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ADJ Murder Case: हत्याकांड की होगी CBI जांच, सीएम हेमंत सोरेन ने की अनुशंसा, पीड़ित परिजनों से कही ये बात

ADJ Murder Case: धनबाद के एडीजे उत्तम आनंद की मौत मामले की जांच अब सीबीआइ करेगी. शनिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसकी अनुशंसा कर दी है. हालांकि सरकार पूरे मामले की जांच एसआइटी से करा रही थी.

By Prabhat Khabar News Desk | August 1, 2021 7:24 AM

ADJ Murder Case: धनबाद के एडीजे उत्तम आनंद की मौत मामले की जांच अब सीबीआइ करेगी. शनिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसकी अनुशंसा कर दी है. हालांकि सरकार पूरे मामले की जांच एसआइटी से करा रही थी. मालूम हो कि दिवंगत न्यायाधीश उत्तम आनंद के परिजनों ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी. मुख्यमंत्री ने कहा था कि सरकार इस दुख की घड़ी में उनके साथ है. उन्होंने परिजनों से कहा था कि मामले की जांच को लेकर राज्य सरकार गंभीर है.

परिजनों को न्याय मिले यह राज्य सरकार की प्राथमिकता है. दिवंगत जज के भाई अधिवक्ता सुमन आनंद ने कहा कि हेमंत सरकार ने मामले में सीबीआइ जांच की अनुशंसा की है. इससे उनका परिवार खुश है. हमलोगों को अब परिणाम का इंतजार है. ज्ञात हो कि 28 जुलाई की सुबह धनबाद में माॅर्निंग वॉक के दौरान एक ऑटो ने सड़क किनारे दौड़ रहे एडीजे को धक्का मारा था. सिर में गंभीर चोट लगने के कारण उनकी मौत हो गयी. झारखंड पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना में प्रयुक्त ऑटो और उसके चालक समेत एक सहयोगी को पकड़ लिया है.

  • 28 जुलाई को धनबाद में ऑटो के धक्के से एडीजे की हुई थी मौत, सरकार ने एसआइटी को सौंपा था मामला

  • जांच में जुटी है 25 टीम, ऑटो मालिक गिरफ्तार, बाइक सवार का सुराग नहीं

जज को जिस ऑटो से धक्का मारा गया, उसका फरार मालिक रामदेव लोहार को एसआइटी ने शनिवार की रात गिरफ्तार कर लिया. वहीं ऑटो के पीछे चल रहे बाइक सवार का पता लगाने में पुलिस जुटी है. फिलहाल जज उत्तम आनंद की हत्या के मामले की जांच में पुलिस की 25 टीम लगी है. हर टीम में पांच दारोगा हैं. एसआइटी टीम में छह आइपीएस, छह डीएसपी, 125 दारोगा और कई इंस्पेक्टर को शामिल किया गया है. सबको अलग-अलग जिम्मेदारी दी गयी है. सबकी मॉनिटरिंग स्वयं एडीजी संजय आनंद लाटकर कर रहे हैं.

एडीजी ने खुद हर टीम को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी है. जिस रास्ते से ऑटो और उसके पीछे गुजरी बाइक गयी है, उस रास्ते के तमाम सीसीटीवी फुटेज की डिटेल निकालने के लिए तीन टीम को लगाया गया है. घटना के ठीक बाद ऑटो के पीछे गुजरनेवाले बाइक सवार की जानकारी के लिए डीएसपी को लगाया गया है. उन्होंने कंट्रोल रूम में बैठ कर दिन भर बाइक सवार का नंबर सीसीटीवी कैमरा से निकालने का प्रयास किया, लेकिन कैमरा की क्वालिटी खराब रहने से नंबर का पता नहीं चला. शनिवार की अहले सुबह कई स्थानों पर वाहन जांच की गयी.

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Posted by: Pritish Sahay

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