भाजपा ने ज्वलंत मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ‘इंडिया बनाम भारत’ बहस छेड़ी : अभिषेक बनर्जी

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राष्ट्रपति के जी-20 रात्रि भोज में शिरकत करने के लिए शनिवार को दिल्ली जायेंगी. राज्य सचिवालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ममता बनर्जी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के निमंत्रण पर राष्ट्रीय राजधानी जायेंगी.

By Shinki Singh | September 7, 2023 12:55 PM
an image

पश्चिम बंगाल के सांसद व तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाया कि महंगाई, सांप्रदायिक तनाव, सीमा विवाद और बेरोजगारी जैसे ज्वलंत मुद्दों से ध्यान बांटने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ‘इंडिया बनाम भारत’ बहस छेड़ी है. केंद्रीय तृणमल मंत्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर जी-20 के एक भोज निमंत्रण पत्र को साझा किये जाने के बाद यह बहस छिड़ गयी है. इस निमंत्रण पत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ कहा गया है. तृणमूल नेता श्री बनर्जी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि “इंडिया बनाम भारत भाजपा द्वारा रची गयी ध्यान बांटने की तरकीब है. इधर-उधर की बातें छोड़कर हम विषय पर आयें.

ज्वलंत मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास

इस सरकार को आसमान छूती कीमतें, बेलगाम महंगाई, सांप्रदायिक तनाव, बेरोजगारी, सीमा विवाद और डबल इंजन एवं राष्ट्रवाद के खोखले राग के लिए जवाबदेह ठहरायें. हम अपने ध्येय पर केंद्रित रहें.” पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सरकारी संवादों में ‘इंडिया’ के स्थान पर ‘अचानक भारत के इस्तेमाल’ को लेकर मंगलवार को सवाल उठाया था. जी-20 भोज के निमंत्रण को लेकर उठे विवाद की ओर इशार करते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा था कि दुनिया इंडिया के रूप में देश को जानती है.

Also Read: ममता बनर्जी की चेतावनी के बावजूद राज्यपाल ने आधी रात को कन्याश्री विश्वविद्यालय के नए कुलपति की नियुक्ति की
राष्ट्रपति की जी20 रात्रिभोज में शामिल होंगी सीएम ममता बनर्जी

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राष्ट्रपति के जी-20 रात्रि भोज में शिरकत करने के लिए शनिवार को दिल्ली जायेंगी. राज्य सचिवालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ममता बनर्जी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के निमंत्रण पर राष्ट्रीय राजधानी जायेंगी. अधिकारियों ने यह भी बताया कि राष्ट्रपति के रात्रि भोज में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भी मौजूद रह सकती हैं, जिनके साथ ममता बनर्जी के अच्छे संबंध हैं. गौरतलब है कि देश के नामकरण को लेकर चल रहे विवादों के बीच ही मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी नयी दिल्ली के दौरे पर जा रही हैं.

सीएम शनिवार को पहुंंचेंगी दिल्ली

जानकारी के अनुसार, सीएम शनिवार को वहां पहुंंचेंगी और रविवार को वापस कोलकाता लौटेंगी. अपने इस दो दिवसीय दौरे के समय वहां इंडिया गठबंधन के प्रतिनिधियों के साथ भी मिलेंगी. जी20 के लिए राष्ट्रपति की ओर से भेजे जाने वाले आमंत्रण पत्र में इंडिया के स्थान पर भारत शब्द का प्रयोग किया है, जिसे लेकर विवाद पैदा हो गया है. विपक्षी पार्टियां इसका लगातार विरोध कर रही हैं.

Also Read: डुमरी उपचुनाव :मंत्री चंपई सोरेन व पूर्व विधायक ममता देवी का जनसंपर्क अभियान,बेबी देवी के पक्ष में वोट की अपील
प्रधानमंत्री अब महज नेम चेंजर रह गये हैं : सलीम

माकपा के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने कहा कि देश का नाम भारत हो या इंडिया, इस विवाद में पड़ना बेमानी है. क्योंकि संविधान में दोनों ही नाम हैं. केंद्र सरकार की ओर से जान-बुझ कर इस तरह का बेमानी मुद्दा उठाकर लोगों का ध्यान भटकाने की साजिश हो रही है. इसके खिलाफ लोगों को सजग रहने की जरूरत है. क्योंकि केंद्र सरकार चाहती है कि लोग मूल मुद्दों को भुलकर गैर जरूरी मुद्दों में उलझे रहे हैं. यही वजह है कि कभी भाषा के नाम पर, तो कभी धर्म के नाम पर लड़ाने की साजिश हो रही है, इसलिए उनकी साजिश में फंसने की बजाय विरोधी दलों को एकजुट होकर भारत की एकता को बरकरार रखते हुए जनविरोधी नीतियों के खिलाफ लामबंद होना होगा. उन्होंने कहा कि यह फासीवादी तरकीब है, जिसके तहत नॉन इश्यू को इश्यू बनाया जा रहा है.

Also Read: CM ममता बनर्जी ने अमिताभ बच्चन को बांधी राखी, बताया कौन होगा विपक्ष का पीएम चेहरा
हिंदी भाषा की लड़ाई में लोगों को उलझाना भाजपा का मकसद

उन्होंने कहा कि जी-20 के नाम पर दिल्ली में लोगों के अधिकारों का हनन हो रहा है. लोग विरोध नहीं कर पायें, इसके लिए लोगों को सुरक्षा के नाम पर रोका जा रहा है. इससे भारत की छवि पूरी दुनियां में खराब हो रही है. यही वजह है कि प्रधानमंत्री अब जब देश से बाहर जा रहे हैं, तो वहां पर प्रायोजित भीड़ की जगह लोग विरोध की आवाज को बुलंद कर रहे हैं. विरोधी दल एकजुट हो रहे हैं, यह देखकर वह भयभीत हो रहे हैं. लोगों को पता चल गया है कि प्रधानमंत्री देश में उत्तर व दक्षिण के बीच विभाजन करना चाहते हैं. उनका मकसद आर्य अनार्य व हिंदी बनाम गैर हिंदी भाषा की लड़ाई में लोगों को उलझाना है, इसलिए इस तरहा मुद्दा उठाकर लोगों का ध्यान भटकाने की साजिश हो रही है. ताकि प्रधानमंत्री, जो गेम चेंजर बनने का ख्वाब देख रहे थे, वह महज नेम चेंजर बनकर रह गये हैं.

Also Read: I-N-D-I-A गठबंधन की बैठक में संयोजक और संगठन पर आज होगा फैसला, ममता बनर्जी ने कहा न करें समय बर्बाद

Exit mobile version