धनबाद : सात महीने में 34 लाख की 56 मोटरसाइकिलें हुई चोरी, बरामद हो पायीं केवल आधा दर्जन बाइक

आये दिन किसी न किसी थाना क्षेत्र में बाइक चोरी की घटना सामने आती हैं. पलक झपकते बाइक चोर गिरोह के सदस्य घटना को अंजाम दे देते हैं. शहर में प्रशासन द्वारा लगाये गये अधिकांश सीसीटीवी के खराब रहने के कारण चोर किस दिशा में भागे इसका भी पता नहीं चल पाता और पुलिस हाथ मलते रह जाती है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 12, 2023 9:36 AM
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धनबाद जिले में जिस रफ्तार से बाइक चोरी की घटनाएं बढ़ी हैं, उस रफ्तार से उनकी बरामदगी नहीं होती. आये दिन किसी न किसी थाना क्षेत्र में बाइक चोरी की घटना सामने आती हैं. बानगी के लिए केवल सरायढेला थाना क्षेत्र की बात करें तो इस वर्ष जनवरी से जुलाई तक 56 बाइकों की चोरी हो चुकी है. इसमें से दो दर्जन से अधिक एसएनएमएमसीएच से चोरी गयी. बरामदगी लगभग आधे दर्जन की हुई है. याद रहे चोरी गयी इन बाइकों का इस्तेमाल आपराधिक घटनाओं में किया जा रहा है. बावजूद इसके ना तो पुलिस अपना हनक दिखा पा रही और ना हीं आम लोग सतर्क हो रहे हैं. इसका फायदा जामताड़ा, बोकारो, गिरिडीह व धनबाद के स्थानीय अपराधी उठा रहे हैं. पलक झपकते बाइक चोर गिरोह के सदस्य घटना को अंजाम दे देते हैं. दूसरी ओर कोढ़ में खाज यह कि शहर में प्रशासन द्वारा लगाये गये अधिकांश सीसीटीवी के खराब रहने के कारण चोर किस दिशा में भागे इसका भी पता नहीं चल पाता और पुलिस हाथ मलते रह जाती है.

पांच से 10 हजार में बेचते हैं बाइक

सरायढेला थाना क्षेत्र से सात माह (जनवरी से जुलाई) में चोरी गयीं 56 बाइकों में 24 केवल एसएनएमएमसीएच परिसर से चोरी हुई हैं. एक बाइक की औसत कीमत 60 हजार रुपये भी मान लें, तो लगभग 34 लाख रुपये की बाइक चोरी हो चुकी हैं. चोर इन बाइकों को पांच से 10 हजार के बीच बेच देते हैं.

किस माह कितनी बाइक चोरी

सरायढेला थाना में जनवरी में आठ, फरवरी में छह, मार्च में तीन, अप्रैल में सात, मई में 10, जून में 12 व जुलाई माह में 10 बाइक चोरी की घटनाएं दर्ज हैं.

जांच अभियान चले, तो रुकेगी चोरी

चोरी गयी बाइकों के फर्जी कागजात बनाने वालों के भी गैंग सक्रिय हैं. गैंग के सदस्यों के साथ चोरों की मिली-भगत होती है. वो फर्जी कागजात बना कर देते हैं और उसी के बल सभी जगह चोरी की बाइकें नंबर प्लेट बदल कर धड़ल्ले से चल रही हैं. अगर कागजात जांच का अभियान गंभीरता से चले तो इन पर रोक लग सकती है. पर चेकिंग को भी पुलिस द्वारा कमाई का जरिया बना लेने से कुछ असर नहीं होता.

कहती है पुलिस

सरायढेला थाना पुलिस के अनुसार एसएनएमएमसीएच में बाइक की चोरी रोकने के लिए विशेष तौर से चार पुलिस पदाधिकारी को तैनात किया गया है. ये सादे लिबास में ड्यूटी करते हैं. कई लोगों की बाइक में लॉक नहीं लगा रहता है, तो उस गाड़ी को साइड करके रख दिया जाता है. उसके बाद भी लोग नहीं सुधर रहे हैं. जुलाई माह में रंगेहाथ बाइक चोरी करते हुए चार लोग पकड़े गये और बाइक भी बरामद हुई है. अगर लोग भी जागरूक हों तो चोरी रुक सकती है.

वाहन चोरी की बढ़ती घटनाओं पर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने लिया निर्णय

शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) में पार्किंग व्यवस्था बदलेगी. आने वाले समय में जहां-तहां वाहन को खड़ा नहीं किया जा सकेगा. अस्पताल परिसर में वाहन खड़ा करने के लिए ओपीडी बिल्डिंग के बेसमेंट का चयन किया गया है. बेसमेंट को पार्किंग का रूप देने के लिए निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है. दरअसल, अस्पताल में लगातार हो रही वाहन चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने नया प्रस्ताव तैयार किया है.

जहां-तहां वाहन खड़ा करने से सभी परेशान

एसएनएमएमसीएच परिसर में आम लागों के साथ बड़ी संख्या में अस्पताल के कर्मी भी वाहन खड़ा करते हैं. इस वजह से परिसर में जहां-तहां वाहन लगा रहता है. ओपीडी बिल्डिंग के बाहर, मुख्य बिल्डिंग के समीप, इमरजेंसी के समीप लगने वाले वाहनों से मरीजों के साथ-साथ चिकित्सक व मेडिकल स्टाफ को परेशानी उठानी पड़ती है. इधर-उधर लगे वाहनों के कारण कभी-कभी एंबुलेंस भी फंस जाती है.

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मेडिकल कॉलेज में पार्किंग की समस्या है. आये दिन वाहनों के चोरी होने की शिकायतें भी सामने आ रही है. इसे देखते हुए अस्पताल परिसर में स्थान का चयन किया गया है. कुछ दिनों में निर्माण कार्य पूरा कर लिया जायेगा. इसके बाद आम लोगों के साथ मेडिकल स्टाफ अपने वाहनों को पार्किंग में लगा सकेंगे.

-डॉ अनिल कुमार, अधीक्षक, एसएनएमएमसीएच

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