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Bengal Chunav 2021 चौथा चरण: 81 उम्मीदवारों पर क्रिमिनल केस, 65 हैं करोड़पति, जानें कौन है सबसे अमीर, कौन गरीब

Bengal Chunav 2021: पश्चिम बंगाल के चौथे चरण में 10 अप्रैल को 5 जिलों की 44 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है. इन 44 सीटों पर 373 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इनमें से 81 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन पर आपराधिक मुकदमा चल रहा है. 65 करोड़पति उम्मीदवार हैं, तो इतने ही उम्मीदवारों ने कहा है कि उनके ऊपर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 9, 2021 9:19 PM

कोलकाता : पश्चिम बंगाल के चौथे चरण में 10 अप्रैल को 5 जिलों की 44 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है. इन 44 सीटों पर 373 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इनमें से 81 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन पर आपराधिक मुकदमा चल रहा है. 65 करोड़पति उम्मीदवार हैं, तो इतने ही उम्मीदवारों ने कहा है कि उनके ऊपर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.

पश्चिम बंगाल इलेक्शव वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ है. एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि 22 फीसदी उम्मीदवारों ने चुनाव आयोग को बताया है कि उनके ऊपर क्रिमिनल केस चल रहे हैं, तो 65 ने कहा है कि उन पर सीरियस क्रिमिनल केस दर्ज हैं. एडीआर ने 373 उम्मीदवारों में 372 के शपथ पत्र का ही विश्लेषण किया है.

एडीआर की इस रिपोर्ट के मुताबिक, माकपा के सबसे ज्यादा 16 (73 फीसदी) उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले और 10 (45 फीसदी) पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. इस मामले में भाजपा दूसरे नंबर पर है. उसके 27 (61 फीसदी) प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, तो 24 (55 फीसदी) के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.

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भाजपा के बाद फॉरवर्ड ब्लॉक का नंबर आता है. इनके 50 फीसदी उम्मीदवारों के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज हैं. वहीं 33 फीसदी ऐसे उम्मीदवार हैं, जिनके खिलाफ सीरियस क्रिमिनल केस दर्ज हैं. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के 17 (39 फीसदी) उम्मीदवारों पर क्रिमिनल केस चल रहे हैं और उसके इतने ही उम्मीदवार गंभीर आपराधिक मामले भी झेल रहे हैं.

दागी उम्मीदवारों के मामले में कांग्रेस की स्थिति थोड़ी अच्छी है. उसके 2 (22 प्रतिशत) उम्मीदवारों पर क्रिमिनल केस दर्ज हैं, लेकिन सीरियस क्रिमिनल केस का आसामी कोई उम्मीदवार नहीं है. एसयूसीआइ के 1 (4 प्रतिशत) उम्मीदवार आपराधिक मामले झेल रहे हैं, तो इतने ही प्रत्याशी गंभीर आपराधिक मामले भी झेल रहे हैं. तीन फीसदी निर्दलीय उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, तो 3 प्रतिशत पर आपराधिक मामले.

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ऐसे-ऐसे केस के आसामी हैं चौथे चरण के उम्मीदवार

चौथे चरण में चुनाव लड़ रहे 19 उम्मीदवारों ने शपथ पत्र में घोषणा की है कि उन पर महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले दर्ज हैं. 4 ऐसे उम्मीदवार हैं, जिन पर हत्या का मुकदमा चल रहा है. वहीं, 16 ऐसे प्रत्याशी भी चुनाव के मैदान में हैं, जिनके खिलाफ हत्या की कोशिश का मुकदमा दर्ज है.

रेड अलर्ट विधानसभा क्षेत्र

चौथे चरण के चुनाव में जिन 44 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है, उनमें से 12 (27 फीसदी) को रेड अलर्ट विधानसभा घोषित किया गया है. रेड अलर्ट उन विधानसभा क्षेत्रों को घोषित किया जाता है, जहां तीन या उससे अधिक ऐसे उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हों, जिन पर क्रिमिनल केस चल रहा है.

लखपति से करोड़पति तक लड़ रहे चुनाव

हावड़ा, दक्षिण 24 परगना, हुगली, अलीपुरदुआर और कूचबिहार जिला की विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों में लखपति से करोड़पति तक हैं. 4 फीसदी उम्मीदवारों की संपत्ति 5 करोड़ रुपये से अधिक है. 6 फीसदी ऐसे उम्मीदवार हैं, जिनकी संपत्ति 2 करोड़ से 5 करोड़ रुपये के बीच है. 20 फीसदी प्रत्याशी 50 लाख से 2 करोड़ रुपये तक की संपत्ति के मालिक हैं. 10 लाख से 50 लाख रुपये की संपत्ति की घोषणा करने वाले 26 प्रतिशत उम्मीदवार हैं, तो 44 फीसदी के पास 10 लाख रुपये से कम की संपत्ति है.

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तृणमूल के उम्मीदवार सबसे धनवान

तृणमूल ने सबसे ज्यादा धनवान उम्मीदवार उतारे हैं. उसके 34 (77 फीसदी) उम्मीदवार करोड़पति हैं, तो अब्बास सिद्दीकी की पार्टी के 2 (50 प्रतिशत) उम्मीदवार करोड़ों के मालिक हैं. भाजपा ने 18 (41 प्रतिशत) करोड़पति उम्मीदवार उतारे हैं, तो फॉरवर्ड ब्लॉक ने 2 (33 फीसदी), जदयू ने 1 (25 फीसदी), कांग्रेस ने 1 (11 फीसदी), बसपा ने 1 (8 फीसदी) और निर्दलीय ने 4 (3 फीसदी) करोड़पति उम्मीदवारों को टिकट दिये हैं.

शून्य संपत्ति वाले भी लड़ रहे चुनाव

दक्षिण 24 परगना और अलीपुरदुआर के एक-एक उम्मीदवार ऐसे भी हैं, जिन्होंने अपनी संपत्ति शून्य घोषित की है. दक्षिण 24 परगना के सोनारपुर उत्तर विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे बिनांदा सिंह के पास पैन कार्ड तो है, लेकिन संपत्ति कुछ नहीं है. वहीं अलीपुरदुआर के कुमारग्राम (एसटी) से चुनाव लड़ रहे कामतापुर पीपुल्स पार्टी (यूनाइटेड) के उम्मीदवार श्रीलाल उरांव के पास न तो पैन कार्ड है, न ही उन्होंने कोई संपत्ति घोषित की है.


न्यूनतम संपत्ति वाले तीन उम्मीदवार दक्षिण 24 परगना से

एडीआर ने जिन उम्मीदवारों की न्यूनतम संपत्ति के मालिक की श्रेणी में रखा है, वे तीनों दक्षिण 24 परगना जिला के हैं. इन सभी की संपत्ति 500 रुपये के आसपास है. सभी के पास पैन कार्ड हैं. भांगड़ विधानसभा सीट से नौशार अली मोल्ला चुनाव लड़ रहे हैं, तो जादवपुर से मिष्टू दास और मेघा चटर्जी चुनाव के मैदान में हैं. तीनों निर्दलीय उम्मीदवार हैं. नौशार, मिष्टू और मेघा की कुल संपत्ति क्रमश: 500 रुपये, 505 रुपये और 517 रुपये है.

तृणमूल के अहमद जावेद और रत्ना चटर्जी सबसे अमीर

तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे अहमद जावेद और रत्ना चटर्जी सबसे अमीर उम्मीदवार हैं. कसबा विधानसभा क्षेत्र के टीएमसी उम्मीदवार अहमद जावेद 32 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं और उनकी 41 करोड़ रुपये की देनदारी है. रत्ना चटर्जी बेहाला पूर्व विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही हैं. वह करीब 13 करोड़ की संपत्ति की मालकिन हैं, जबकि उनकी साढ़े 6 करोड़ से अधिक की देनदारी है. शिवपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे भाजपा उम्मीदवार रथिन चक्रवर्ती 16 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं. उनकी 5 करोड़ से अधिक की देनदारी है. चौथे चरण के 373 उम्मीदवारों में सबसे ज्यादा टैक्स देने वाले रथिन चक्रवर्ती ही हैं. पेशे से डॉक्टर श्री चक्रवर्ती ने अपनी आय 1 करोड़ 14 लाख 56 हजार 740 रुपये बतायी है.

Posted By : Mithilesh Jha

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