गोरखपुर: अखिलेश से मुलाकात करने के लिए एयरपोर्ट परिसर में घुसे कार्यकर्ता, पुलिस ने किया हल्का बल का प्रयोग
गोरखपुर एयरपोर्ट परिसर में जबरन प्रवेश कर गए सपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बलपूर्वक एयरपोर्ट परिसर से बाहर निकाला. देवरिया से लौटने के बाद जैसे ही अखिलेश यादव गोरखपुर एयरपोर्ट परिसर में दाखिल होने अपनी गाड़ी से उतरे. पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में उन तक पहुंचने की होड़ मच गई.
गोरखपुर एयरपोर्ट परिसर में जबरन प्रवेश कर रहे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को बाहर निकालने के लिए पुलिस को हल्का बल का प्रयोग करना पड़ा. सोमवार की शाम को देवरिया हत्याकांड के पीड़ितों से मुलाकात करने के बाद शाम 5:20 पर अखिलेश यादव वापस गोरखपुर एयरपोर्ट परिसर में दाखिल होने के लिए अपनी गाड़ी से उतरे. इस दौरान पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं में उन तक पहुंचाने की होड़ मच गई, जिसके बाद धक्का मुक्की शुरू होने के साथ हंगामा भी शुरू हो गया. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को किसी तरह से पुलिस ने सुरक्षित एयरपोर्ट परिसर में पहुंचाया. मगर इस दौरान 8,10 कार्यकर्ता भी जबरन मुख्य द्वार से परिसर में प्रवेश कर गए. बार-बार अनुरोध के बाद भी जब वह लौटाने को तैयार नहीं हुई तो पुलिस ने हल्का बल का प्रयोग करके उन्हें गेट से बाहर किया.
सोमवार की सुबह देवरिया जाने से पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गोरखपुर एयरपोर्ट पर करीब 40 पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर संवाद किया. एयरपोर्ट से देवरिया तक अखिलेश सड़क मार्ग से गए. इस दौरान गोरखपुर के पदाधिकारी भी अखिलेश के काफिले के साथ गए. देवरिया के फतेहपुर पहुंचकर अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर हमला बोला देवरिया कांड के बहाने भाजपा पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि सरकार निष्पक्ष है. तो दोनों परिवारों की मदद करें. किसी से भेदभाव नहीं होना चाहिए. क्योंकि घटनाएं दोनों गलत हैं.
बुलडोजर कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि अगर बुलडोजर भी न्याय देने लगा तो अगली सरकार भी यही करेगी. यहां पर सवाल प्रेमचंद यादव का घर गिराने का नहीं है. सरकार की नियत का है. जनता ही बुलडोजर नहीं चलने देगी. इसके पहले अखिलेश यादव फतेहपुर गांव के लेहड़ा टोला पहुंचें थे. सत्य प्रकाश दुबे और उनके परिवार के पांच लोगों के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर मृतकों के आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. लगभग 20 मिनट तक अखिलेश यादव घटनास्थल पर रहे.
प्रेमचंद की हत्या नहीं होती तो मासूमों की जान नहीं जाती- अखिलेशइस दौरान अखिलेश यादव दुबे परिवार के सदस्यों से मिलना चाह रहे थे. लेकिन उनके परिवार के सदस्य अखिलेश से नहीं मिलना चाह रहे थे. सत्य प्रकाश दुबे के पुत्र दिवेश दुबे ने सोमवार की सुबह जिलाधिकारी देवरिया और एसपी देवरिया को पत्र भेज कर अखिलेश यादव से मुलाकात करने से इनकार कर दिया था. पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश यादव ने कहा कि अगर प्रेमचंद यादव की हत्या नहीं होती तो मासूमों की जान नहीं जाती. सरकार इस बात को छिपाना चाह रही हैं. अखिलेश यादव ने कहा कि प्रेमचंद यादव को बुलाकर मारा गया है.
उन्होंने कहा की घटना के बाद बेकसूरों को बेवजह फंसाया जा रहा है. सादे कागजों पर दस्तखत कराकर मुकदमे लिखे गए हैं. अखिलेश ने कहा कि यह मुख्यमंत्री का गृह क्षेत्र है. पुलिस यहां तांडव मचा रही है. जनता ने बीजेपी को इसलिए वोट नहीं दिया था कि जीरो टॉलरेंस वाले लोग भेदभाव फैलाएं. देवरिया में पीड़ित परिवारों से मिलने के बाद अखिलेश यादव शाम करीब 5:20 पर गोरखपुर एयरपोर्ट परिसर में दाखिल होने के लिए गाड़ी से उतरे. जिसके बाद सपा पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं में उन तक पहुंचाने की होड़ मच गई. जिसके बाद धक्का मुक्की शुरू होने के साथ हंगामा शुरू हो गया.
पुलिस ने किसी तरह से अखिलेश यादव को सुरक्षित एयरपोर्ट परिसर में पहुंचा. मगर इसी दौरान 8-10 कार्यकर्ता भी मुख्य द्वार से परिसर में प्रवेश कर गए. बार-बार अनुरोध करने के बाद जब कार्यकर्ता बाहर लौटने को तैयार नहीं हुई. तो पुलिस ने बल प्रयोग करके उन्हें एयरपोर्ट परिसर से बाहर निकाला. अखिलेश यादव से मुलाकात करने वालों में जिला अध्यक्ष बृजेश कुमार गौतम, कृष्ण कुमार त्रिपाठी, रामनाथ यादव,डॉ मोहसिन खान आदि लोग शामिल रहे.
रिपोर्ट–कुमार प्रदीप,गोरखपुर
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