Jharkhand News: रामगढ़ के दुलमी क्षेत्र में 20 हाथियों का झुंड पहुंचा, धान की खड़ी फसल को रौंदा
रामगढ़ के दुलमी क्षेत्र में 20 हाथियों के झुंड ने जमकर उत्पात मचाया. खेतों में लगी धान की फसल को खा गये और जो बचा उसे रौंद दिया. ग्रामीणों को हाथियों से सतर्क रहने की अपील वन विभाग ने किया है.
Jharkhand News: रामगढ़ जिला अंतर्गत दुलमी प्रखंड क्षेत्र के कई गांवों में गुरुवार को 20 हाथियों का झुंड पहुंच गया. जिससे आस-पास गांव के लोगों में दहशत कायम हो गया है. बताया गया कि पिछले दो दिनों से हाथियों का झुंड गोला वन क्षेत्र में विचरण कर रहा है. लेकिन, गुरुवार को एकाएक ये सभी हाथी दुलमी प्रखंड के एक सिकनी, होहद, होन्हे आदि गांव में पहुंच गये. इस दौरान हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया और खेतों में लगे धान की फसल को रौंद दिया और खा भी गये.
हाथियों से सावधान रहने की अपील
इधर, हाथियों को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. हो-हल्ला करने के बाद हाथियों का झुंड दुलमी क्षेत्र से होते हुए चितरपुर प्रखंड के कुरमी टोला, कोचीनाला पहुंच गया. फिलहाल हाथियों का झुंड नावा बगीचा के समीप डेरा जमाये हुए है. घटना की सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम पहुंची और हाथियों को सुरक्षित स्थान में भेजने का प्रयास कर रही है. वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि हाथी गांव की ओर रुख कर रहे हैं. ग्रामीण हाथियों के नजदीक नहीं जाएं. नहीं तो किसी भी प्रकार की अनहोनी हो सकती है.
हाथियों को नहीं मिल रहा है पर्याप्त भोजन
जानकारों का कहना है कि हाथियों को जंगल में पर्याप्त भोजन नहीं मिल पा रहा है. जिस कारण हाथी इधर-उधर भटक रहा है. जंगलों की अवैध कटाई के कारण जंगल सिमटते जा रहा है. पेड़-पौधे में काफी कमी आयी है. हाथी जंगल को छोड़कर ग्रामीण क्षेत्र में रूख कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि अभी धान का फसल तैयार हो रहा है. जिस कारण हाथी खेतों में पहुंचकर धान की फसल को खा रहे हैं. बता दें कि पिछले कई दशक से गोला, दुलमी, चितरपुर क्षेत्र में हाथियों का उत्पात जारी है. हाथी अब तक दर्जनों लोगों को मौत के घाट भी उतार चुके हैं. वहीं, सैकड़ों लोग घायल भी हो गये हैं. साथ ही काफी संख्या में घरों को भी गिरा चुके हैं.
इन किसानों के फसलों को रौंदा
हाथियों के झुंड ने चितरपुर के कुर्मी टोला निवासी कमल नाथ महतो, दिनेश महतो, धनेश्वर महतो, सुरेंद्र महतो, कागेश्वर महतो, बालकृष्ण महतो, उपेंद्र कुमार, भुनेश्वर महतो, सुधीर महतो, अगमलाल महतो, शिवचनरण महतो, छेदी महतो, भीम चौधरी, मनेश चौधरी, मीनू चौधरी, जोगन चौधरी, तेजू कुमार महतो, किशोर महतो, मनोज महतो, टेकलाल महतो के खेतों में लगे मिर्चा और धान के फसल को रौंद कर नष्ट कर दिया. जिससे इन्हें भारी नुकसान हुआ है.