Jharkhand News, कोडरमा न्यूज : झारखंड के कोडरमा जिले के जयनगर थाना क्षेत्र के अक्तो नदी के किनारे बसे खेशकरी गांव के 55 वर्षीय खलील खान को सोमवार की रात करीब नौ बजे हाथियों के झुंड ने कुचलकर मार डाला. मंगलवार सुबह नदी किनारे ग्रामीणों ने उसका शव पड़ा हुआ पाया. जानकारी के मुताबिक सोमवार रात करीब नौ बजे 25 हाथियों का झुंड पत्थलडीहा होते हुए अक्तो नदी पहुंचा. गांव में हाथियों के प्रवेश से पहले ग्रामीणों को इसकी जानकारी मिल गई और अथक प्रयास कर ग्रामीणों ने हाथियों को वहां से भगाया. इसी दौरान खलील हाथियों की चपेट में आ गया और हाथियों ने उसे कुचल कर मार डाला.
बताया जाता है कि गांव में वैवाहिक कार्यक्रम होने के कारण डीजे साउंड व आतिशबाजी के कारण हाथी गांव में प्रवेश नहीं कर सके. इसी बीच खलील जब पूरी रात घर नहीं लौटा तो लोगों को लगा कि वह वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल है. सुबह जब उसका शव मिला तो मामले का खुलासा हुआ. घटना की जानकारी पाकर थाना प्रभारी अब्दुल्लाह खान घटनास्थल पर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली. उन्होंने इसकी सूचना वन विभाग को दी. सूचना पर पहुंचे वन विभाग के पदाधिकारियों ने मृतक के परिजनों को तत्काल 50 हजार रूपये की सहायता राशि दी और शेष साढ़े तीन लाख की राशि आगे की कार्रवाई पूरी कर भुगतान करने की बात कही.
मौके पर मुखिया शहजाद आलम, जिप सदस्य पवन सिंह, राजद नेता राजकुमार यादव, मुमताज खान, एजाज खान, इरफान खान, अमानत खान, शमीम खान, तसवर खान, बाबू खान, अयूब खान सहित भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.
घटना की सूचना पाकर खेशकरी पहुंचे विधायक अमित कुमार यादव ने शोकाकुल परिजनों को सांत्वना दी और हाथियों के बढ़ते आंतक पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि विधानसभा के चालू सत्र में हाथी के हमले में मारे गए लोगों को मिलने वाले चार लाख की मुआवजा राशि को बढ़ाने तथा आश्रित के परिवार से एक व्यक्ति को नौकरी देने की मांग की थी. इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष को भी पत्र लिखा था.
घटना की सूचना पाकर खेशकरी पहुंचे विधायक अमित कुमार यादव ने शोकाकुल परिजनों को सांत्वना दी और हाथियों के बढ़ते आंतक पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि विधानसभा के चालू सत्र में हाथी के हमले में मारे गए लोगों को मिलने वाले चार लाख की मुआवजा राशि को बढ़ाने तथा आश्रित के परिवार से एक व्यक्ति को नौकरी देने की मांग की थी. इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष को भी पत्र लिखा था.
इधर, मृतक के आवास पर पहुंचे पूर्व विधायक जानकी यादव ने कहा कि सिर्फ मुआवजा देने से समस्या का समाधान नहीं होने जा रहा है. वन विभाग स्पेशल टीम बुलाए और हाथियों को दूर ले जाए. सरकार को लोगों की जान माल की चिंता होनी चाहिए. लगातार हाथियों का हमला बढ़ रहा है, मगर इसकी रोकथाम की कार्रवाई तेज नहीं हो रही है. इसे तेज करने की जरूरत है.
प्रखंड के बराकर नदी व अक्तो नदी के किनारे बसे दर्जनों गांवों के लोग हर वर्ष हाथियों के आतंक से प्रभावित होते हैं. फसलों के साथ साथ जान माल की भी क्षति होती है. अक्तो नदी के किनारे बसे कटहाडीह, खेशकरी तथा बराकर नदी के किनारे बसे तेतरौन, कटिया, गडगी, खरपोका, बेरोगाई, योगियाटिल्हा, सतडीहा, आरामुरगो, चेहाल, चंद्रपुर, उदालो, सुगाशाख, पपरामो, चुटियारो सहित दर्जनों गांव हाथियों का दंश झेल रहे हैं. फिलहाल इन गांवों में दहशत का माहौल है और लोग रतजगा करने को विवश हैं.
Posted By : Guru Swarup Mishra