कोलकाता/नयी दिल्ली: बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को करारी शिकस्त देकर तृणमूल कांग्रेस (TMC) तीसरी बार सत्ता में लौटी है. वह भी तब, जब भाजपा (BJP) और अन्य विपक्षी दलों के मुख्य निशाने पर तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के अलावा सांसद अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) भी रहे. सत्ता में लौटने के बाद तृणमूल कांग्रेस के हौसले बुलंद हैं और अब पार्टी दूसरे प्रदेशों में भी अपना विस्तार करने में जुट गयी है.
अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee TMC) को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाया जाना भी इसी बात का संकेत देता है. अब श्री बनर्जी ने भी राष्ट्रीय राजनीति में कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है. गुरुवार को उन्होंने नयी दिल्ली स्थित उनकी पार्टी के सांसद शुखेंदु शेखर रॉय के आवास पर ही तृणमूल कांग्रेस के अन्य सांसदों के साथ बैठक की. बताया जा रहा है कि बैठक में राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी मौजूद थे.
सूत्रों के अनुसार, बैठक में पेगासस जासूसी मामले (Pegasus Spyware Case) को लेकर केंद्र सरकार को लगातार घेरने की रणनीति बनाने के साथ ही वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Chunav 2024) के पहले राष्ट्रीय स्तर पर तृणमूल कांग्रेस (All India Trinamool Congress) के विस्तार को लेकर भी चर्चा हुई.
Also Read: जासूसी प्रकरण : अभिषेक बनर्जी का अमित शाह पर निशाना, कहा- 2024 में बेहतर तैयारी के साथ आयें
संसद के मानसून सत्र (Monsoon Sessin) के दौरान यानी अगले हफ्ते तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी (TMC Chief Mamata Banerjee) नयी दिल्ली जायेंगी. उनके साथ ही भाजपा छोड़कर वापस तृणमूल में लौटे मुकुल रॉय भी नयी दिल्ली जा सकते हैं. ममता बनर्जी ने भाजपा विरोधी पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं की बैठक आयोजित करने का आह्वान भी किया है. कहा जा सकता है कि यदि यह बैठक हुई, तो अगले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर काफी महत्वपूर्ण होगी.
Also Read: एमपी-एमलए कोर्ट से TMC नेता अभिषेक बनर्जी को झटका, अमित शाह को मिली बड़ी राहत
Posted By: Mithilesh Jha