फर्जी पेटीएम और बैंक अधिकारी बनकर लोगों का खाता खाली करने वाले 7 साइबर क्रिमिनल गिरफ्तार, जानिए जामताड़ा से इनका क्या है कनेक्शन
Bengal news, Kolkata news : बंगाल पुलिस के एंटी बैंक धोखाधड़ी शाखा की टीम ने झारखंड में सक्रिय जामताड़ा गैंग के साइबर आराेपियों के 7 सदस्यों को मंगलवार (8 सितंबर, 2020) को धनबाद एवं जामताड़ा के विभिन्न गांव से गिरफ्तार किया है. यह गिरोह कोलकाता के विभिन्न इलाकों में लोगों को कभी खुद को पेटीएम का अधिकारी, तो कभी बैंक अधिकारी बताकर ठगी करने में लिप्त था. इस दौरान मोबाइल से फोन कर बातों के जाल में फंसा कर बैंक अकाउंट से लाखों रुपये गायब कर देते थे.
Bengal news, Kolkata news : कोलकाता : बंगाल पुलिस के एंटी बैंक धोखाधड़ी शाखा की टीम ने झारखंड में सक्रिय जामताड़ा गैंग के साइबर आराेपियों के 7 सदस्यों को मंगलवार (8 सितंबर, 2020) को धनबाद एवं जामताड़ा के विभिन्न गांव से गिरफ्तार किया है. यह गिरोह कोलकाता के विभिन्न इलाकों में लोगों को कभी खुद को पेटीएम का अधिकारी, तो कभी बैंक अधिकारी बताकर ठगी करने में लिप्त था. इस दौरान मोबाइल से फोन कर बातों के जाल में फंसा कर बैंक अकाउंट से लाखों रुपये गायब कर देते थे.
गिरफ्तार आरोपियों में साधन, निर्मल, पंकज, असगर अली, अकील अंसारी, मनोज और भागीरथ पंडित है. ये सभी धनबाद एवं जामताड़ा जिलों के विभिन्न इलाकों जैसे लोकानिया, नारायणपुर, विद्यासागर, करमाटाड़, बिष्टुपुर और सिलियाबनी गांव के निवासी है.
कोलकाता पुलिस के संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मुरलीधर शर्मा ने बताया कि कोलकाता लेदर कॉम्प्लेक्स थाने में डॉ प्रत्युषा सिन्हा बासु मल्लिक ने इस गिरोह के झांसे में आकर 6 लाख रुपये गंवाने की शिकायत दर्ज करायी थी. उन्होंने बताया कि बैंक अधिकारी बनकर आरोपियों ने उनके अकाउंट की जानकारी हासिल किया और रुपये निकाल लिये.
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इधर, रूमा मजूमदार नामक एक महिला ने श्यामपुकुर थाने में इस गिरोह के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी. शिकायत में बैंक अकाउंट से 4.63 लाख रुपये निकाल लेने की जानकारी दी गयी थी. इसके बाद दोनों मामलों की जांच करते हुए कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार के एंटी बैंक धोखाधड़ी शाखा की टीम को पता चला कि सभी आरोपी झारखंड में धनबाद एवं जामताड़ा के विभिन्न गांव के रहनेवाले हैं.
इसके बाद 2 अलग गिरोह के कुल 7 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया. सभी को कोलकाता लाकर बैंकशाल कोर्ट में पेश करने पर आरोपियों को 14 दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेजा गया है. इन आरोपियों से ठगी के रुपये बरामद करने की कोशिश की जा रही है.
Posted By : Samir Ranjan.