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पांचवें चरण में सबसे अधिक 955 कंपनी सुरक्षा बलों की होगी तैनाती, CAPF के घेरे में होगा हर बूथ

हर बूथ सीएपीएफ के सुरक्षा घेरे में होगा. चुनावों में फेजवाइज रोटेशन पर सीएपीएफ की कंपनियां तैनात की जायेंगी. चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार, 17 अप्रैल को होनेवाले पांचवें चरण के चुनाव में सबसे अधिक 955 कंपनियां तैनात रहेंगी. इस चरण में उत्तर बंगाल के दार्जीलिंग, कालिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, के अलावा दक्षिण बंगाल के उत्तर 24 परगना, नदिया और पूर्व बर्दवान जिला के 45 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान कराये जायेंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 15, 2021 5:42 PM

कोलकाता (शिव कुमार राउत) : बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 आठ चरणों में हो रहा है. चुनाव आयोग राज्य में शांतिपूर्ण तरीके से मतदान कराने के लिए विशेष ध्यान दे रहा है. इस बार यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये जायेंगे. मतदान के दौरान हिंसा की आशंका को देखते हुए चप्पे-चप्पे पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) को तैनात किया जायेगा.

हर बूथ सीएपीएफ के सुरक्षा घेरे में होगा. चुनावों में फेजवाइज रोटेशन पर सीएपीएफ की कंपनियां तैनात की जायेंगी. चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार, 17 अप्रैल को होनेवाले पांचवें चरण के चुनाव में सबसे अधिक 955 कंपनियां तैनात रहेंगी. इस चरण में उत्तर बंगाल के दार्जीलिंग, कालिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, के अलावा दक्षिण बंगाल के उत्तर 24 परगना, नदिया और पूर्व बर्दवान जिला के 45 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान कराये जायेंगे.

प्रथम चरण के मतदान के दौरान केवल झारग्राम के माओवाद प्रभावित इलाके के लिए सीएपीएफ की 14 कंपनियां तैनात रहेंगी. इसके अलावा एक से आठ चरण के मतदान के दौरान राज्य में 705 कंपनी केंद्रीय पुलिस बल के जवानों को तैनात किया जायेगा.

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छठे चरण में 932 कंपनी की तैनाती

विधानसभा चुनाव के छठे चरण की वोटिंग 22 अप्रैल को होगी, जब 43 सीटों पर मतदान होगा. इस चरण में उत्तर दिनाजपुर, उत्तर 24 परगना, नदिया और पश्चिम बर्दवान में मतदान होगा. इस दौरान सीएपीएफ की 932 कंपनियां तैनात रहेंगी.

899 कंपनी की निगरानी में चौथे चरण का चुनाव

चौथे चरण में 44 विधनसभा केंद्रों पर वोट डाले जायेंगे. इस चरण में अलीपुरदुआर, कूचबिहार, हावड़ा, हुगली और दक्षिण 24 परगना के कुछ हिस्सों में 10 अप्रैल को मतदान होगा. इस चरण में 899 कंपनी केंद्रीय पुलिस बलों को तैनात किया जायेगा.

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पहले, दूसरे व तीसरे चरण पर एक नजर

चुनाव आयोग के अनुसार, पहले चरण में 732, दूसरे चरण में 697 व तीसरे चरण में 694 कंपनी जवानों को काम पर लगाया जायेगा. गौरतलब है कि 27 मार्च को 30 विधानसभा केंद्रों पर पहले चरण का मतदान होगा. दूसरे चरण में एक अप्रैल को 30 सीटों के लिए मतदान होगा. इसी तरह, तीसरे चरण के लिए छह अप्रैल को वोट डाले जायेंगे. इस चरण में 31 सीटों के लिए मतदान होगा.

सातवें व अंतिम चरण के मतदान में सुरक्षा के खास इंतजाम

26 अप्रैल को होने वाले सातवें चरण के मतदान के दौरान 760 कंपनी बल के जवानों को तैनात किया जायेगा. इस चरण में दक्षिण दिनाजपुर, दक्षिण कोलकाता, मालदा और मुर्शिदाबाद के 36 विधानसभा केंद्रों पर मतदान होगा. वहीं, 29 अप्रैल को होने वाले अंतिम चरण के मतदान के दौरान 715 कंपनी बल की तैनाती होगी. इस चरण में कोलकाता उत्तर, बीरभूम, मुर्शिदाबाद और मालदा के 35 विधानसभा केंद्रों पर वोट डाले जायेंगे.

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आयोग के सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय बलों को न केवल मतदान केंद्रों पर बल्कि क्यूआरटी (क्विक रस्पिांस टीम), सब-डिवीजन और डिस्ट्रिक्ट स्ट्राइकिंग फोर्स, स्ट्रांग सिक्यूरिटी व पोस्टल बैलट की सुरक्षा के लिए भी तैनात किया जायेगा.

क्या कहते हैं अधिकारी

चुनाव आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बलों की भारी तैनाती इस बात का संकेत है कि आयोग चुनाव में कोई चूक नहीं चाहता. कानून-व्यवस्था को बनाये रखने के लिए आयोग प्रतिबद्ध है. कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए पोलिंग स्टेशन की संख्या भी बढ़ा दी गयी है. वर्ष 2016 में राज्य में 77,413 पोलिंग स्टेशनों पर वोटिंग हुई थी. इस बार 1,01,916 बूथ पर मतदान होगा.

इसी तरह वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान आयोग ने केंद्रीय बलों की 842 कंपनियों को चुनाव ड्यूटी में लगाया था. चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले ही सीएपीएफ की 125 कंपनियां राज्य में पहुंच गयीं थीं. इसके बाद और 370 कंपनियां पहुंचीं. अगले कुछ दिनों में और 210 कंपनियां आने वाली हैं.

Posted By : Mithilesh Jha

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