गोरखपुर: मूसाबार गांव में एडीजी ने लगाई चौपाल, महिलाओं का दर्द सुन कहा- एक सप्ताह में बंद होगा कच्ची का धंधा
गोरखपुर के मूसाबार गांव में एडीजी ने चौपाल लगाकर महिलाओं की समस्या को सुना. गांव की महिलाओं और छात्राओं ने कहा कि शाम होते ही शराबियों का आतंक सड़कों पर शुरू हो जाता है. महिलाएं सड़कों पर निकलने से कतराती है. एडीजी ने कच्ची को जल्द बंद करने और धंधेबाजों पर सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया.
Gorakhpur News: अपर पुलिस महानिदेशक अखिल कुमार ने गोरखपुर के मुसाबार गांव में चौपाल लगाया और गांव की महिलाओं से रूबरू हुए. इस गांव में शाम होते ही कच्ची शराब के धंधेबाज और शरणदाता के डर से महिलाएं घर से नहीं निकलती है. और ना ही इनके खिलाफ अपना मुंह खोलने की हिम्मत करती है. एडीजी से महिलाओं से अपने दर्द को साझा करते हुए कहा कि शराबियों की वजह से राह चलना दूभर हो गया है. उन्होंने एडीजी से बताया कि लोकलाज और डर की वजह से कोई भी उनके खिलाफ नहीं बोलता है.
पुलिस शराब माफियाओं से सख्ती निपटेगी- अपर पुलिस महानिदेशक
अपर पुलिस महानिदेशक (ADG) ने महिलाओं को भरोसा दिलाया कि इस गांव से एक सप्ताह में कच्ची शराब का धंधा बंद कराकर धंधेबाजों पर गैंगस्टर की कार्रवाई करेंगे. और उनकी संपत्ति जप्त कराई जाएगी. गांव में दो महिला सिपाही की ड्यूटी लगेगी जो रोज गस्त करने के साथ ही महिलाओं से मिलेंगे. अगर कोई भी महिलाओं को हैरान व परेशान करेगा तो पुलिस उनसे सख्ती से पेश आएगी.
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चिन्हित कर उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई करें- एडीजी जोन
एडीजी जोन अखिल कुमार ने महिलाओं को आश्वासन दिया है कि वह 15 दिन में गांव की स्थिति का जायजा लेने के लिए दोबारा आएंगे. अगर इस दौरान गांव में कच्ची शराब का धंधा बंद नहीं हुआ तो इसकी जवाबदेही जिम्मेदारों की होगी. उन्होंने कहा कि इस दौरान आबकारी विभाग और थाने की पुलिस टीम कच्ची शराब को बंद करा दे. हुरदंग करने वालों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई करें. ADG ने गांव की महिलाओं और लड़कियों को भरोसा दिलाया कि कच्ची शराब का धंधा एक सप्ताह में बंद हो जाएगा. शराब पीकर माहौल खराब करने वाले लोगों को पुलिस चिन्हित कर सख्त कार्रवाई करेगी. उन्होंने कहा कि गांव की निगरानी के लिए पुलिस गांव में सीसीटीवी कैमरे लगवाएगी.
रास्ते में खड़े शराबी उन पर छीटा कसी कसते हैं- महिला
एडीजी द्वारा लगाए गए चौपाल में इस गांव की छात्रा शालू निषाद ने कहा कि गांव में कई घरों में कच्ची शराब बनती है व बिकती है इससे गांव का माहौल खराब हो गया है.एक छात्रा ने एडीजी से सुरक्षा के लिए मांग की है. वही एक निजी स्कूल में शिक्षक की पद पर कार्यरत भाग्यश्री निषाद ने कहा कि दोपहर में स्कूल बंद होने के बाद घर जाते समय रास्ते में खड़े शराबी उन लोगों पर छीटा कसी कसते हैं.
इस गांव की कुछ महिलाओं ने कहना है कि काफी लंबे समय से इस गांव में कच्ची शराब बनती और बिकती है. इस समय कच्ची शराब का धंधा कुछ कम हुआ है लेकिन बंद नहीं हुआ हैं.मूसाबार स्थित कन्या विद्यालय के प्रधानाचार्य बलराम पांडे ने बताया कि गांव में शराबियों के आतंक से स्कूली छात्रा परेशान है. स्कूल से घर आते जाते समय वह छात्रों पर कमेंट करते हैं. वही इस गांव की महिलाओं सहित स्थानीय लोगों ने मिलकर एडीजी से कच्ची शराब के धंधे को पूर्ण रूप से बंद कराने की मांग की है.
एडीजी जोन ने एक सप्ताह के भीतर कच्ची शराब की धंधे को बंद करने का आश्वासन गांव की महिलाओं को दिया है. उन्होंने कहा कि 15 दिन के बाद वह फिर इस गांव का दौरा करने आएंगे. अगर इस दौरान कच्ची शराब बंद ना हुई तो इसकी जवाबदेही जिम्मेदारों की होगी.ADG के चौपाल के दौरान आबकारी विभाग के अधिकारी, एसपी नाथ मनोज अवस्थी, क्षेत्राधिकारी कैंपियरगंज रत्नेश्वर सिंह, थाना अध्यक्ष अनूप सिंह मौजूद रहे.
रिपोर्ट–कुमार प्रदीप,गोरखपुर