बर्दवान/पानागढ़, मुकेश तिवारी : पश्चिम बंगाल के संदेशखाली कांड (Sandeshkhali Incident) और राज्य विधानसभा में इसे लेकर सत्ताधारी पार्टी को घेरते भाजपा के छह विधायकों के निलंबन के खिलाफ भगवा पार्टी ने बर्दवान में सड़क पर उतर कर प्रतिवाद जताया. उस दौरान बर्दवान सदर भाजपा अध्यक्ष अभिजीत ता व कई अन्य कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया. इससे भाजपाई और भड़क गये और सड़क पर सत्ताधारी तृणमूल के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करने लगे. प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि उनके नेताओं व कार्यकर्ताओं को अविलंब रिहा किया जाये. भाजपा नेता अभिजीत ता ने आरोप लगाया कि राज्य में तृणमूल कांग्रेस के शासनकाल में अराजकता की स्थिति है. पूरे राज्य में तानाशाही सरकार चल रही है. एक महिला मुख्यमंत्री के होते हुए उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में सत्ताधारी पार्टी के गुंडे महिलाओं पर जुल्म ढाते रहे और राज्य पुलिस मूकदर्शक बनी रही.
उत्तर 24 परगना के संदेशखाली की घटना और राज्य विधानसभा से छह भाजपा विधायकों के निलंबन के खिलाफ भगवा पार्टी के कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने पश्चिम बर्दवान के कांकसा थाना क्षेत्र के पानागढ़ बाजार चौमाथा पर उतर कर जीटी रोड जाम कर दिया. राज्य सरकार के खिलाफ भाजपाइयो ने खूब नारेबाजी की, भाजपा की गलसी छह नंबर कमेटी के अध्यक्ष परितोष विश्वास के नेतृत्व में किये गये धरना प्रदर्शन में बर्दवान सदर भाजपा के उपाध्यक्ष रमन शर्मा, भाजपा पंचायत सदस्य पंकज जायसवाल, आनंद कुमार, टीटू शर्मा , कालीचरण साव, संतोष चौहान और अन्य नेता व कार्यकर्ता शामिल रहे.
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बाद में रमन शर्मा ने कहा कि संदेशखाली की घटना से राज्य व देश शर्मसार हो गया है. समूचे राज्य में महिलाएं असुरक्षित हैं. आरोप लगाया कि राज्य विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस सरकार का तानाशाही रूप दिखा. भाजपा के छह विधायकों को निलंबित कर दिया गया. विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी को रोकने की कोशिश की गयी. बंगाल की जनता सब देख रही है. जल्द ही राज्य से ममता बनर्जी सरकार का पतन होगा.