलिये सभी लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.
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Posted By: Samir Ranjan.