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एक रूपये में जमीन रजिस्ट्री बन्द, बीजेपी महिला मोर्चा ने काली पट्टी बांधकर जताया विरोध

प्रदेश में एक रूपये में महिलाओ के नाम वाली जमीन रजिस्ट्री की योजना को प्रदेश सरकार द्वारा बन्द करने के विरोध में रविवार को बीजेपी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष आरती सिंह की अध्यक्षता में महिला मोर्चा की सदस्यों ने लॉक डाउन का पालन करते हुए घरो में रहकर हाथो में काली पट्टी बांधकर विरोध जताया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 18, 2020 5:23 AM

साहिबगंज : प्रदेश में एक रूपये में महिलाओ के नाम वाली जमीन रजिस्ट्री की योजना को प्रदेश सरकार द्वारा बन्द करने के विरोध में रविवार को बीजेपी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष आरती सिंह की अध्यक्षता में महिला मोर्चा की सदस्यों ने लॉक डाउन का पालन करते हुए घरो में रहकर हाथो में काली पट्टी बांधकर विरोध जताया. वही जिले में बीजेपी महिला मोर्चा की सदस्यों ने लॉक डाउन का पालन करते हुए अपने अपने घरो में रहकर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया. वही बीजेपी महिला मोर्चा के प्रदेश कार्य समिति सदस्य सुषमा देवी ने कहा कि महिला सशक्तिकरण विरोधी राज्य की हेमन्त सरकार ने राज्य में महिलाओ की नाम जमीन एक रूपये में रजिस्ट्री योजना को बन्द करने का निर्णय लिया है जो बेहद ही निंदनीय है.

महिलाओ को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त करने के लिए रघुवर सरकार ने 50 लाख रूपये तक की सम्पति के निबन्धन पर एक रूपये का शुल्क निर्धारित किया था. इससे महिलाए मालकिन बन रही थी, महिलाओ के ऊपर शोषण होना कम हो गया था, महिलाओ को अपना अधिकारी मिल रहा था. हेमन्त सरकार के इस फैसले का बीजेपी और बीजेपी महिला मोर्चा कड़ी निंदा करती है. उन्होंने कहा कि राजस्व वसूली के और भी कई उपाय है, इस योजना को जल्द से जल्द पुनः शुरू किया जाए. वरना बीजेपी महिला मोर्चा लॉक डाउन के बाद सड़क से लेकर सदन तक इसका पुरजोर विरोध और आंदोलन करेगी.

वही बीजेपी नेत्री रेणुका मुर्मू ने कहा कि कोरोना काल में जहाँ एक ओर केंद्र की सरकार आपदा राहत पैकेज के माध्यम से लोगों के साथ संवेदनशील होकर देश को आत्मनिर्भर करने में लगी हुई है, वहीं झारखंड सरकार ने महिलाओं पर प्रहार करना शुरू कर दिया है. किसी भी राज्य से ऐसी खबरें नहीं आई है. इस महामारी के समय में प्रदेश सरकार महिलाओं के अधिकार को खत्म कर उनसे उनकी संपत्ति से राजस्व बढ़ाने का प्रयास कर रहीं हैं. लेकिन झारखंड ने दुर्भावना का परिचय देते हुए झारखंड की महिलाओं को अपमानित किया है.

एक ओर केंद्र की सरकार महिला सशक्तिकरण, रोजगार के लिये अवसर महिलाओं को आत्मनिर्भर करने के लिए कई योजनाएं पटल पर चला रही है. वहीं झारखंड सरकार उनके पर काटने के लिए संकल्पित है. झारखंड सरकार का यह निर्णय अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है. हेमन्त सरकार मदर्स डे का बेमिसाल तोहफा माताओं को दिया है. बीजेपी महिला मोर्चा इसकी कड़ी निंदा करता है. झारखण्ड की सरकार जल्द से जल्द निर्णय वापस ले और महिलाओ के नाम एक रूपये में रजिस्ट्री योजना को पुनः शुरू करे.

मौके पर महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष रमिता तिवारी, नगर अध्यक्ष ज्योति शर्मा, महिला मोर्चा कोषाध्यक्ष राखी शर्मा, रूबी देवी, चांदनी देवी, संगीता सिन्हा, दीक्षा भारती, वर्षा अग्रवाल, मधु कुमारी, मधुरिमा यादव, स्वीटी देवी, काजोल, निर्मला देवी, शन्ति देवी, जया भारती, निर्मला, विमला, श्रेया मुरारका, रागिनी, दीपशिखा, नेहा गुप्ता, शालू झा, निभा कामत, अहिल्या देवी, खुशबु, कान्ति, छोटी सहित अन्य महिला मोर्चा सदस्यों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया.

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