झारखंड : गढ़वा के धुरकी में प्रशासन ने नाबालिग की शादी रुकवाई, दोनों को बाल कल्याण समिति को सौंपा

गढ़वा के धुरकी में पुलिस प्रशासन के हस्तक्षेप से नाबालिग लड़के-लड़की की शादी होने से बच गयी. बताया गया कि प्रेम प्रसंग मामले में लड़की इसी लड़‍की से शादी करना चाहती थी. इसके लिए मंडप सज गया. मेहमान भी आ गये, लेकिन ऐन वक्त पर प्रशासन ने शादी रुकवाई और दोनों को बाल कल्याण समिति के पास भेज दिया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 6, 2023 8:26 PM

Jharkhand News: शादी के लिए रस्म पूरी कर ली गयी थी. एक ही मंडप में लड़के और लड़की की शादी होनी थी. घर में मेहमान भी पहुंच गये थे. खाना भी बन गया था. लोग जश्न में डूबे हुए थे. पर, रंग में उस समय भंग पड़ गया, जब प्रशासन ने वहां पहुंचकर लड़की को नाबालिग बताते हुए लड़का-लड़की दोनों को शादी के स्थल से उठाकर अपने कब्जे में ले लिया और दोनों को बाल कल्याण समिति को सौंपने के लिए भेजा जा रहा है. यह मामला गढ़वा जिला अंतर्गत धुरकी थाना क्षेत्र का है.

क्या था मामला 

धुरकी थाना क्षेत्र के केतना गांव में नाबालिग लड़का-लड़की की शादी मंगलवार को होनी थी. किसी ने इसकी सूचना गढ़वा सीडब्ल्यूसी को दे दी. सीडब्ल्यूसी के निदेशक ने इसकी जानकारी के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी अरुण कुमार सिंह एवं थाना प्रभारी सदानंद कुमार को दिया. सूचना के आलोक में बीडीओ और थाना प्रभारी ने केतमा गांव पहुंचकर लड़के के घर से नाबालिक लड़की और लड़का को अपने कब्जे में ले लिया. बताया गया कि लड़का और लड़की का प्रेम प्रसंग का मामला था. लड़की दो दिन पहले ही लड़के के घर आ गयी थी. शादी लड़का के परिजनों के मन से हो रही थी. इसके लिए लड़का और लड़की को लड़के के घर में ही एक ही मंडप में मंगलवार की रात शादी होनी थी.

पुलिस प्रशासन ने शादी रुकवाई

शादी को लेकर दरवाजे को सजा दिया गया था. यहां तक कि डीजे पर संगीत भी बज रहा था. दोनों पक्ष के मेहमान लड़का के घर पहुंच चुके थे. रस्म के मुताबिक सब कुछ तैयारियां चल रही थी. इसी बीच बीडीओ और थाना प्रभारी ने पहुंच कर शादी करने से रोक दिया और लड़के और लड़की को पुलिस अपने साथ ले गई. इससे सारा उमंग भंग हो गया. बाजे भी बंद हो गई. शादी के लिए बनाया गया मंडप भी सुना हो गया. इससे दोनों पक्ष के लोगों में खलबली मच गयी. वे लोग सीडब्लूसी को सूचना देनेवाले पर रोष व्यक्त कर रहे थे. उनका कहना था कि प्रशासन को जिसने भी सूचना दिया वह गलत किया. लड़का पक्ष का कहना था कि अब उसके मेहमान दरवाजे पर खाएंगे भी नहीं और सामान भी बर्बाद हो जायेगा. इधर, प्रतिष्ठा अलग चला गया.

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बेटा को मना कर रहे थे : लक्ष्मण सिंह

इस संबंध में लड़के के पिता लक्ष्मण सिंह ने कहा कि उन्होंने शादी करने से अपने पुत्र को रोका था कि लड़की बालिग हो जायेगी, तो शादी कर देंगे. लेकिन, लड़की नहीं मानी और उनके घर खुद पहुंच गयी. इसके कारण वे लोग शादी के लिए मजबूर हो गये.

बेटी को मना कर रही थी : मां

इधर, नाबालिग लड़की की मां ने बताया कि उसकी पुत्री इसी लड़के से शादी करने के लिए अड़ी थी. वे लोग भी मना कर रहे थे, लेकिन दो दिन पहले भागकर लड़के के घर चली गयी. जैसे हमें पता चला कि शादी वहीं कर रही है, तो वे लोग शामिल होने आये थे.

दोनों को सीडब्लूसी को सौंपा जा रहा है : बीडीओ

इस संबंध में बीडीओ व थाना प्रभारी ने बताया कि नाबालिक लड़की की शादी की सूचना सीडब्ल्यूसी के माध्यम से उन लोग को मिली थी. इसके बाद मंगलवार को वे लोग प्रखंड प्रमुख शांति देवी, पंचायत समिति सदस्य कृष्ण कुमार सिंह, स्थानीय मुखिया हरिलाल सिंह आदि के साथ लड़का के घर जाकर शादी की पूरी जानकारी ली और घर से ही दोनों लड़का-लड़की को कब्जे में लेकर इसकी सूचना सीडब्ल्यूसी को दी गयी.

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