अजय अनुराग, डायरेक्टर, विजडम आईएएस, दिल्ली
69th bpsc preliminary exam 2023 preparation tips: बिहार लोक सेवा आयोग ने 69वीं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से पहले 346 पदों पर बहाली की अधिसूचना जारी की थी, जिसमें 33 पदों की वृद्धि के साथ रिक्तियों को 379 कर दिया गया है. रिक्तियों की संख्या कम होने से परीक्षा में शामिल होनेवाले अभ्यर्थियों को कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा. ऐसे में मुकम्मल तैयारी ही सफलता के लिए कारगर साबित होगी. आगे पढ़ें… बीपीएससी में सफलता पाने के लिए तैयारी की सही रणनीति क्या हो ?
एग्जाम कैलेंडर के मुताबिक बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 30 सितंबर, 2023 को आयोजित की जायेगी, जिसमें सफल होने के बाद ही अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा में शामिल हो सकते हैं. प्रारंभिक परीक्षा में कुल 150 बहुविकल्पीय वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाते हैं. प्रत्येक प्रश्न के लिए एक अंक निर्धारित होता है और परीक्षा की अवधि 120 मिनट होती है. इस परीक्षा में अधिक संख्या में अभ्यर्थियों के आवेदन करने और नेगेटिव मार्किंग होने के कारण प्रतिस्पर्धा का स्तर बेहद कठिन होता है. इस बार सीटों की संख्या भी कम है, अतः इसमें सफल होने के लिए कठिन परिश्रम के साथ ही एक सटीक अध्ययन रणनीति भी जरूरी है.
प्रारंभिक परीक्षा में सफल होने की रणनीति में कई बातें शामिल हैं, जिनमें मुख्यतः सिलेबस के अनुरूप सभी टॉपिक को तैयार करना, पढ़ाई के समय और घंटे तय करना, क्या पढ़ना है और कौन-सी पुस्तकों को आधार बनाया जाये और प्रैक्टिस के लिए कितना समय दिया जाये, जैसे बिंदुओं पर विचार करना होगा. प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी को मुख्यतः चार हिस्सों में बांटकर देखा जा सकता है-
– एनसीइआरटी सहित और कुछ मानक पुस्तकों का अध्ययन करना.
– बिहार राज्य से संबंधित प्रश्नों को तैयार करना.
– पिछले एक वर्ष के करेंट अफेयर्स को तैयार करना.
– पिछले वर्षों के प्रश्नों एवं नये प्रश्नों की प्रतिदिन प्रैक्टिस करना.
अभ्यर्थी अक्सर यह पूछते हैं कि बीपीएससी प्रीलिम्स के लिए सामान्य अध्ययन के किस खंड पर अधिक बल दिया जाये? ध्यान रखें कि सामान्य अध्ययन का प्रत्येक खंड सामान रूप से महत्वपूर्ण है, लेकिन विगत वर्षों के ट्रेंड के आधार पर यह कहा जा सकता है कि सामान्य विज्ञान, इतिहास, भारतीय संविधान और करेंट अफेयर्स आदि से अधिक सवाल पूछे जा रहे हैं. इसी तरह मानसिक योग्यता से लगभग 10 सवाल जरूर पूछे जाते हैं. अतः इन खंडों को अपेक्षाकृत अधिक महत्व दें और अन्य खंडों को भी तैयार करें.
बीपीएससी परीक्षा के लिए एनसीइआरटी की पुस्तकों को सर्वाधिक वरीयता देने के पीछे दो कारण हैं – एक तो इससे विषय के प्रति आधारभूत समझ बनेगी और दूसरा परीक्षा के अधिकतर सवाल इन्हीं पुस्तकों पर आधारित होते हैं. इस परीक्षा में करेंट अफेयर्स की भूमिका भी बढ़ी है. इसके लिए राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय खबरों के साथ-साथ बिहार से जुड़ी खबरों पर भी विशेष ध्यान देना जरूरी है. बिहार सरकार द्वारा चलायी जा रही सामाजिक-आर्थिक योजनाओं और कार्यक्रमों से अक्सर सवाल पूछे जाते हैं. इसके लिए आप बिहार प्रदेश की वेबसाइट से सूचनाएं जुटा सकते हैं. प्रारंभिक परीक्षा में मानसिक योग्यता के तहत गणित के प्रश्न पूछे जाते हैं, जो अपेक्षाकृत कुछ कठिन होते हैं, अतः इन प्रश्नों को भी ठीक से तैयार करें.
1 बहुत सारी किताबों और विभिन्न कोचिंग के नोट्स पढ़ने के बजाय केवल कुछ किताबों को ही आधार बनाएं और उन्हें बार-बार पढ़ें.
2 दुर्लभ किताबों और तथ्यों की खोज करने के बजाय सामान्य तथ्यों पर ही ध्यान केंद्रित करें, क्योंकि मुश्किल से 10-12 सवाल ही दुर्लभ तथ्यों पर आधारित होते हैं.
3 इस परीक्षा में सबसे अधिक दबाव समय-सीमा को लेकर होता है, क्योंकि आपको 150 प्रश्नों को मात्र 120 मिनट में हल करना है, यानी औसतन प्रत्येक प्रश्न को हल करने के लिए आपके पास मात्र 40 सेकेंड होते हैं. अतः इसका पहले ही खूब अभ्यास कर लें.
4 जो भी पढ़ें, ठोस पढ़ें. विषय की अवधारणा पर दोस्तों के साथ खूब चर्चा-परिचर्चा करें.
5 करेंट अफेयर्स के तहत पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी, जैव विविधता एवं जलवायु परिवर्तन, सरकारी योजनाएं, अंतरराष्ट्रीय संगठन तथा विभिन्न विषयों के आंकड़ों और रिपोर्ट्स पर आधारित प्रश्नों को ठीक से देखें.
6 अध्ययन के लिए प्रतिदिन 8-10 घंटे का समय निकालें, जिसमें 60 प्रतिशत समय अध्ययन के लिए और 40 प्रतिशत प्रैक्टिस के लिए सुनिश्चित करें.
7 ध्यान रहे कि प्रारंभिक परीक्षा में प्रश्नों का सही उत्तर आपके सामने ही होता है, आपको केवल दिये गये चार विकल्पों में से सही उत्तर का चुनाव करना है. सही विकल्प तक पहुंचने के लिए निष्कासन पद्धति सबसे बेहतर तरीका है, जिसके तहत जो विकल्प अनुचित अथवा अप्रासंगिक लगे उसे पहले ही बाहर कर दें. इस पद्धति के जरिये आप ‘कंफ्यूजन’ से बच सकते हैं.
8 जो प्रश्न आपको सबसे आसान लगे, उसे एक बार दुबारा जरूर देख लें, क्योंकि यहां गलती होने की संभावना अधिक होती है.
9 अपनी तैयारी को लेकर मन में कोई अफसोस का भाव न रखें कि ये नहीं पढ़ा या वो किताब छूट गयी. कोई जरूरी नहीं कि जो नहीं पढ़ा या जो छूट गया, उसी से प्रश्न आये. अतः परीक्षा के लिए अपनी तैयारी को लेकर आत्मविश्वास बनाये रखें.
10 प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता की सबसे सार्थक व सटीक रणनीति प्रैक्टिस है. आप प्रतिदिन ‘टॉपिक-वाइज’ खूब प्रैक्टिस कर लें, ताकि अधिकाधिक प्रश्नों और प्रश्नों के ट्रेंड तक आपकी पहुंच बन सके.
इतिहास : कक्षा 9 से 12 तक की एनसीइआरटी की किताबें व स्पेक्ट्रम की ‘आधुनिक भारत का संक्षिप्त इतिहास’.
राज्यव्यवस्था : कक्षा 9 से 12 तक की एनसीइआरटी की पुस्तकें और एम लक्ष्मीकांत की ‘भारतीय राज्यव्यवस्था’.
भूगोल : कक्षा 9 से 12 तक की एनसीइआरटी की पुस्तकें एवं महेश बर्णवाल की पुस्तक.
अर्थव्यवस्था : कक्षा 9 से 12 तक की एनसीइआरटी की पुस्तकें एवं रमेश सिंह एवं लाल एंड लाल की पुस्तक और भारत सरकार द्वारा प्रकाशित ‘आर्थिक सर्वेक्षण’ एवं ‘बजट’ इत्यादि.
पर्यावरण : एनसीइआरटी की पुस्तकें, पर्यावरण मंत्रालय की वेबसाइट (envfor.nic.in).
विज्ञान व प्रौद्योगिकी : कक्षा 9 से 12 तक की एनसीइआरटी की पुस्तकें एवं विज्ञान व प्रौद्योगिकी से जुड़े करेंट अफेयर्स.
करेंट अफेयर्स : किसी भी एक राष्ट्रीय दैनिक में आर्थिक मुद्दे व संपादकीय पृष्ठ को ठीक से पढ़ें. ढेर सारी किताबों में खुद को न उलझाएं.
अतिरिक्त स्रोत : भारत सरकार द्वारा प्रकाशित ‘भारत’ (इंडिया ईयर बुक), योजना व कुरुक्षेत्र आदि. बिहार : एक परिचय और अन्य किताबें.
अन्य जानकारी के लिए देखें : https://www.bpsc.bih.nic.in/Advt/NB-2023-07-13-01.pdf एवं https://bpsc.bih.nic.in/Advt/NB-2023-06-27-04.pdf
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