Jharkhand news: गिरिडीह जिला अंतर्गत देवरी थाना क्षेत्र के मंडरो (बरवाबाद) निवासी कैलाश कुमार महतो के 13 वर्षीय पुत्र आदित्य कुमार की मौत से परिजन हताश हैं. बताया गया कि कोरोना वैक्सीन लेने के बाद आदित्य की मौत संदिग्ध स्थितियों में हो गई. घटना के बाद से गांव में मातम पसरा हुआ है. परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. परिजनों ने बच्चे की मौत कोविड का टीका लेने के बाद रिएक्शन से होने का आरोप लगाते हुए उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. वहीं, इस मामले में जांच कमेटी गठित इसकी जांच की जा रही है.
क्या है मामला
परिजनों में मुताबिक, गत 26 मार्च, 2022 को गांव में लगे वैक्सिनेशन कैंप में आदित्य ने कोविड से बचाव को लेकर कोर्विवैक्स टीका लगवाया था. आदित्य के पिता कैलाश कुमार महतो के मुताबिक, शनिवार को गांव के विद्यालय में वैक्सिनेशन कैंप लगाया गया. कैंप में लगभग ढाई बजे आदित्य ने टीका लगवाया. दोपहर में टीका लगवाने के बाद शाम में बुखार आया, तो उसे पैरासिटामोल टेबलेट दिया गया. टेबलेट खाने के बाद बुखार कम हुआ, लेकिन दूसरे दिन बुखार आने के बाद तबीयत बिगड़ने लगी. स्थानीय स्तर पर उपचार कराये जाने के बाद भी स्थिति में सुधार नहीं होने पर 2 अप्रैल को गिरिडीह ले जाया गया. यहां चिकित्सकों ने रांची ले जाने की सलाह दी. रांची में इलाज के दौरान आदित्य की मौत हो गयी.
उच्चस्तरीय जांच की मांग
घटना में अपने बेटे को खोनेवाले पिता कैलाश कुमार महतो ने घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि वैक्सीन लेने से पहले बेटा स्वस्थ था. जब वैक्सीन लिया गया, उसके बाद ही तबीयत बिगड़ी और उसकी मौत हो गयी. उन्होंने हर हाल में दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है.
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जांच टीम गठित
इधर, देवरी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ देवव्रत कुमार ने बताया कि वैक्सीन से किसी प्रकार का रिएक्शन नहीं होता है. बच्चे की मौत की घटना को लेकर जांच कमेटी गठित की गयी है. इस मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद मौत की असल वजह पता चल पाएगा.
Posted By: Samir Ranjan.