कानपुर: मूलगंज मर्केंटाइल बिल्डिंग के थर्ड फ्लोर पर लगी भीषण आग, फायर ब्रिगेड की टीम ने पाया काबू

कानपुर में मंदाकिनी होटल के चौथी और पांचवें मंजिल में सोमवार देर रात आग लगने से हड़कंप मच गया. सूचना पर एक दर्जन दमकल की गाड़ियां व कई थाने की फोर्स मौके पर पहुंची और आग बुझाने के कार्य में जुट गईं.

By Prabhat Khabar News Desk | September 12, 2023 6:45 AM

कानपुर नगर के थाना मूलगंज क्षेत्र में स्थित मार्कल टाइल बिल्डिंग नियर मंदाकिनी होटल के चौथी और पांचवें मंजिल में सोमवार देर रात आग लगने से हड़कंप मच गया. इस बार आग बासमंडी अग्निकांड इलाके से दो किलोमीटर की दूरी पर ही लगी थी. जानकारी मिलते ही एक दर्जन दमकल गाड़ियां व कई थाने की फोर्स मौके पर पहुंची और आग बुझाने के कार्य में जुट गई.

बिल्डिंग के दुकानदारों से पूछने पर बताया कि मेट्रो के कई कर्मचारी बिल्डिंग की सबसे ऊपर वाले हिस्से में काफी मात्रा में रह रहे हैं, जिनमें से कुछ लोगों में आपसी विवाद हुआ और इसी के चलते सिलेंडर एक दूसरे पर फेंका गया. जिससे उन सिलेंडर के टकराने से आग की लपटे निकली और पूरी तरह फ़ैल गयी. वही दूसरे दुकानदार मोहम्मद कामरान ने बताया कि प्रशासन का कहना है कि शॉर्ट सर्किट से आग लगी है लेकिन मैं इस बात से पूरी तरीके से असहमत हूं. आग कैसे लगी ये जांच का विषय है.

पूरी तरीके से हालात नियंत्रण में- अग्निशमन अधिकारी

वहीं, अग्निशमन अधिकारी दीपक शर्मा ने बताया कि उनकी टीम को मूलगंज फायर स्टेशन में सूचना प्राप्त हुई की थाना मूलगंज क्षेत्र की एक बिल्डिंग के चौथे माले में आग लग गई है. सूचना मिलते ही फजलगंज कर्नलगंज सहित एक दर्जन अन्य फायर स्टेशन की गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग बुझाने के कार्य में जुट गई. साथ ही बिल्डिंग में फंसे 25 से 30 लोगों को आमजन मानस के सहयोग से सुरक्षित बाहर निकाल लिया.

उन्होंने आगे बताया कि किसी की जनहानि नहीं हुई है और आग पर भी पूरी तरीके से काबू पा लिया गया है. लेकिन अभी भी प्रेशर से पानी बिल्डिंग में मारा जा रहा है ताकि किसी प्रकार की कोई हीटिंग ना हो सके बाकी आग कैसे लगी उसकी कार्रवाई आगे जांच कर बताई जाएगी. फिलहाल अभी पूरी तरीके से हालात नियंत्रण में है.

अस्पताल के कर्मचारी को गुर्गों से पिटवाया, छह पर रिपोर्ट दर्ज

कानपुर में रावतपुर थाना अंतर्गत गेस्ट हाउस की नौकरी छोड़ देने से नाराज संचालक ने अस्पताल के कर्मचारी को अगवा करके अपने गुर्गों से पिटावाने का आरोप है. साथ ही गेस्ट हाउस में बंधक बनाकर कुत्तों से कटवाया है. इसके बाद मरणासन्न हालत में फेंक दिया. परिजनों ने हैलट में भर्ती कराया. यहां रविवार सुबह मौत हो गई. परिजनों ने शनिवार को गेस्ट हाउस मालिक तेजस सिंह समेत छह लोगों के खिलाफ अगवा, बंधक बनाकर हत्या के प्रयास की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इंस्पेक्टर ने नीरज ओझा बताया कि मौत के बाद मुकदमे को हत्या की धारा में तरमीम किया जाएगा. पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया है.

काकादेव थाना क्षेत्र के एम ब्लॉक कच्ची मड़ैया निवासी बिट्टी वाल्मीकि ने बताया कि उनके पति बिट्टू (50) काकादेव स्थित एक निजी अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे. बुधवार को अस्पताल से घर नहीं लौटे. दूसरे दिन सफाई कर्मी ने बेटे सूरज को बताया कि घर से करीब सौ मीटर की दूरी पर स्थित तिकोना पार्क के पास पड़े हैं. बताया कि बिट्टू के शरीर पर एक दर्जन चोटों और कुत्तों के नोचने के निशान थे. पैर के नाखून तक उखड़े हुए थे. हैलट अस्पताल में भर्ती कराया था. यहां वह जिंदगी की जंग हार गए.

वहीं, मृतक की पत्नी बिट्टी के अनुसार बिट्टू गेस्ट हाउस में नौकरी करते थे. आरोप है कि संचालक तनख्वाह नहीं देता था और दिनभर काम करवाता था. इससे आजिज आकर तीन माह पहले नौकरी छोड़ दी थी. वह दोबारा नौकरी पर बुलाने के लिए दबाव बना रहा था. मना करने पर गेस्ट हाउस से टोंटी चोरी का आरोप लगाया था.

वहीं, अस्पताल के सुपरवाइजर हिमांशु ने परिजनों को बताया कि बुधवार की रात को उसने बिट्टू को घर से करीब 200 मीटर की दूरी पर रावतपुर थाना क्षेत्र के एक निजी स्कूल के पास उतारा. तभी एक काले रंग की गाड़ी सवार चार युवक उसे पीटने के बाद गाड़ी में डालकर पास में गेस्ट हाउस में ले गए. बीचबचाव का प्रयास किया तो युवकों ने धमकी देकर भगा दिया.

Next Article

Exit mobile version