Naya Rivera Death: एक हफ्ते बाद झील किनारे मिला अभिनेत्री का शव, 4 साल के बेटे ने मां को डूबते देखा…

naya rivera dead body finally recovered : हॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री नाया रिवेरा (Naya Rivera) इस दुनिया में नहीं रहीं. अभिनेत्री की तलाश कर रही टीम को पीरू झील में एक शव मिला था. अब कंफर्म हो गया है कि वह शव नाया रिवेरा की ही है. नाया ने बुधवार को अपने चार वर्षीय बेटे के साथ झील में सैर करने के लिए एक नाव किराए पर ली थी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 14, 2020 1:36 PM

naya rivera dead body finally recovered : हॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री नाया रिवेरा (Naya Rivera) इस दुनिया में नहीं रहीं. अभिनेत्री की तलाश कर रही टीम को पीरू झील में एक शव मिला था. अब कंफर्म हो गया है कि वह शव नाया रिवेरा की ही है. नाया ने बुधवार को अपने चार वर्षीय बेटे के साथ झील में सैर करने के लिए एक नाव किराए पर ली थी. लेकिन वह नहीं लौंटी तो उनकी तलाश शुरू हुई थी. उनका बेटा नाव में अकेला मिला था.

उसी दिन अधिकारियों एक फोन आया था जिसमें कहा गया था कि एक नाव पर एक बच्चा है. जब नैया का बच्चा लाइफ जैकेट पहने हुए नाव पर था. बताया जा रहा है कि 33 वर्षीया नाया ने अपने बेटे को बचाने के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया.

अधिकारियों द्वारा आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में शेरिफ बिल अयूब ने तलाशी अभियान का विवरण साझा किया. जैसा कि Elle.com द्वारा रिपोर्ट किया गया है, उन्होंने कहा कि नाया का शव झील के उत्तर-पूर्वी हिस्से में, पानी की सतह के पास पाया गया था. उस क्षेत्र में पानी की गहराई 35 से 60 फीट के बीच है और इसमें भारी पेड़ हैं.

शेरिफ ने उल्लेख किया कि नाया के बेटे ने अपनी मां के साथ तैरने जाने की पुष्टि की और उसने उसे नाव पर वापस आने में मदद की. जब उसने पीछे मुड़कर देखा, तो उसने अपनी माँ को पानी की सतह के नीचे डूबते देखा.

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शेरिफ बिल अयूब ने भी एक पत्रकार द्वारा उठाए गए सवाल का जवाब दिया जिसमें पूछा गया था कि बेटे की मदद करने के दौरान नाया नाव पर वापस क्यों नहीं लौटीं. इस बारे में शेरिफ ने कहा, “इस बिंदु पर यह कहना अटकलबाजी होगी कि (उसका बेटा नाव पर कैसे पहुंचा, लेकिन खुद नहीं) झील पर धाराएं तेज हो जाती हैं जो विशेष रूप से दोपहर में. हम मानते हैं कि वह बीच में थे. सुबह जब वह गायब हुई, तो यह विचार आया कि शायद नाव बहने लगी थी. वह बेसुध थी. उसे अपने बेटे को नाव पर वापस लाने के लिए पर्याप्त ऊर्जा चाहिए थी लेकिन वह खुद को नहीं बचा पाईं.’

Posted By: Budhmani Minj

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