Agra News: 9 साल की बेटी बनी ‘श्रवण कुमार’, बीमारी से जूझ रही मां की सेवा करने के साथ परिवार रही संभाल

रावली क्षेत्र की मोर गली में रहने वाली 32 वर्षीय कैलादेवी प्रजापति को न्यूरो और रीड की हड्डी में दिक्कत और खून की कमी जैसी बीमारी है. महिला का पति उसे कई साल पहले ही छोड़कर चला गया.

By Prabhat Khabar News Desk | December 30, 2021 4:32 PM
an image

Agra News: मां-बाप की सेवा करने वाले श्रवण कुमार का नाम तो आपने जरूर सुना होगा. वहीं, आगरा की एक 9 साल की बेटी ने ऐसा ही कुछ काम कर दिखाया. इसके बाद सबकी जुबान पर अब उसी का नाम है. मात्र 9 साल की उम्र में जहां बच्चों को खेलना-कूदना चाहिए वहीं यह मासूम अपनी मां का जीवन बचाने के लिए दिन-रात एक करने में लगी हुई है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार, रावली क्षेत्र की मोर गली में रहने वाली 32 वर्षीय कैलादेवी प्रजापति को न्यूरो और रीड की हड्डी में दिक्कत और खून की कमी जैसी बीमारी है. महिला का पति उसे कई साल पहले ही छोड़कर चला गया. इसके बाद कैलादेवी अपने बच्चों के साथ किराए के मकान में रहती है और सड़क पर ठेल लगाकर 9 साल की बेटी और 7 साल के बेटे का पालन पोषण करती है.

दो महीने से कैलादेवी की तबीयत खराब होने की वजह से वह ठेला नहीं लगा पा रही है. दूसरी तरफ राशन की दुकान पर अंगूठा लगाने के लिए न जा पाने की वजह से राशन भी नहीं मिल पा रहा है. इसकी वजह से घर में खाने के भी लाले पड़ गए हैं. वहीं, कैलादेवी की बेटी प्रीता प्रजापति घर का सारा काम देखती है. साथ ही, अपनी और अपने छोटे भाई की पढ़ाई भी करवा रही है. एक सप्ताह पहले जब मां की हालत ज्यादा बिगड़ गई तो प्रीता अपने भाई के साथ मां को लेकर जिला अस्पताल पहुंच गई.

मासूम बच्ची की गुहार देखकर जिला अस्पताल प्रशासन ने महिला के लिए खून की व्यवस्था की और आर्थिक मदद भी की. वहीं, अब बेटी को घर के राशन और इलाज के लिए धन की आवश्यकता है. जिला अस्पताल के सीएमएस अशोक अग्रवाल ने बताया कि महिला की हालत ज्यादा खराब है. ऐसे में हमने उसके लिए खुद खून की व्यवस्था की है. महिला को आयरन की बोतल भी चढ़ाई जा रही है. उसका पूरा ख्याल रखा जाएगा.

Also Read: आगरा में सूत का पट्टा बनाने वाली फैक्ट्री में लगी भीषण आग, छत से कूदकर सिक्योरिटी गार्ड ने बचाई जान

रिपोर्ट : राघवेंद्र गहलोत

Exit mobile version