झारखंड में 60-40 नियोजन नीति के खिलाफ सड़क पर उतरे युवा, हेमंत सोरेन सरकार से की ये मांग

अधिवक्ता अनिरुद्ध कुमार ने कहा कि झारखंड गठन हुए 23 वर्ष हो गये हैं, लेकिन आज तक झारखंड के मूल निवासियों को हक और अधिकार नहीं मिला है. सरकार में बाहरी तत्वों को शामिल होने के कारण मूल झारखंडियों की नहीं चलती है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 10, 2023 6:22 PM
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बड़कागांव: झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन एवं नागरिक अधिकार मंच के तत्वावधान में झारखंड में 60-40 नियोजन नीति को रद्द करने, सभी नियुक्तियों में झारखंड का स्थाई निवासी शब्द जोड़ने, खतियानी नियोजन नीति को लागू करने एवं मूल निवासियों को नौकरी देने की मांगों को लेकर हजारीबाग जिले के बड़कागांव प्रखंड के मुख्य चौक पर प्रदर्शनकारियों ने शनिवार की सुबह सड़क जाम किया. 11 जून को भी छात्र-छात्राएं, शिक्षक-शिक्षिकाएं और अभिभावक सड़क पर उतरेंगे. सड़क जाम से यात्री बस एवं अन्य प्रकार के वाहन दोपहर तक नहीं चले. इससे यात्रियों को परेशानी हुई.

सरकार में शामिल हैं बाहरी लोग

सड़क जाम करने को लेकर बड़कागांव मुख्य चौक पर नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया. मौके पर अधिवक्ता अनिरुद्ध कुमार ने कहा कि झारखंड गठन हुए 23 वर्ष हो गये हैं, लेकिन आज तक झारखंड के मूल निवासियों को हक और अधिकार नहीं मिला है. सरकार में बाहरी तत्वों को शामिल होने के कारण मूल झारखंडियों की नहीं चलती है. उन्होंने कहा कि झारखंड के बाहरी लोग विधायक, सांसद और मंत्री बने हुए हैं, तो वे कैसे झारखंड की भला चाहेंगे. ऐसे लोगों को मंत्री और विधायक और सांसद नहीं बनने देना है. अधिवक्ता ने कहा कि हजारीबाग, रांची, चतरा अन्य संसदीय क्षेत्र से चुने गए सांसद झारखंड के मूल निवासी नहीं हैं.

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1932 का खतियान लागू करने से होगा झारखंड का भला

जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि मोहम्मद इब्राहिम ने कहा कि 60-40 नियोजन नीति से झारखंड में बाहरी लोगों का नियुक्ति में दबदबा बन जाएगा और झारखंड के मूल निवासियों को नौकरी से वंचित रहना पड़ जाएगा. मनोज गुप्ता ने कहा कि 1932 का खतियान लागू करने से ही झारखंड के मूल निवासियों को हक व अधिकार मिलेगा. समाजसेवी लखींद्र ठाकुर ने कहा कि बड़कागांव में बड़ी-बड़ी कंपनियां रैयतों से जबरदस्ती जमीन छीन कर करोड़ों रुपए का कोयला निकाल रही हैं, लेकिन यहां के मूल निवासियों को नौकरी नहीं दे रही हैं, बल्कि बाहरी लोगों को नौकरी दी जा रही है. इससे मूल निवासियों का शोषण हो रहा है.

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नुक्कड़ सभा में ये थे मौजूद

नुक्कड़ सभा की अध्यक्षता मिथिलेश कुमार, राकेश कुमार एवं संचालन मोहम्मद इब्राहिम ने किया. मौके पर रंजन कुमार उर्फ गुड्डू, रामचरित्र प्रसाद, अवधेश कुमार, मोहम्मद जानिसार, मुकेश प्रजापति,मोहम्मद असद, पंचम कुमार, मोनल कुमार, सागर कुमार,विकास कुमार, मोहम्मद कासिम रजा, प्रीति कुमारी,रामदुलार कुमार साव, समाजसेवी सोनू इराकी, सरिता कुमारी, कंचन कुमारी,अफसाना प्रवीण, सोनी कुमारी, तिलेश्वर कुमार समेत अन्य उपस्थित थे.

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