Aligarh News: अलीगढ़ में हुए सनातन संत सम्मेलन के आयोजक को प्रशासन ने भावनाओं को भड़काने पर नोटिस जारी कर 24 घंटे में जवाब मांगा है. नोटिस में कहा गया है कि इस आयोजन में ध्वनि विस्तारक यंत्रों के इस्तेमाल की अनुमति नहीं थी. लेकिन आयोजन में लाउडस्पीकर का प्रयोग किया गया. वहीं आयोजक ने आरोपों को नकारते हुए जवाब दाखिल कर दिया है.
भावना भड़काने पर सनातन संत सम्मेलन आयोजक को नोटिस… अलीगढ़ में सनातन संत सम्मेलन आयोजित करने पर प्रशासन ने आपत्ति दर्ज करते हुए सम्मेलन आयोजक को नोटिस जारी कर 24 घंटे के अंदर जवाब मांगा. एसीएम प्रथम कुंवर बहादुर सिंह ने तीन बिंदुओं पर जवाब मांगा.
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आयोजन में ध्वनि विस्तारक यंत्रों की अनुमति नहीं प्राप्त की गई थी. कार्यक्रम में लाउडस्पीकर का प्रयोग किया गया.
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सम्मेलन में धारा 144 का विधिवत पालन नहीं किया गया. तलवारों का प्रदर्शन किया गया था, जब की धारा 144 में अस्त्र शस्त्र रखना अवैध माना जाता है.
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विभिन्न समाचार चैनलों पर प्रसारित वीडियो में संतो के द्वारा एक विशेष धर्म के लोगों की भावनाओं के भड़काने वाले भाषण दिए.
आयोजक ने दिए ये ज़वाब… सनातन संत सम्मेलन के आयोजक अशोक कुमार ने एसीएम प्रथम के द्वारा भेजे गए नोटिस का जवाब दाखिल किया.
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रामलीला मैदान अचल ताल पर सुंदरकांड, संत सम्मान, भंडारा की अनुमति दी गई थी और अनुमति के अनुसार कार्यक्रम आयोजित किया गया.
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कार्यक्रम में ध्वनि विस्तारक यंत्र की आवाज मानक के अनुसार थी और आवाज कैंपस से बाहर ही जा रही थी.
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कार्यक्रम में अस्त्र शास्त्र का प्रदर्शन नहीं किया गया था, ना कोई लेकर आया था. तलवार आदि का प्रतीकात्मक प्रदर्शन हुआ था.
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संतो के द्वारा कोई भड़काऊ भाषण नहीं दिया गया था, केवल आशीर्वचन भोले गए थे.
यह है मामला… 1 मई को अलीगढ़ के अचल ताल स्थित रामलीला मैदान में सुंदरकांड का पाठ हुआ था. जिसके बाद सनातन संत सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें संतो ने भाषण दिए थे. सम्मेलन में महाराज कालीचरण ने कहा कि भारत में केवल सनातन धर्म है इसके अलावा कोई धर्म नहीं है.अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक एवं जूना अखाड़े से जुड़े महामंडलेश्वर संत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने ने कहा था कि देश को हिंदू विहीन बनने से रोकने के लिए हिंदुओं को अधिक संख्या में बच्चे पैदा करने चाहिए.
गणितीय गणना बताती है कि 2029 के बाद प्रदेश में हिंदू मुख्यमंत्री व देश में गैर हिंदू प्रधानमंत्री बन जाएगा. सम्मेलन में महामंडलेश्वर डॉ. अन्नूपूर्णां भारती ने कहा था कि हिंदू धर्म को बचाने के लिए उनका अभियान अंतिम सांस तक जारी रहेगा. सम्मेलन में अध्यक्षता कर रहे अमृतानंद के अलावा ज्ञानानंद, सत्यदेवा नंद, आशुतोषानंद आदि ने विचार व्यक्त किए. सम्मेलन में पधारे सभी संतो व अतिथियों को शास्त्र व शस्त्र गीता व तलवार भेंट की गई. सम्मेलन में शहर विधायक मुक्ता राजा, पूर्व विधायक संजीव राजा आदि मौजूद रहे. संचालन हिंदू महासभा के राष्ट्रीय सचिव डॉ. अशोक पांडेय ने किया.