पश्चिम बंगाल सरकार कुल 2500 सरकारी बसों को गंगासागर मेले के दौरान चलायेगी, जबकि इस दौरान लगभग दो हजार गैर सरकारी बसों का भी परिचालन गंगासर के लिए होगा. कुल मिलाकर लगभग चार हजार बसों का परिचालन गंगासागर मेला के दौरान करने की राज्य सरकार की योजना है. उक्त जानकारी परिवहन मंत्री स्नेहाशीष चक्रवर्ती ने कहीं. कसबा स्थित परिवहन भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए परिवहन मंत्री ने बताया कि मकर संक्रांति से पहले 12 जनवरी से शुरू होने वाली यह व्यवस्था 17 जनवरी तक रहेगी. मेले के दौरान बाबूघाट के आउट्राम घाट पर प्रीपेड टैक्सी की व्यवस्था भी इस बार राज्य सरकार द्वारा की गयी है.
इसके साथ ही कुल 32 वेसेल भी लाॅट नंबर आठ से कचुबेड़िया व अन्य स्थानों पर चलेंगे. इसके साथ ही बड़े वाहनों को नदी पार कराने के लिए बार्ज (वाहनों को नदी पार कराने के लिए एक तरह का जहाज) सभी जहाजों को 21 जेटियों से परिचालन किया जायेगा. श्री चक्रवर्ती ने बताया कि गंगासागर मेले के दौरान वह खुद मेला ग्राउंड में परिवहन व्यवस्था की निगरानी करेंगे.
उन्होंने बताया कि रेलवे द्वारा भी मेले के दौरान स्पेशल ट्रेनों का परिचालन होगा. मेले के दौरान कुल 72 स्पेशल ट्रेनों का परिचालन सियालदह, प्रिंसेपघाट से कोलकाता और माझेरहाट होते हुए स्पेशल ट्रेनों का परिचालन नामखाना तक होगा. सियालदह स्टेशन के 15 और 16 नंबर प्लेटफॉर्म से नामखाना जानेवाली ट्रेनों का परिचालन होगा. इन दो प्लेटफॉर्मों को मेले के दौरान गंगासागर के तीर्थयात्रियों के लिए रिजर्व किया गया है. 40 सीसीटीवी कैमरे सियालदह, नामखाना और प्रिंसेप घाट पर लगाये गये हैं. 10 अतिरिक्त टिकट काउंटर भी खोले जाएंगे.
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परिवहन मंत्री ने बताया कि पुस्तक मेला के लिए भी परिवहन विभाग दो सौ स्पेशल बसें चलायेगा. यह सेवा 18 से 31 जनवरी तक होगी. कोलकाता के बेहला, सांतरागाछी, गोड़िया, बारासात से पुस्तक मेला स्पेशल बसों का परिचालन होगा. संवाददाता सम्मेलन में परिवहन सचिव सौमित्र मजूमदार भी उपस्थित रहे.
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