झारखंड : आईबी ऑफिसर बताकर ट्रक ड्राइवर से लूटपाट करते 7 आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे, कार समेत कई सामान बरामद
खुद को आईबी अधिकारी बताकर ट्रक ड्राइवर से लूटपाट करने के मामले में धनबाद के निरसा थाने की पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार सातों आरोपी पश्चिम बंगाल के आसनसोल का रहनेवाला बताया गया है. गिरफ्तार आरोपियों के पास से कई सामान बरामद हुए.
निरसा (धनबाद), अरिंदम चक्रवर्ती : पश्चिम बंगाल के आसनसोल निवासी सात युवक खुद को इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) ऑफिसर बताकर ट्रक चालक से लूटपाट करने के मामले में निरसा पुलिस के हत्थे चढ़ा. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से कार समेत कई सामान बरामद किया. वहीं, पूछताछ के बाद सातों को जेल भेज दिया गया.
क्या है मामला
इस संबंध में बताया गया कि कोलकाता से रेडीमेड कपड़ा लेकर ट्रक संख्या बीआर 44 जी 9821 सोमवार को निकला. ट्रक कपड़ा लेकर बिहार के आरा जा रही थी. इसी दौरान एक कार पर सवार युवकों ने निरसा से पांच किमी पहले एनएच 2 मुगमा मोड़ पर लाठी लेकर ट्रक को रुकवाना चाहा. लेकिन, ट्रक चालक गाड़ी को नहीं रोका. इसके बाद दूसरे कार में बैठे लोगों ने ट्रक का पीछा करने लगा. टॉर्च मारकर दोबारा ट्रक को रोकवाने का प्रयास किया गया, लेकिन ट्रक ड्राइवर आरा के साहाड़ थाना क्षेत्र के सेवथान निवासी प्रमोद कुमार पासवान, खलासी जितेंद्र शाह एवं ट्रक सवार मुन्ना सिंह गाड़ी को सीधे सात किमी दूर निरसा के गोपालगंज स्थित नया थाना एनएच पर रोका. पीछे से दोनों कार भी वहां पहुंची. ट्रक के रुकते ही कार सवार युवकों ने पिस्टल एवं चाकू से ट्रक ड्राइवर और खलासी के साथ मारपीट करना शुरू कर दिया. इस मारपीट में ट्रक ड्राइवर और खलासी को चोटें आयी.
फर्जी आईबी अधिकारी बनकर ट्रक ड्राइवर से मांगे थे 50 हजार रुपये
ट्रक ड्राइवर के अनुसार, वे लोग अपने आप को आईबी ऑफिसर बता रहे थे. पहले उनसे 50 हजार की मांग की गई. ड्राइवर ने केवल पांच हजार रुपये देकर अपने मालिक बिहार के बक्सर निवासी अजय कुमार सिंह से फोन पर बातचीत करवाया. अजय सिंह से भी इन लोगों ने 50 हजार रुपये की मांग की. उन्होंने इन लोगों के फोन पे पर पांच हजार रुपया भेजा. मालिक ने चालाकी का परिचय देते हुए स्थानीय पुलिस से संपर्क कर लिया था. थाना प्रभारी दिलीप यादव सदबल मौके पर पहुंचे एवं इन सातों युवकों को रंगे हाथों पकड़ लिया. अगर पुलिस चंद मिनट भी लेट करती, तो सातों अपराधी भाग खड़े होते. सभी अपने-अपने कर पर सवार हो गए थे.
पश्चिम बंगाल का निकला आरोपी
पूछताछ के क्रम में इन लोगों ने अपना नाम पश्चिम बंगाल के आसनसोल साउथ थाना क्षेत्र के साउथ धादका निवासी रोहित कुमार सिंह, इस्माइल राय पाड़ा निवासी तुषार प्रीत वार्नवाल, वहीं के रहने वाले अनुराग बर्नवाल, आसनसोल काली पहाड़ी निवासी बॉबी पासवान, उषा ग्राम निवासी अभिषेक सिन्हा, वहीं के रहने वाले अरिस्तो मंडल, एवं अंडाल थाना क्षेत्र के रिक्शा डंगाल निवासी नितेश श्रीवास्तव बताए गए हैं. पूछताछ के क्रम में पकड़े गए अपराध कर्मियों द्वारा अपराध में खुद की संलिप्तता स्वीकार की है. गिरफ्तार सभी युवक अच्छे परिवार के लग रहे थे. इनमें से रोहित कुमार सिंह ने कहा कि उसने उच्च शिक्षा अरब देश से प्राप्त किया है.
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आरोपियों के पास से इन सामानों की हुई बरामदगी
निरसा थाने की पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से दो कार जिसमें स्टेट चीफ कनवेनर क्राइम एंड विजिलेंस सेल वेस्ट बंगाल रजिस्टर्ड सेंट्रल विजिलेंस कमिशन का बोर्ड लगा था, जब्त किया. इसके अलावा एक एयर पिस्टल, नगद 4010 रुपये, 10 मोबाइल, सोशल जस्टिस फॉर इंटरनेशनल सिविल राइट काउंसिल का आई कार्ड, दो चाकू, एंटी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया का आई कार्ड और नकाब भी जब्त किया है.
पत्रकार वार्ता में ये थे शामिल
पुलिस अधिकारियों ने प्रेस वार्ता कर इस मामले का खुलासा किया. इस प्रेस वार्ता में निरसा पुलिस अनुमंडल क्षेत्र के प्रभारी सीडीपीओ अमर कुमार पांडेय, थाना प्रभारी दिलीप यादव सहित अन्य मौजूद थे. वहीं, आरोपियों की गिरफ्तारी में निरसा थाना प्रभारी के अलावे पुलिस अधिकारी दिवाकर प्रसाद वर्मा, रमेश कुमार, हवलदार शिव चंद्र यादव, विश्राम लकड़ा, ऋषि कुमार सहित अन्य मौजूद थे.
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