Deoria Murder Case : सीना चीर देगी नौ बीघा जमीन में छह लोगों की हत्या की कहानी, फतेहपुर छावनी में तब्दील

देवरिया जिले के एक गांव के दबंग प्रेम यादव और सत्यप्रकाश दुबे के बीच लंबे समय से संपत्ति विवाद चल रहा था. अधिकारियों ने बताया कि प्रेम यादव आज सुबह अपनी दुश्मनी खत्म करने के लिए सत्यप्रकाश दुबे के यहां बातचीत के लिए गये थे.

By अनुज शर्मा | October 3, 2023 2:52 PM

Deoria Murder Case: यूपी के देवरिया के एक गांव ग्राम फतेहपुर में नौ बीघा जमीन को लेकर हुई हिंसा में एक ही परिवार के 5 लोगों समेत छह की हत्या की घटना में अब तक 14 लोगों को हिरासत में लिया गया है. दिल दहलाने वाली इस घटना के बाद पुलिस- प्रशासन सतर्क हो गया है. गांव में पीएसी तैनात कर दी गई है. आला अधिकारी कैंप कर रहे हैं.

Deoria murder case : सीना चीर देगी नौ बीघा जमीन में छह लोगों की हत्या की कहानी, फतेहपुर छावनी में तब्दील 2

देवरिया जिले के एक गांव के दबंग प्रेम यादव और सत्यप्रकाश दुबे के बीच लंबे समय से संपत्ति विवाद चल रहा था. अधिकारियों ने बताया कि प्रेम यादव आज सुबह अपनी दुश्मनी खत्म करने के लिए सत्यप्रकाश दुबे के यहां बातचीत के लिए गये थे.जब यादव दुबे से बात कर रहे थे तभी एक महिला ने उन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया. प्रेम यादव की हत्या की खबर गांव में फैली तो उनके समर्थकों की एक बड़ी भीड़ ने सत्यप्रकाश दुबे के घर में घुसकर उनकी और उनके परिवार के चार अन्य सदस्यों की हत्या कर दी.

नृशंस हत्याओं के बाद स्थिति तनावपूर्ण

घटना के वक्त सत्यप्रकाश दुबे का 18 वर्षीय पुत्र सर्वेश दुबे बाहर गया था. पुलिस ने कहा, “54 वर्षीय दुबे के अलावा, उनकी पत्नी किरण दुबे, बेटियां सलोनी और नंदनी और बेटा गांधी हमले में मारे गए” पुलिस ने कहा कि इलाके में भारी बल तैनात किया गया है क्योंकि नृशंस हत्याओं के बाद स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. “अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और जांच शुरू कर दी गई है. ” डीजी स्पेशल प्रशांत कुमार ने कहा कि कानून हाथ में लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. “पुलिस बल तैनात किया गया है और सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं” मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला अधिकारियों को प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है. उनके कार्यालय ने कहा कि उन्होंने पुलिस से घटना की गहन जांच करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने को भी कहा है.

अखिलेश यादव ने देवरिया कांड को शासन की विफलता बताया

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने देवरिया कांड को शासन की विफलता बताया है उन्होंने कहा कि कहीं ना कहीं प्रशासन की लापरवाही या संलीप्तता की वजह से यह घटना घटित हुई है. उन्होंने अभी कहां की विकास मुख्यमंत्री जी के दुख प्रकट करने से लोगों का जीवन वापस आ जाता एक उच्च स्तरीय जांच ही इस हत्याकांड की परतों के पीछे की तरफ उतार कर न्याय कर सकती है यह जांच तत्काल हो.

आज सुबह 8 बजे हमें सूचना मिली कि देवरिया जिले के रुद्रपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले फतहपुर गांव में दो गुटों के बीच झड़प हो गई है. एक गुट के एक व्यक्ति को पुलिस ने मौके पर ही मृत पाया और छह लोग बेहोशी की हालत में थे. उन सभी को देवरिया मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया, जहां जांच में पांच लोग मृत पाए गए. लंबे समय से चले आ रहे भूमि विवाद को लेकर झड़प शुरू हो गई. एक समूह से एक की गिरफ्तारी हुई है और आगे की जांच चल रही है.
अखंड प्रताप सिंह, डीएम, देवरिया
जिस तारीख को जन्मा उसी दिन हुई हत्या

ग्राम फतेहपुर में मारे गए दीपेश उर्फ गांधी का जन्म दो अक्टूबर को हुआ था. राष्ट्रपिता की जयंती के दिन पैदा होने के के कारण दीपेश को अधिकतर लोग गांधी के नाम से पुकार लगाते थे. जमीन के लिए उसकी हत्या भी उसी दिन कर दी गई जिस दिन परिवार के लोग उसका जन्मदिन मनाने की तैयारी कर रहे थे. परिवार के सभी सदस्यों ने मिलकर तय किया था कि शाम सात बजे जन्मदिन का उत्सव मनाया जाएगा. यह किसी ने नहीं सोचा था कि घर में मातम मनाने वाला भी कोई नहीं बचेगा.

मरने से पहले भाई को फोन कर बताई घटना

स्थानीय मीडिया सूत्रों के अनुसार हत्या से पहले घर पर हमला होने के बाद उसने भाई पंडित देवेश को दीपेश ने फोन किया था. सोमवार को सुबह पंडित देवेश दुबे को मोबाइल पर फोन उस वक्त आया जब वह बलिया में किसी व्यक्ति के घर पर पूजा करने के लिए गए थे. सुबह के करीब 7.45 बजे दीपेश ने फोन पर डर भरी चीख के साथ कहा था “भैया, मैं गांधी बोल रहा हूं, जल्दी पुलिस को फोन करो, लोग मम्मी पापा को मार डाले हैं, हम लोगों को भी मारने आ रहे हैं. दरवाजा बंद किए हुए हैं , पुलिस को जल्दी फोन करो भैया जल्दी करो.’

फोन कटने के बाद फिर नहीं लगा

पंडित देवेश ने बताया कि भाई का फोन तुरंत कट गया. फिर प्रयास करने के बाद दीपेश का फोन नहीं लगा. देवेश ने बताया कि तुरंत पूजा कार्यक्रम को स्थगित कर वहां से रोडवेज की बस से देवरिया के लिए रवाना हो गया. दीदी शोभित से भी बात की और उसने बताया कि घर नहीं जाना पुलिस ऑफिस रुक जाना. शोभित अपने पति गिरीश तिवारी के साथ पहले ही पुलिस ऑफिस पर के साथ पहुंच चुकी थी. देवेश पुलिस ऑफिस पहुंचे और पूरी घटना बताई. विद्याधर्म संजीवन संस्कृत महाविद्यालय में शास्त्री प्रथम वर्ष के छात्र 17 वर्षीय देवेश अपने वरिष्ठ छात्र सुंदरम पंडित के साथ पूजा कार्यक्रम में बलिया गए थे.

रिपोर्ट : प्रदीप

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