लोहरदगा : अबुवा आवास लाभार्थी चयन के मापदंड में दिये गये निर्धारित अंक के मामले को लेकर लोहरदगा जिला मुखिया संघ ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा. दिये गये ज्ञापन में कहा कि अबुआ आवास लाभार्थी चयन के मापदंड में दिये गये निर्धारित अंक में काफी हेरा फेरी किया गया है. झारखंड सरकार द्वारा जारी निर्देशिका में स्पष्ट रूप से उल्लेखित किया गया है कि कुल छह श्रेणी में आने वाले लाभुकों को निर्धारित अंक दिया जायेगा. कहा गया है कि कच्चे घरों में रहने वाले को दो अंक, आवास विहीन एवं निराश्रित परिवार को दो अंक, विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह को एक अंक, प्राकृतिक आपदा के शिकार परिवार को एक अंक, कानूनी तौर पर रिहा किए गए बंधुआ मजदूर को एक अंक, राज्य अथवा केंद्र सरकार से आवास नहीं लेने वाले परिवार को एक अंक देना है. दिये गये अंक के आधार पर अधिकतम अंक वाले लाभों को सर्वोच्च प्राथमिकता मिलेगी.
मुखिया, पंचायत समिति सदस्य किसी ने भी किसी लाभुक को कोई अंक नहीं दिया, जबकि कच्चे घरों में रहने वाले को दो अंक, प्राकृतिक आपदा के शिकार परिवार को एक अंक, राज्य अथवा केंद्र सरकार के योजना से वंचित परिवार को एक अंक, जनजाति समूह को एक अंक को जोड़कर कुल अधिकतम 5 अंक ही होते हैं. इसके बावजूद किसने अधिकतम 6 से 7 अंक दिया तथा यह अंक कहां पर किसने निर्धारित किया. जनजाति समूह को छोड़ अन्य समूह के परिवार को 6 अंक कैसे मिला, जबकि आवास विहीन एवं निराश्रित तथा कानूनी तौर पर रिहा किये गये बंधुआ मजदूर जिले में ना के बराबर हैं. सभी मुखिया ने उपायुक्त से आग्रह किया कि उपरोक्त सभी बिंदुओं पर समीक्षा करते हुए सत्यता की जांच की जाए ताकि योग्य लाभुकों को अबुआ आवास जैसी महत्वाकांक्षी योजना का लाभ मिल सके. ज्ञापन सौंपने वालों में जिला मुखिया संघ के अध्यक्ष बासुदेव उरांव, कार्यकारी अध्यक्ष दिलीप कुमार उरांव, उपाध्यक्ष अनिल उरांव, सचिव परमेश्वर महली, कोषाध्यक्ष सुमित उरांव, सुमति कुमारी, फूलमनी देवी, बितनी उरांव, लक्ष्मी उरांव, सुमंती तिग्गा, बसंती देवी, राजकिशन उरांव, बसंत उरांव, कामिल टोपनो, राजेश उरांव, कैली उरांव सहित जिले के मुखिया शामिल थे.
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