विरोध के बीच कोडरमा के लोकाई इंदरवा में ब्लू स्टोन के अवैध खनन पर चला प्रशासन का बुलडोजर
वन्य प्राणी प्रक्षेत्र से सटे इंदरवा में वर्षों से ब्लू स्टोन का उत्खनन होता रहा है. इसी से आसपास के गांवों के करीब 10 हजार लोगों की आजीविका चलती है़ अवैध खनन को लेकर बीच-बीच में प्रशासनिक कार्रवाई भी की गयी, परंतु पहली बार प्रशासन ने इस इलाके में पूरी तैयारी के साथ बड़ी कार्रवाई की.
कोडरमा बाजार, विकास कुमार. जिले में ब्लू स्टोन (बेशकीमती पत्थर) के अवैध कारोबार के खिलाफ वन विभाग और जिला पुलिस प्रशासन ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की़ सोमवार को हजारीबाग वन्य प्राणी प्रक्षेत्र प्रमंडल के डीएफओ अवनीश चौधरी के नेतृत्व में कोडरमा वन्य प्राणी प्रक्षेत्र से सटे लोकाई इंदरवा स्थित जंगल में वर्षों से संचालित ब्लू स्टोन खदानों को बंद करने के लिए यहां प्रयोग में लाये जा रहे उपकरणों सहित अन्य सामान को बुलडोजर और जेसीबी चलाकर ध्वस्त कर दिया गया़
दो बार कोडरमा-गिरिडीह रोड को जाम करने की कोशिश
यही नहीं, टीम ने दो दर्जन जेनरेटर, पम्प सेट, कम्प्रेशर मशीन, बनायी गयी झोपड़ियों आदि को ध्वस्त करते हुए सामान को खदानों में ही डाल दिया, ताकि आगे से अवैध खनन न किया जा सके. टीम की यह कार्रवाई स्थानीय लोगों के भारी विरोध के बीच भी जारी रही. कार्रवाई के विरोध में लोगों ने दो बार कोडरमा-गिरिडीह रोड को जाम करने की कोशिश की़ हालांकि, मौके पर मौजूद भारी पुलिस बल ने हल्का बल प्रयोग कर जाम की कोशिश को विफल कर दिया.
चार घंटे चली प्रशासन की कार्रवाई
जानकारी के अनुसार, सुबह करीब 11 बजे वाइल्डलाइफ डीएफओ के साथ वन प्रमंडल के डीएफओ सूरज कुमार सिंह, एसडीओ संदीप कुमार मीना, एसडीपीओ प्रवीण पुष्कर व अन्य अधिकारी भारी संख्या में पुलिस बल के साथ लोकाई इंदरवा पहुंचे़ यहां पूरी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जेसीबी से अवैध खनन में लगी मशीन आदि को ध्वस्त करने का कार्य दोपहर बाद करीब तीन बजे तक चला़
Also Read: Jharkhand News: अरबों के स्टोन चिप्स बिहार व बंगाल भेजे गये, अवैध खनन मामले की जांच में हुआ खुलासा
वर्षों से इंदरवा में हो रहा है ब्लू स्टोन का अवैध खनन
बताते चलें कि वन्य प्राणी प्रक्षेत्र से सटे इंदरवा में वर्षों से ब्लू स्टोन का उत्खनन होता रहा है. इसी से आसपास के गांवों के करीब 10 हजार लोगों की आजीविका चलती है़ अवैध खनन को लेकर बीच-बीच में प्रशासनिक कार्रवाई भी की गयी, परंतु पहली बार प्रशासन ने इस इलाके में पूरी तैयारी के साथ बड़ी कार्रवाई की़ कार्रवाई के बीच बड़ी संख्या में मौजूद स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया़ लोगों ने रोजी-रोटी की गुहार लगायी, लेकिन कार्रवाई नहीं रुकी.
ये पदाधिकारी थे मौजूद
प्रशासनिक कार्रवाई के दौरान उत्खनन स्थल पर बनाये गये अस्थायी निर्माण और मशीनों को क्षतिग्रस्त किया गया़ मौके पर कोडरमा थाना प्रभारी द्वारिका राम, सीओ अनिल कुमार, रेंजर रामबाबू कुमार, सुरेश कु़ चौधरी, पुलिस निरीक्षक राम नारायण ठाकुर के अलावा वन विभाग की टीम ,भारी संख्या में पुलिस बल आदि मौजूद था़
Also Read: स्टोन माइनिंग लीज मामले में हाईकोर्ट की तरफ से सीएम हेमंत को नोटिस, झारखंड सरकार ने दी ये सफाई
32 जेनरेटर सहित अन्य सामान ध्वस्त, विस्फोटक भी मिला
टीम ने अवैध खनन स्थल पर 32 जेनरेटर, 22 कम्प्रेशर मशीन, 11 पम्प सेट, 14 एयर मशीन, 24 सेक्शन पाइप को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया़ इसके साथ ही 24 झोपड़ियों को भी तोड़ डाला़ टीम को मौके पर से विस्फोटक सामग्री भी मिली, जिसका प्रयोग अवैध खनन में किया जाता था़ टीम मौके पर से एक जेनरेटर, 50 किलो ब्लू स्टोन, 15 पीस जिलेटिन रड, 165 पीस एक्सप्लोसिव वायर आदि जब्त कर ले आयी है.
नियम की आड़ में रोजी-रोटी का साधन छीनना सही नहीं : शालिनी
प्रशासनिक कार्रवाई की खबर पाकर मौके पर पहुंचीं पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष शालिनी गुप्ता ने कहा कि कोडरमा जिले में रोजगार का मुख्य साधन पत्थर, क्रेशर, खदान और ब्लू स्टोन है़ं इसी के लिए कोडरमा की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर बनी है़ ऐसे में नियमों को सरलता की ओर ले जाने की जरूरत है़ नियमों की आड़ में इस तरह की कार्रवाई नहीं होनी चाहिए, जिससे लोगों के समक्ष रोजी-रोटी पर संकट आ जाये़
Also Read: कोडरमा में स्टोन चिप्स व बोल्डर लदे पांच वाहन जब्त, चकमा देकर भागने के क्रम में फंस गया हाइवा
उत्पन्न हो सकती है विधि-व्यवस्था की समस्या
शालिनी गुप्ता ने कहा कि करीब 10 हजार घरों में इससे चूल्हा जलता है. आज इनके चेहरे पर मायूसी है़ लोग अब भविष्य को लेकर चिंतित हैं. ढिबरा, पत्थर और क्रेशर के बंद होने से यहां बेरोजगारी, भुखमरी और पलायन की समस्या उत्पन्न हो रही है़ लोग असहज महसूस कर रहे हैं. सभी को एकजुट होना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि उपायुक्त से बात करके रियायत देने की मांग की गयी है़ कहा कि रोजगार के साधन पर ऐसी कार्रवाई से क्षेत्र में विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो सकती है.