धनबाद : पेंशन बंद होने से परेशान हैं मृत घोषित 80 वर्षीय सिद्धेश्वर मिश्रा

रिपोर्ट के आधार पर उनकी पेंशन बंद कर दी गयी. परेशान मिश्रा ने इसकी शिकायत अंचल अधिकारी कमल किशोर सिंह से की. जब उन्होंने जांच करायी तो मामले का खुलासा हुआ.

By Prabhat Khabar News Desk | August 5, 2023 9:08 AM

बाघमारा, रंजीत सिंह : सरकारी बाबुओं की मनमर्जी व लापरवाही का सिलसिला रुकता नहीं दिख रहा. बोकारो और गिरिडीह के बाद नया मामला धनबाद के बाघमारा अंचल का सामने आया है. इस अंचल के कतरास नगर निगम के वार्ड नंबर एक के टांडा बस्ती के 80 वर्षीय दिव्यांग सिद्धेश्वर मिश्रा का. उनको काफी दिनों से पेंशन मिलती थी. इनके पेंशन कार्ड की संख्या-जेएचएस00753318 है. श्री मिश्रा ने बताया कि पेंशन उनके जीवन का बड़ा आधार है. सबकुछ ठीक चल रहा था, अचानक तीन माह से उन्हें पेंशन मिलनी बंद हो गयी. चलने-फिरने में असमर्थ श्री मिश्रा ने जब पता किया तो मालूम चला कि उनके इलाके के हल्का कर्मचारी ने अंचल कार्यालय को एक रिपोर्ट दी है, जिसमें उन्हें मृत बता दिया गया है. इस रिपोर्ट के आधार पर उनकी पेंशन बंद कर दी गयी. परेशान मिश्रा ने इसकी शिकायत अंचल अधिकारी कमल किशोर सिंह से की. जब उन्होंने जांच करायी तो मामले का खुलासा हुआ.

दोबारा शुरू हुई पेंशन की प्रक्रिया

मामले का खुलासा होने पर विभागीय लीपापोती शुरू हो गयी है. श्री मिश्रा को बताया गया कि वह अपना आधार कार्ड जमा करें, ताकि फिर से उन्हें पेंशन चालू कराया जा सके. यह नहीं बताया गया कि उनको बकाये पेंशन का भुगतान होगा या नहीं.

मामला गंभीर है : सीओ

बाघमारा के अंचलाधिकारी कमल किशोर सिंह ने कहा कि सिद्धेश्वर मिश्रा का मामला काफी गंभीर है. ऐसा नहीं हो इसलिए दूसरे कर्मी से भी सत्यापन कराया जाता है, ताकि कोई अधिकार से वंचित नहीं हो. पर इस मामले में गड़बड़ी हुई है. बंद पेंशन जल्द चालू कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.

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बोले हल्काकर्मी : याद नहीं है

श्री मिश्रा के संबंध में पूछे जाने पर हल्का कर्मचारी बिनोद सिन्हा ने कहा कि पेंशन के कई मामलों का सत्यापन कर कार्यालय को समर्पित किया जा चुका है. सिद्धेश्वर मिश्रा के संबंध में कुछ याद नहीं है.

कहते हैं सिद्धेश्वर मिश्रा

सिद्धेश्वर मिश्रा का घर खपड़े का है. अब वह ठीक से सुन व चल भी नहीं पाते हैं. पूछने पर कहा कि इसी पैसे से दवा की व्यवस्था होती थी. अगर चालू हो गया

तो ठीक वरना जीवन चलाना मुश्किल हो जायेगा.

बाघमारा अंचल में 12 हल्का, कर्मचारी मात्र चार तैनात

बाघमारा पूरे सूबे में सबसे बड़ा प्रखंड एवं अंचल है. इस अंचल में 12 हल्का है, जिसके लिए चार कर्मचारी हैं. इसी वजह से फील्ड में काम होने की जगह पूछताछ कर या घर बैठे कागजात तैयार कर दिया जाता है. इसी का नतीजा है कि जीवित भी मृत घोषित हो रहे या फिर जरूरतमंद को योजनाओं का सही लाभ नहीं मिल रहा है.

प्रभात अपील

पेंशन संबंधित गड़बड़ी व मृत घोषित करने जैसे मामलों की जानकारी प्रभात खबर को दें.

धनबाद : 9431120005

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