कांग्रेस समर्थकों के घर पर हुए हमले में महिला और बच्चों समेत 15 घायल, अधीर रंजन बोले : बंगाल में हर ओर आतंक
पश्चिम बंगाल में आतंक राज का बोलबाला है. तीन महीने के शिशु को भी नहीं बख्शा जा रहा है. पांच महीने के बच्चे को भी निशाना बनाया जा रहा है. राज्य में महिलाएं भी सुरक्षित नहीं हैं.
कल्याणी, शामू रजक : पश्चिम बंगाल के नदिया जिला के पलाशीपाड़ा में गोलीबारी के नकाशीपाड़ा के हरनगर ग्राम पंचायत के गोविंदपुर इलाके में बदमाशों ने कांग्रेस समर्थकों के घरों पर फायरिंग की. गोलीबारी में महिलाओं और बच्चों समेत 15 लोग घायल हो गए. घायलों को अस्पताल ले जाया गया. इस घटना से नकाशीपाड़ा में अशांति फैल गई. सोमवार रात को 15 बदमाशों ने कांग्रेस समर्थकों के घर को घेर लिया. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि सभी के हाथों में आग्नेयास्त्र थे. उन्होंने कुछ घरों को निशाना बनाकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. अचानक गोलियों की आवाज से इलाके में दहशत फैल गई. हमलावरों की फायरिंग में तीन बच्चे घायल हो गए. घर की महिलाओं, बुजुर्गों को भी नहीं बख्शा गया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर फायरिंग के मामले में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने तृणमूल कांग्रेस और पुलिस-प्रशासन पर जमकर निशाना साधा है.
महिला और बच्चों समेत 15 घायल
कथित तौर पर पांच महिलाओं को गोली लगी है . बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों समेत 15 लोग घायल हो गए. स्थानीय लोगों का कहना है कि जब हमलावर फायरिंग कर रहे थे तो इलाके के लोगों की ओर से उनका विरोध किया गया. जब स्थानीय लोग दौड़े तो बदमाश भाग निकले. पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस ने आकर स्थिति को नियंत्रित किया. घायलों को रेस्क्यू कर अस्पताल भेजा गया. पहले नाकशीपाड़ा अस्पताल ले जाया गया. पांच लोगों की हालत गंभीर होने पर उन्हें शक्तिनगर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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पीड़ित तृणमूल सदस्य थे बाद में कांग्रेस में हुए शामिल
घटना के संबंध में नदिया जिला कांग्रेस अध्यक्ष असीम साहा ने कहा कि पीड़ित तृणमूल सदस्य थे. बाद में कांग्रेस में शामिल हो गये. इसे लेकर सत्ताधारी खेमे में नाराजगी थी. पंचायत चुनाव में कांग्रेस का समर्थन करने वालों को उनके घरों पर बदमाशों ने निशाना बनाया. घर की महिलाओं, बच्चों को भी बेरहमी से गोली मारी गई. 15 लोग घायल हो गए.तृणमूल ने दावा किया कि गांव के लोगों के बीच विवाद के कारण यह घटना हुई. इससे तृणमूल का कोई लेना-देना नहीं है.
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बंगाल में हर ओर आतंक, बच्चे व महिलाएं भी सुरक्षित नहीं : अधीर
कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर फायरिंग के मामले में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने तृणमूल कांग्रेस और पुलिस-प्रशासन पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि पूरे पश्चिम बंगाल में आतंक राज का बोलबाला है. तीन महीने के शिशु को भी नहीं बख्शा जा रहा है. पांच महीने के बच्चे को भी निशाना बनाया जा रहा है. राज्य में महिलाएं भी सुरक्षित नहीं हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि हर जगह लोगों पर हमले तृणमूल की हर्मद वाहिनी और पुलिस के समर्थन से हो रहे हैं. उन्होंने कहा : हम इस अराजकता को बर्दाश्त नहीं करेंगे. अगर पुलिस दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई नहीं करती है, तो हम हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटायेंगे.
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अधीर रंजन चौधरी पुलिस अधीक्षक कार्यालय में ज्ञापन सौंपा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने मंगलवार सुबह अस्पताल में घायलों से मुलाकात और बात की. बाद में वह पुलिस अधीक्षक कार्यालय में ज्ञापन सौंपने गये. इस बीच, पुलिस द्वारा उन्हें सड़क पर रोकने पर, बहरमपुर के सांसद अपने समर्थकों के साथ धरना-प्रदर्शन करने लगे. उन्होंने आरोप लगाया कि बोर्ड गठन के बाद भी तृणमूल समर्थित बदमाश कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर अत्याचार कर रहे हैं. पुलिस प्रशासन इसमें सहयोग कर रहा है. उन्होंने सवाल उठाया कि पुलिस दोषियों की पहचान कर उन्हें सजा क्यों नहीं दे रही है. बाद में उन्होंने अपना विरोध वापस ले लिया गया.
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कम से कम 17 लोग गंभीर रूप से घायल
गौरतलब है कि सोमवार की रात नदिया जिले के नकाशीपाड़ा की हरनगर ग्राम पंचायत के गोविंदपुर इलाके में तृणमूल छोड़ कर कांग्रेस में शामिल होने वाले कई कार्यकर्ताओं पर तृणमूल समर्थकों द्वारा हमला करने का आरोप लगा था. आरोप है कि इस घटना में कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं-समर्थकों को गोली लगी है. कम से कम 17 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं.. इनमें तीन माह के नवजात समेत दो और बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गये. घायलों का कृष्णानगर शक्तिनगर जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है. घटना के बाद से ही इलाके में तनाव है.
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