Adeno Virus in WB: पश्चिम बंगाल में थम नहीं रहा है एडिनो वायरस का कहर, फिर तीन बच्चों की हुई मौत
पश्चिम बंगाल में एडिनो वायरस का कहर लगातार बढ़ते जा रहा है. इस वायरस की चपेट में आने से तीन और बच्चों की मौत हो गई है. अबतक इस संक्रमण ने 15 बच्चों की जान ले ली है.
कोलकाता. एडिनो वायरस का बढ़ता प्रकोप चिंता बढ़ा रहा है. राज्य स्वास्थ्य विभाग लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहा है. इस बीच, संक्रमण से 24 घंटे में राज्य में तीन बच्चों की मौत हुई है. हावड़ा के उदयनारायणपुर के नौ माह के बच्ची की मौत बीसी राय अस्पताल में हुई. मृतका का नाम राजश्री राय था. वहीं, रविवार को इसी अस्पताल में आठ माह के शुभजीत मंडल की मौत हुई. तीसरे बच्चे की मौत रविवार सुबह कोलकाता मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हुई. वह नदिया के कल्याणी का रहने वाला था. इसके साथ ही राज्य से इस संक्रमण से अब तक 15 बच्चों की मौत हो चुकी है.
पश्चिम बंगाल में नहीं थम रहे एडिनो वायरस के मामले
जानकारी के अनुसार, जनवरी महीने से अब तक राज्य में कुल 15 बच्चों की मौत एडिनो वायरस से हुई है. इनमें मेडिकल कॉलेज में छह, बीसी राय शिशु अस्पताल में छह, इंस्टीट्यूट ऑफ चाइल्ड हेल्थ में दो और पीयरलेस अस्पताल में फरवरी महीने तक एक शिशु की मौत हुई है.
परिजनों का आरोप, आइसीयू में नहीं रख कर जनरल वार्ड में ही किया गया इलाज
जानकारी के अनुसार, हावड़ा के उदयनारायणपुर के मृत शिशु के परिजनों के अनुसार, उसे दो फरवरी को बुखार आया था. इसी दिन बच्ची को बीसी राय अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इलाज के बाद वह स्वस्थ होकर 11 फरवरी को अपने घर लौट गयी थी. पर 14 फरवरी को फिर वह बुखार की चपेट में आ गयी. इसके बाद उसके माता-पिता बच्ची को दोबारा अस्पताल के बाहर लेकर पहुंचे. कुछ देर इलाज के बाद बच्ची को अस्पताल से छुट्टी दे गयी. बच्चे के पिता ने दावा है कि, 19 फरवरी को फिर उसकी तबीयत बिगड़ी. ऐसे में उसे बीसी रॉय अस्पताल में भर्ती कराया गया.
डेथ सर्टिफिकेट में एडिनो का जिक्र नहीं
इसके बाद चिकित्सकों ने बताया कि बच्ची को आइसीयू में भर्ती कराने की जरूरत है. लेकिन बेड खाली नहीं होने के कारण उसे आइसीयू में नहीं रखा गया. जनरल वार्ड में ही बच्ची की चिकित्सा चल रही थी. पर शनिवार रात उसकी मौत हो गयी. बच्ची के परिवार का दावा है कि डेथ सर्टिफिकेट पर एडिनो वायरस का जिक्र है. साथ ही बच्ची के पिता ने अस्पताल प्रशासन पर गलत इलाज का आरोप भी लगाया. हालांकि, अस्पताल प्रशासन की कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है.
मौत का कारण निमोनिया बताया गया
वहीं, शुभजीत मंडल की मौत रविवार सुबह हुई. उसे 20 फरवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान रविवार सुबह 9.30 बजे उसकी मौत हो गयी. शिशु के मृत्यु प्रमाण पत्र पर निमोनिया को मौत का कारण बताया गया है. उधर, कोलकाता मेडिकल कॉलेज में मारे गये शिशु का नाम डेढ़ साल के रीघी सरकार है. उसे सर्दी-बुखार होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बुखार के साथ-साथ उसे सांस लेने में भी तकलीफ थी. ज्ञात हुआ है कि शिशु को पहले एम्स कल्याणी में भर्ती कराया गया था. वहां स्थिति में सुधार नहीं होने पर उसे कोलकाता के नेशनल मेडिकल कॉलेज में स्थानांतरित कर दिया गया.
उसके बाद बच्चे को मेडिकल कॉलेज के मदर एंड चाइल्ड हब में भर्ती कराया गया, जहां रविवार सुबह उसकी मौत हो गयी. अस्पताल सूत्रों के अनुसार, एडिनोवायरस के कारण बच्चे की मौत हुई है. हालांकि, मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक प्रो डॉ अंजन अधिकारी ने कहा कि रविवार को एडिनोवायरस से किसी भी बच्चे की मौत नहीं हुई है. सुबह जिस बच्चे की मौत हुई थी उसे एम्स कल्याणी से रेफर किया गया था. उसे पेशाब करने में परेशानी हो रही थी. सांस की तकलीफ थी. उसे पीआइसीयू में वेंटिलेटर में रखा गया था. अस्पताल प्रशासन का दावा है कि अस्पताल की ओर से हर संभव प्रयास किये गये थे. पर उसे बचाया नहीं जा सका.