कोलकाता : अधीर रंजन चौधरी को पश्चिम बंगाल चुनाव 2021 में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने के लिए हैदराबाद की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) भी मंजूर है. जी हां, जिस फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी के हाथों में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी (Owaisi ki party) मीम की कमान है, वह कांग्रेस-वाम मोर्चा गठबंधन का हिस्सा होंगे.
लोकसभा में विपक्ष के नेता और पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने खुद मंगलवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में फुरफुरा शरीफ के मौलवी की नवगठित इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) और कई अन्य पार्टियां राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव में वाम मोर्चा-कांग्रेस गठबंधन का हिस्सा होंगी.
वाम मोर्चा और कांग्रेस, सीटों के बंटवारे को लेकर अपने एक समझौते को अंतिम रूप दे चुकी है. मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में मौजूद वाम मोर्चा के अध्यक्ष विमान बोस ने कहा, ‘आगामी विधानसभा चुनाव में हम वाम मोर्चा, कांग्रेस और अन्य धर्मनिरपेक्ष मोर्चा के गठबंधन के तहत चुनाव लड़ेंगे.’ हुगली जिले में स्थिति फुरफुरा शरीफ के मौलवी ने पिछले महीने आईएसएफ का गठन किया था.
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अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि न सिर्फ आईएसएफ, बल्कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कई अन्य छोटी पार्टियां भी गठबंधन में शामिल होंगी. उन्होंने कहा, ‘यह चुनाव तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच सीधा मुकाबला नहीं होने जा रहा है, जैसा कि टीएमसी और बीजेपी दावा कर रही है. यह त्रिकोणीय मुकाबला होगा और कांग्रेस इस लड़ाई में मजबूत स्थिति में है.’
उल्लेखनीय है कि 294 सदस्यीय पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए अप्रैल-मई में मतदान होने की उम्मीद है. चुनाव आयोग बंगाल समेत 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव की घोषणा कभी भी कर सकता है. चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले ही सभी दल अपनी ताकत दिखाने में जुट गये हैं. भाजपा ने 200 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा, तो तृणमूल युवा कांग्रेस के अध्यक्ष अभिषेक बनर्जी ने दावा किया कि उनकी पार्टी 250 सीटें जीतेगी.
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Posted By : Mithilesh Jha