कानपुर. कार्डियोलॉजी संस्थान में कुछ समय बाद 24 घंटे स्टाफ और डॉक्टर उपलब्ध हो सकेंगे.इसके लिए परिसर में ही आठ मंजिल आवास का निर्माण किया जाएगा.जिसे शासन से स्वीकृत मिल गई है और संस्थान को 30 करोड रुपए भी स्वीकृत हुए हैं. जल्द ही निर्माण शुरू होगा. रावतपुर स्थित कार्डियोलॉजी संस्थान में कानपुर के साथ के आसपास जिले व प्रदेश के लोग दिल की बीमारी का इलाज करने आते हैं. कभी-कभी स्थिति गंभीर होने पर मरीजों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ जाता है .दिन के समय तो मरीजों की देखभाल अच्छे से हो जाती है लेकिन,रात के वक्त मरीजों को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है. क्योंकि अधिकांश विशेषज्ञ डॉक्टर सर्जन व स्टाफ नर्स रात को घर चले जाते है.इक्का दुक्का डॉक्टर व जे आर के हवाले पूरा संस्थान रहता है.कार्डियोलॉजी के निदेशक प्रोफेसर राकेश वर्मा ने इस समस्या का हल निकालने के लिए शासन के सामने डॉक्टर और स्टाफ नर्स के लिए आवास बनाने का प्रस्ताव रखा था.जिसे शासन ने मंजूरी दे दी है. साथ ही संस्थान को 30 करोड रुपए स्वीकृत कर दिए गए हैं. निदेशक प्रोफेसर राकेश वर्मा ने बताया कि 30 करोड रुपए की लागत से कार्डियोलॉजी परिसर में आठ मंजिल का रेजिडेंस बनाया जाएग. इसके लिए जगह चिन्हित कर ली गई है.रेजिडेंस में डॉक्टर व स्टाफ नर्स निवास करेंगे. रात को जरूरत पढ़ने पर मरीजों को तत्काल उपलब्ध हो सकेंगे.
एलपीएस हृदय रोग संस्थान में प्रदेश की पहली कार्डियक यूनिट बनेगी. यहां पर 24 घंटे हार्ट सर्जरी की जाएगी. शासन ने इसके लिए मेडिकल कॉलेज के संक्रामक रोग अस्पताल (आईडीएच) की जमीन दे दी है. साथ ही 46.3 करोड़ के प्रोजेक्ट को भी मंजूर दी गई है. हृदयरोगियों के लिए कार्डियक यूनिट किसी सौगात से कम नहीं है. इसका डिजाइन इस तरह से होगा कि अगर भविष्य में कोविड जैसी महामारी आई तो पूरी यूनिट एक घंटे में महामारी यूनिट में बदल जाएगी. तीन फ्लोर की यूनिट में नीचे की तरफ रेड, ग्रीन और यलो जोन के ब्लॉक और आईसीयू डेडीकेटेड हास्पिटल की तर्ज पर बनाई जाएगी. साथ ही पहली बार इसमें एडवांस हाईटेक कैथलैब और हार्ट स्टेशन बनेगा, इसमें सौ बेड का प्रावधान किया गया है.