‘करेंसी पर भगवान गणेश और लक्ष्मी का हो चित्र’, अरविंद केजरीवाल की इस टिप्पणी का चुनाव पर पड़ेगा असर ?

अरविंद केजरीवाल की मांग पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तीखी प्रतिक्रिया सामने आयी है, जिसने इसे गुजरात और हिमाचल प्रदेश में होने वाले आगामी चुनावों से पहले अपनी पार्टी के ‘भयावह हिंदू विरोधी चेहरे' को छिपाने की ‘नाकाम कोशिश' करार दिया है.

By Agency | October 27, 2022 11:21 AM

गुजरात में विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा कुछ दिनों के बाद कर दी जाएगी. इसके पहले नेताओं के बयानों का दौर जारी है. भारतीय करेंसी नोटों पर भगवान गणेश और लक्ष्मी के चित्र छापने से संबंधित दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बयान की चर्चा सोशल मीडिया पर हो रह है. कुछ सोशल मीडिया यूजर ने इसका मजाक उड़ाया और आलोचना की. कुछ यूजर ऐसे भी नजर आ रहे हैं जिन्होंने केजरीवाल की इस टिप्पणी के समय पर सवाल खड़े किये तथा इसे गुजरात चुनाव से जोड़ा.

आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को मीडिया से बात की और भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये के लगातार कमजोर होने के कारण देश नाजुक स्थिति से गुजर रहा है. आज मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार से अपील करता हूं कि हमारे नोटों पर एक तरफ महात्मा गांधी की तस्वीर है. यह जिस स्थिति में है, वैसी ही रहनी चाहिए, लेकिन दूसरी तरफ भगवान गणेश और लक्ष्मी के चित्र छपे होने चाहिए.

भाजपा की तीखी प्रतिक्रिया

अरविंद केजरीवाल की मांग पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तीखी प्रतिक्रिया सामने आयी है, जिसने इसे गुजरात और हिमाचल प्रदेश में होने वाले आगामी चुनावों से पहले अपनी पार्टी के ‘भयावह हिंदू विरोधी चेहरे’ को छिपाने की ‘नाकाम कोशिश’ करार दिया है. ‘आप’ के पूर्व नेता आशुतोष ने केजरीवाल का मजाक उड़ाया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘आप’ प्रमुख की सलाह का पालन करना चाहिए और तुरंत ‘सभी आर्थिक सलाहकारों को बर्खास्त कर देना चाहिए’. आशुतोष ने ट्वीट किया कि वाह..अरविंद केजरीवाल ने क्या महान आर्थिक मंत्र दिया है…ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था के उत्थान के लिए, ऋषि सुनक के लिए महान सुझाव. नरेंद्र मोदी को सभी आर्थिक सलाहकारों को तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए. उनकी सलाह का पालन करें. भारत समृद्ध बन जाएगा.

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फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने क्या कहा

फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने केजरीवाल पर विभिन्न धर्मों के बीच विभाजन पैदा करने का आरोप लगाया. पंडित ने ट्वीट किया कि मैं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उस बयान की निंदा करता हूं, जिसमें उन्होंने कहा है कि भारतीय मुद्रा पर गणेश और लक्ष्मी की तस्वीर होनी चाहिए. इससे वह विभिन्न धर्मों के बीच फूट पैदा कर रहे हैं. कुछ आमलोगों ने केजरीवाल पर पाखंड का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने दिवाली से पहले पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया और अब वह लक्ष्मी और गणेश के चित्र नोटों पर छापने का सुझाव दे रहे हैं, जबकि कई अन्य लोगों ने सवाल किया कि पहले स्कूलों और अस्पतालों के बारे में बात करने वाले आप नेता केजरीवाल ने ऐसी टिप्पणी क्यों की. शांतनु ने ट्विटर पर लिखा, वह (केजरीवाल) राजनीति बदलने आए थे. (वह) छद्म उदारवादियों के प्रिय रहे हैं और वह तथाकथित राष्ट्रीय विकल्प की बात करते रहे हैं.” शांतनु ने खुद को ट्विटर हैंडल पर नेहरूवादी और गांधीवादी बताया है और उनके 6,700 से अधिक अनुयायी हैं.

एक अन्य ट्विटर यूजर ने कहा कि केजरीवाल ने मुस्लिम बहुल इंडोनेशिया की करेंसी का जिक्र किया है. आप के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि उनका सुझाव किसी के खिलाफ नहीं था, यहां तक कि एक मुस्लिम देश इंडोनेशिया के नोटों पर भगवान गणेश के चित्र छपे हैं. उन्होंने कहा कि इंडोनेशिया में दो प्रतिशत से कम हिंदू और 85 प्रतिशत से अधिक मुसलमान हैं. कुछ ट्विटर यूजर्स ने तो केजरीवाल के चित्र वाले करेंसी नोटों की तस्वीरें भी पोस्ट की हैं.

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने क्या कहा

हालांकि, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित आप के कई नेताओं ने केजरीवाल की टिप्पणी का समर्थन करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया. इस बीच पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने केजरीवाल पर गुजरात में भाजपा को पछाड़ने के लिए ‘‘प्रतिस्पर्धी हिंदुत्व” का सहारा लेने का आरोप लगाया. वारिंग ने कहा, अपने प्रतिस्पर्धी लोकलुभावन वायदे में विफल होने के बाद, केजरीवाल अब गुजरात को जीतने के लिए प्रतिस्पर्धी हिंदुत्व का सहारा ले रहे हैं, ‘लेकिन वह फिर से असफल हो जाएंगे, क्योंकि लोग उनकी मंशा को भांपने के मामले में बुद्धिमान हैं.”

केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत के लोग, खासकर गुजरात और हिमाचल प्रदेश के लोग इतने बुद्धिमान हैं कि उनकी ‘फर्जी धार्मिकता’ के बहकावे में नहीं आ सकते.

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