खूंटी में PLFI कमांडर माइकल गुड़िया और मुकेश सहित 5 नक्सली गिरफ्तार, एक व्यक्ति की हत्या करने की थी योजना
खूंटी के तोरपा समेत अन्य थाना क्षेत्र से PLFI नक्सली कमांडर माइकल गुड़िया और मुकेश चीक बड़ाईक सहित पांच नक्सली को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार नक्सली एक व्यक्ति करने के इरादे से आये थे, लेकिन इससे पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गया.
Jharkhand Naxal News: नक्सली संगठन PLFI कमांडर माइकल गुड़िया तथा मुकेश चीक बड़ाईक सहित सहित पांच सक्रिय नक्सली को पुलिस ने गिरफ्तार कर गुरुवार को जेल भेज दिया. माइकल गुड़िया आनंदपुर थाना क्षेत्र के सोदा ऊपर टोली से तथा मुकेश बड़ाईक बसिया थाना क्षेत्र के लबाकेरा डुमकी टोली का रहने वाला है. गिरफ्तार किये गये अन्य लोगों में सिकीदरी थाना क्षेत्र के अगरतोली का अर्जुन मुंडा, बानो थाना क्षेत्र के भंडारवेली का सुरेंद्र बड़ाईक तथा अनगड़ा थाना क्षेत्र के बुकी बॉलौटा गांव का पंकज महतो शामिल है. इन नक्सलियों के पास से पुलिस ने एक देसी कट्टा, मोबाइल फोन, PLFI का पर्चा तथा चंदा रसीद बरामद किया गया है. बताया गया कि गिरफ्तार नक्सली आनंदपुर क्षेत्र में जमीन विवाद में पैसे लेकर एक व्यक्ति की हत्या करने की नियत से यहां पहुंचे थे.
क्या है मामला
ग्रामीण एसपी (रांची) तथा प्रभारी पुलिस अधीक्षक, खूंटी नौशाद आलम को गुप्त सूचना मिली थी कि पीएलएफआई का एक सक्रिय सदस्य किसी आपराधिक घटना को अंजाम देने के लिए अवैध हथियार के साथ बस से रांची से रनिया की तरफ जा रहा है. इस सूचना पर एसडीपीओ ओमप्रकाश तिवारी के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर छापामारी की गयी. चुरगी नदी पुल के पास बस की चेकिंग के दौरान पीएलएफआई का सक्रिय सदस्य अर्जुन मुंडा को देसी कट्टा एवं गोली के साथ गिरफ्तार किया.
गिरफ्तार नक्सली अर्जुन की निशानदेही पर अन्य नक्सलियों की हुई गिरफ्तारी
गिरफ्तार नक्सली अर्जुन ने पुलिस को बताया कि आनंदपुर क्षेत्र का पीएलएफआई कमांडर माइकल गुड़िया, मुकेश चीक बड़ाईक और पंकज महतो के साथ मिलकर आनंदपुर क्षेत्र में एक व्यक्ति की हत्या करने वाला है. अर्जुन की निशानदेही पर माइकल, मुकेश, पंकज एवं सुरेंद्र को गिरफ्तार किया गया.
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इन नक्सलियों के खिलाफ आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज
मुकेश पर गुमला जिला के बसिया, पालकोट, कामडारा थाना क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं. माइकल गुड़िया भी पूर्व में जेल जा चुका है. छापामारी में एसडीपीओ ओमप्रकाश तिवारी, पुलिस इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह, सब इंस्पेक्टर विवेक प्रशांत, विश्वजीत ठाकुर, रनिया थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार यादव, सब इंस्पेक्टर निशांत केरकेट्टा, कामेश्वर उरांव, मनोहरपुर थाना प्रभारी अमित कुमार शामिल थे. प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस अधीक्षक ने कहा कि उग्रवादी सरेंडर करें और सरकार की योजना का लाभ लें. आज कई माओवादी व उग्रवादी सरकार की सरेंडर पॉलिसी का लाभ लेकर परिवार के साथ अच्छी जिंदगी बिता रहे हैं.