बारहवीं के बाद आर्किटेक्चर की पढ़ाई करने का इरादा रखते हैं, तो नेशनल एप्टिट्यूड टेस्ट इन आर्किटेक्चर (नाटा) के साथ आगे बढ़ सकते हैं. नाटा 2023 के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गयी है. जानें पांच वर्षीय बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर में प्रवेश के लिए अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित होनेवाली इस परीक्षा के बारे में…
आर्किटेक्ट इमारतों को डिजाइन करते हैं और निर्माण की निगरानी में मदद करते हैं. आपको अगर भवनों की संरचना की रचनात्मक प्रकृति प्रभावित करती है, आप उसकी कलात्मकता और विवरण से चकित होते हैं और उसे देखकर अपने आप से सवाल करते हैं कि क्या मैं भी ऐसी कोई आकर्षक इमारत बना सकता हूं! आपको अगर हां में जवाब मिलता है, तो आर्किटेक्चर आपके लिए बेहतरीन करियर है.
आप अगर आर्किटेक्ट बनना चाहते हैं, तो बारहवीं के बाद नेशनल एप्टिट्यूड टेस्ट इन आर्किटेक्चर (नाटा)-2023 के साथ आगे बढ़ सकते हैं. अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित होनेवाली इस परीक्षा के लिए आवेदन शुरू है. ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (जेइइ) मेन के अलावा यह परीक्षा भी बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर कोर्स में प्रवेश की राह बनाती है. भारत सरकार की ओर से गठित काउंसिल ऑफ आर्किटेक्चर हर वर्ष इस टेस्ट का आयोजन करती है, जिसके माध्यम से देश के प्रतिष्ठित आर्किटेक्चर संस्थानों के पांच वर्षीय बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर (बीआर्क) डिग्री कोर्स में प्रवेश मिलता है. अब यह टेस्ट तीन बार आयोजित किया जाता है. इस वर्ष नाटा एग्जामिनेशन का पहला सत्र 21 अप्रैल, 2023, दूसरा 28 मई, 2023 एवं तीसरा 9 जुलाई, 2023 को आयोजित किया जायेगा.
नाटा देने के लिए अभ्यर्थी का फिजिक्स, केमिस्ट्री एवं मैथमेटिक्स के साथ न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों में बारहवीं पास होना आवश्यक है. तीनों विषयों में 50 प्रतिशत अंक होने चाहिए. उपरोक्त विषयों के साथ इस वर्ष बारहवीं की परीक्षा दे रहे छात्र भी इस टेस्ट में शामिल हो सकते हैं. दसवीं के बाद तीन वर्षीय डिप्लोमा करनेवाले अभ्यर्थी, जिन्होंने एक विषय के तौर पर मैथमेटिक्स की पढ़ाई की हो, वे भी आवेदन कर सकते हैं. नाटा-2023 का स्कोर केवल शैक्षणिक सत्र 2023-2024 में प्रवेश के लिए मान्य होगा.
नाटा-2023 में 200 अंक के मल्टीपल च्वॉइस टाइप (एमसीक्यू), मल्टीपल सिलेक्ट टाइप (एमएसक्यू), प्रेफरेंशियल च्वाइस टाइप (पीसीक्यू) एवं न्यूमेरिकल आंसर टाइप (एनएक्यू) एवं मैच द फॉलोइंग टाइप (एमएफक्यू) के प्रश्न शामिल हो सकते हैं. प्रश्न 1 अंक, 2 अंक या 3 अंक के होंगे और कुल 125 प्रश्न पूछे जायेंगे, जिसके लिए कुल 180 मिनट का समय मिलेगा. टेस्ट में प्रश्न अनिवार्य रूप से अंग्रेजी भाषा में होंगे, हालांकि कुछ प्रश्न क्षेत्रीय भाषा में हो सकते हैं. टेस्ट में निम्नलिखित तकनीक में से कुछ या सभी का इस्तेमाल कर प्रवेश के लिए अभ्यर्थी की योग्यता का मूल्यांकन किया जायेगा-डायग्रामेटिक रीजनिंग, न्यूमेरिकल रीजनिंग, वर्बल रीजनिंग, इंडक्टिव रीजनिंग, सिचुएशनल जजमेंट, लॉजिकल रीजनिंग एवं ऐब्स्ट्रैक्ट रीजनिंग. पाठ्यक्रम के बारे में विस्तार से जानने के लिए नाटा की वेबसाइट में उपलब्ध इन्फॉर्मेशन ब्रोशर देखें.
नाटा-2023 का आयोजन देश के 157 शहरों में किया जायेगा. इनमें बिहार के भागलपुर, गया, मुजफ्फरपुर, पटना, पूर्णिया एवं झारखंड के बोकारो स्टील सिटी, धनबाद, हजारीबाग, जमशेदपुर, रांची और पश्चिम बंगाल के कोलकाता, सिलीगुड़ी आदि शामिल हैं.
नाटा की वेबसाइट https://www.nata.in/ से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना है.
पहले सत्र के एग्जाम में शामिल होने के लिए 10 अप्रैल 2023 तक आवेदन कर सकते हैं. दूसरे सत्र के टेस्ट के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 13 मई एवं तीसरे सत्र के लिए 24 जून, 2023 है.
एक बार नाटा देने के लिए 2000 रुपये एवं आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को 1500 रुपये, दो बार टेस्ट में शामिल होने के लिए 4000 रुपये और आरक्षित वर्ग को 3000 एवं तीनों बार टेस्ट में शामिल होने के लिए आवेदन शुल्क के तौर पर 5400 एवं आरक्षित अभ्यर्थियों को 4050 रुपये का भुगतान करना होगा.
विवरण देखें : https://www.nata.in/Nata_Dossier4.pdf
आर्किटेक्चर की पढ़ाई पूरी करने के बाद आप आर्किटेक्ट, आर्किटेक्चरल इंजीनियर, आर्किटेक्चरल मैनेजर, बिल्डिंग रिसर्चर, डिजाइन मैनेजर, कंस्ट्रक्शन एवं बिल्डिंग इंस्पेक्टर, कंस्ट्रक्शन मैनेजर, लैंडस्केप आर्किटेक्ट आदि के तौर पर काम कर सकते हैं. देश में आर्किटेक्ट के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, जैसे हाउसिंग बोर्ड, लोक निर्माण विभाग, पुरातत्व विभाग, राष्ट्रीय भवन निर्माण संगठन, आवास और शहरी विकास निगम आदि में जॉब के मौके उपलब्ध होते हैं. आप चाहें तो बतौर आर्किटेक्ट स्वतंत्र रूप से भी काम कर सकते हैं.