झमाझम बारिश के साथ गढ़वा में आद्रा नक्षत्र शुरू
गढ़वा जिले में इस साल आद्रा नक्षत्र की शुरुआत झमाझम के बीच हुई. कृषि वैज्ञानिकों के हिसाब से यह कृषि के लिए शुभ संकेत है. कृषि पंडित घाघ के मुताबिक भी यह इस साल के कृषि के लिए शुभ लक्षण है. कृषि पंडित घाघ ने कहा है कि चढ़ते दियो आदरा उतरत दियो हस्त, ऐते में सुखी रहे पाहुन आउ गृहस्थ.
पिछले एक सप्ताह से लगातार बारिश से पिछड़ रही है भदई के बुआई का काम
गढ़वा : गढ़वा जिले में इस साल आद्रा नक्षत्र की शुरुआत झमाझम के बीच हुई. कृषि वैज्ञानिकों के हिसाब से यह कृषि के लिए शुभ संकेत है. कृषि पंडित घाघ के मुताबिक भी यह इस साल के कृषि के लिए शुभ लक्षण है. कृषि पंडित घाघ ने कहा है कि चढ़ते दियो आदरा उतरत दियो हस्त, ऐते में सुखी रहे पाहुन आउ गृहस्थ.
अर्थात आद्रा नक्षत्र के चढ़ने और हथिया नक्षत्र के उतरने के समय बारिश का होने का मतलब है कि खेती अच्छी होगी. इससे गृहस्थ अच्छी फसल होने से स्वयं तो सुखी रहेगा. साथ ही वह अपने घर आनेवाले अतिथियों का भी अच्छी तरह से खातिरदारी कर सकेगा. लेकिन आद्रा नक्षत्र के पूर्व और बाद की स्थिति भी खेती को प्रभावित करती है.
कृषि की आवश्यकता के हिसाब से इस साल शुरू से ही बारिश औसत से अधिक हो रही है. किसानों के मुताबिक खेती का नक्षत्र रोहिणी नक्षत्र से ही शुरू हो जाता है. रोहिणी नक्षत्र में कम से कम इतनी बारिश अवश्य होनी चाहिए कि किसानों के मवेशी के खूर में कीचड़ लग सके. यदि रोहिणी नक्षत्र में इस तरह अपेक्षित बारिश होती है, तो किसान रोहिणी नक्षत्र से ही अपने खेतों की जुताई कर सकेंगे.
साथ ही वे मक्का सहित सभी भदई व दलहन फसलों की बुआई भी कर सकेंगे. इस वर्ष जून के प्रथम सप्ताह में रोहिणी नक्षत्र में अच्छी बारिश हुई. इससे किसानों ने उत्साहित होकर अपने खेतों की जुताई व मक्का सहित तिलहन व दलहन की बुआई भी शुरू कर दी. किसानों के मुताबिक रोहिणी नक्षत्र की इस बारिश के बाद मृगशिरा नक्षत्र में बारिश में विराम लगना चाहिए थे.
कहा जाता है कि मृगशिरा नक्षत्र के उतरार्द्ध और आद्रा नक्षत्र के चढ़ने के साथ फिर अच्छी बारिश की जरूरत होती है. इसलिए इसे शुभ माना गया है. लेकिन इस साल गढ़वा जिले में इसके विपरीत रोहिणी नक्षत्र से शुरू हुई बारिश मृगशिरा नक्षत्र में भी लगभग होती रह गयी. इस कारण किसानों को खेतों के जुताई व बिचड़ों की बोआई करने का मौका ही नहीं मिल पाया. वहीं जिन किसानों ने खेतों की जुताई व बोआई की थी. उसपर लगातार बारिश से विपरीत प्रभाव पड़ने लगा है
19 जून तक 73 मिमी बारिश हुई
गढ़वा जिले में आद्रा नक्षत्र के चढ़ने के तीन दिन पूर्व तक 73.6 मिमी बारिश हो चुकी थी. जबकि पिछले साल 19 जून तक मात्र 38.9 मिमी ही बारिश हुई थी. इस तरह इस साल हुई दोगुनी बारिश ने किसानों के लिए चिंता बढ़ा दी है. इधर लगातार बारिश हो रही है. इतना ही अगले सप्ताह तक बारिश लगातार होने के पूर्वानुमान है. रविवार को आद्रा नक्षत्र चढ़ने के पूर्व जिले में औसत 26 मिमी और आद्रा नक्षत्र चढ़ने के साथ सोमवार को 20 मिमी बारिश हुई है. इस तरह लगातार बारिश से किसानों के बिचड़े लगाने का काम पिछड़ने लगा है. इस कारण किसान चिंतित नजर आ रहे हैं.