पूर्वी सिंहभूम जिले के कोवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत हल्दीपोखर में रामनवमी झंडा विसर्जन जुलूस के दौरान हुए विवाद के बाद शनिवार को हल्दीपोखर एवं हाता बाजार पूरी तरह से बंद रहा. आरोपियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर इलाके के सभी दुकानों को बंद कर रखा गया.
इस दौरान हल्दीपोखर सप्ताहिक हाट में एक भी दुकान नहीं लगी. हाता की भी दुकानें दिन भर बंद रहीं. हल्दीपोखर बाजार पूरी तरह से पुलिस छावनी में तब्दील रहा. जहां एसपी (ग्रामीण) मुकेश कुमाल लुणायत देर रात से ही जमे थे. साथ ही एसडीएम पीयूष कुमार सिन्हा, डीएसपी चंद्रशेखर आजाद और डीएसओ राजीव रंजन ने दल बल के साथ गश्ती करते हुए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की, जबकि हाता में भी थाना प्रभारी रविंद्र मुंडा सभी स्थितियों पर नजर गड़ाये रहे. इस दौरान इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी, ताकि कोई अप्रिय घटना ना घटे.
इधर जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो, विधायक संजीव सरदार, पूर्व विधायक मेनका सरदार, भाजपा जिलाध्यक्ष गुंजन यादव, जिप सदस्य सूरज मंडल, झामुमो नेता सुनील महतो और चंद्रावती महतो ने हल्दीपोखर का दौरा कर घटना की जानकारी ली. इसके साथ ही उन्होंने प्रशासन से दोषियों पर कार्रवाई करने को कहा. वहीं प्रशासनिक पदाधिकारियों ने विजय बजरंग अखाड़ा कमेटी के साथ बैठक की और शांति की अपील की. विजय बजरंग अखाड़ा और पंचायत जनप्रतिनिधियों ने झंडा विसर्जन जुलूस में घटित घटना के आरोपियों को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग की.
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विजय बजरंग अखाड़ा और पंचायत जनप्रतिनिधियों ने घटना के लिए सीओ इम्तियाज अहमद को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि सीओ अहमद ने एक विशेष समुदाय के हितैषी बनकर विवाद को बढ़ाने का काम किया. इसलिए सीओ अहमद को तत्काल निलंबित करते हुए पोटका से हटाया जाये. उन्होंने कहा कि सीओ के पोटका से हटने पर ही मामला सुलझेगा.